बिजनौर : हिजाब पहनकर आईं छात्राओं को स्कूल से बाहर निकाला, प्रधानाचार्य ने कहा-दो चोटियां बांधो, गले में पट्टी डालो, पेरेंट्स को लेकर आओ, वीडियो वायरल

उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यहां पढ़ने के लिए स्कूल गई छात्राओं पर हिजाब पहनने की वजह से स्कूल से निकालने का आरोप है। आज सुबह से ही मामले ने तूल पकड़ लिया है।
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खबरीलाल मीडिया, संवाददाता शकील अहमद नूरपुर बिजनौर में छात्राओं के हिजाब पहनने को लेकर उस समय बवाल मच गया जब जनता इंटर कॉलेज महुआ की प्रिंसिपल ने छात्राओं को हिजाब पहनकर स्कूल आने से साफ मना कर दिया, हालांकि छात्राओं ने हिजाब के विरोध का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसके बाद बवाल मच गया। इस मामले में डीआईओएस की टीम जांच करने जनता इंटर कॉलेज महुआ पहुंची, जहां प्रिंसिपल ने हिजाब मना करने की बात से साफ इनकार किया है। Read also:-बिजनौर: बैंक मैनेजर रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, CBI की गाजियाबाद टीम ने मारा छापा, 6 लाख के लोन के लिए मांगे थे 60 हजार रुपए

 

दरअसल बिजनौर में हिजाब पहने एक छात्रा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। वायरल वीडियो बिजनौर जिले के कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के जनता इंटर कॉलेज महुआ का है। जिसमें कुछ छात्राएं जनता इंटर कॉलेज महुआ के प्रिंसिपल पर आरोप लगाती नजर आ रही हैं। READ ALSO:-UP : दंपत्ति ने गंगा में कूदकर दी जान, सेल्फी ली, चिठ्ठी लिखकर WhatsApp पर दोस्त को भेजी,

 

वायरल वीडियो के आधार पर डीआईओएस जनता इंटर कॉलेज महुआ पहुंचे जहां प्रिंसिपल अपने बयान से मुकतरते नजर आए, हालांकि इस मामले में जब जनता इंटर कॉलेज महुआ के प्रिंसिपल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैं किसी धर्म विशेष के खिलाफ नहीं हूं। और न ही मैं हिजाब  विरोध कर रहा हूं, मेरा तो बस यही कहना है कि हिजाब पहनने वाली लड़कियां दूसरी लड़कियों की तरह गले में पट्टी डाल कर आएं।

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हालांकि वायरल वीडियो के बाद स्कूल प्रिंसिपल की कड़ी आलोचना हुई और बाद में छात्राओं को हिजाब पहनकर स्कूल में प्रवेश की इजाजत दे दी गई। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में कोई रोक नहीं लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई के एक निजी कॉलेज द्वारा जारी सर्कुलर पर रोक लगाई थी। छात्राओं को अपनी मर्जी के कपड़े पहनने की पूरी आजादी है, स्कूल उन्हें इसके लिए मजबूर नहीं कर सकता।

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मौके पर पहुंचे सीओ नगीना राकेश वशिष्ठ ने दोनों पक्षों से बात की और उन्हें समझाया। सीओ नगीना राकेश वशिष्ठ ने बताया कि स्कूल में ड्रेस कोड को लेकर विवाद हुआ था। प्रिंसिपल ने छात्राओं को यूनिफॉर्म में आने को कहा था। उन्होंने कहा कि मामला शिक्षा विभाग का है। पुलिस का काम कानून व्यवस्था बनाए रखना है।
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