बिजनौर : राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत में कहा-EVM सरकार की मौसी-ये व्यापारियों की सरकार
उत्तर प्रदेश के बिजनौर के नुमाइश मैदान में आज भारतीय किसान यूनियन (BKU)) की ओर से आयोजित महापंचायत में हजारों किसान जुटे। पंचायत के मुख्य वक्ता और बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सरकार और EVM (Electronic Voting Machines)पर तीखा हमला बोला।
Oct 24, 2024, 18:37 IST
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भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के किसानों ने गुरुवार को नुमाइश ग्राउंड में लंबित गन्ना भुगतान, तेंदुए के आतंक व अन्य मांगों को लेकर महापंचायत का आयोजन किया। जिसमें बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया। महापंचायत में पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सरकार व ईवीएम पर जमकर निशाना साधा। राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश में हो रहे उपचुनाव को लेकर कहा कि जनता वोट नहीं देती, बल्कि ये लोग जिताते हैं। ईवीएम (EVM) मशीन भाजपा सरकार की मौसी है। READ ALSO:-UP : पराली जलाने पर किसानों पर होगी कड़ी कार्यवाही, किसान सम्मान निधि, राशन कार्ड और सरकारी योजनाओं से होंगे वंचित....
मीडिया से बात करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार व प्रशासन किसानों का उत्पीड़न कर रही है। जब कोई हाथी या अन्य जानवर फसल को नुकसान पहुंचाता है तो किसानों को उल्टा जेल जाना पड़ता है। बिजनौर व बहराइच में जंगली जानवरों का आतंक है। ऐसे में क्या प्रशासन की ओर से जंगली जानवरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है? क्या अब किसानों को जानवरों के डर व आतंक के कारण गांव व फसल छोड़ देनी चाहिए? सरकारों की नीति ठीक नहीं है। खासकर दिल्ली सरकार, जो लखनऊ सरकार को भी कुछ नहीं करने देती।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाकर इन लोगों ने पूरा जंगल कटवा दिया। उन्होंने कहा कि गन्ने का रेट सही नहीं दिया जा रहा, गन्ने का भुगतान नहीं हुआ। भेड़िए और तेंदुए किसानों को खा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये पंचायतें हैं, बैठकें हैं, ये पूरे देश में होती रहेंगी। राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- ये व्यापारियों की सरकार है। उन्होंने कहा कि यहां कहते हैं पेड़ लगाओ, वहां हजारों साल पुराना जंगल काट दिया जाता है। ये किसानों की नहीं व्यापारियों की सरकार है। कहा कि किसानों का संघर्ष कड़ा रहेगा, हम लड़ते रहेंगे।
राकेश टिकैत ने उपचुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव एक बीमारी है। हम इससे दूर रहते हैं। कहा कि बीमारी ईवीएम में है, किसी को भी वोट दो, ये लोग जीत जाते हैं। ईवीएम (EVM) इनकी मौसी है। इससे उन्हें कमाई होगी। उन्होंने कहा कि यहां कहते हैं पेड़ लगाओ, वहां हजारों साल पुराना जंगल काट दिया जाता है। ये किसानों की नहीं व्यापारियों की सरकार है। राकेश टिकैत कहा कि किसानों का संघर्ष कड़ा रहेगा, हम लड़ते रहेंगे।