बिजनौर : वन विभाग की बड़ी कामयाबी, खैर की लकड़ी से भरा डीसीएम ट्रक जब्त
बिजनौर के साहूबाला वन रेंज को एक बड़ी सफलता मिली है। वन विभाग की टीम ने एक डीसीएम वाहन को जब्त किया है जिसमें बेशकीमती खैर की लकड़ी लदी हुई थी। यह कार्रवाई वन रेंजर जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में की गई है।
Jan 3, 2025, 18:00 IST
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बिजनौर के साहूबाला वन रेंज को एक बड़ी सफलता मिली है। वन विभाग की टीम ने एक डीसीएम वाहन को जब्त किया है जिसमें बेशकीमती खैर की लकड़ी लदी हुई थी। यह कार्रवाई वन रेंजर जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में की गई है।READ ALSO:-कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक नए वायरस के ये शुरुआती संकेत, चीन में तांडव मचा रही बीमारी
बता दें कि बिजनौर जिले के साहूबाला वन रेंज की टीम को बड़ी सफलता मिली है। वन विभाग की टीम ने कीमती खैर की लकड़ी से लदी एक डीसीएम गाड़ी पकड़ी है। दरअसल, साहूबाला वन रेंज के रेंजर राजेंद्र प्रसाद ध्यानी को जंगल से कीमती लकड़ी कटवाने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था।
अब रेंज का कार्यभार रेंजर जितेंद्र कुमार संभाल रहे हैं और रेंजर जितेंद्र कुमार ने कार्यभार संभालते ही लकड़ी माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए नगीना-इनायतपुर रोड पर गांव लोहारवाली के पास से लकड़ी से लदी एक डीसीएम गाड़ी पकड़ी और इस कार्रवाई से लकड़ी माफियाओं में खौफ का माहौल दिखाई दे रहा है।
क्या हुआ?
- सूचना मिली: वन विभाग को सूचना मिली थी कि जंगल से खैर की लकड़ी काटी जा रही है और उसे एक डीसीएम वाहन में लादकर ले जाया जा रहा है।
- छापा मारा: इस सूचना के आधार पर वन विभाग की टीम ने नगीना-इनायतपुर मार्ग पर गांव लोहारवाली के पास घेराबंदी की।
- डीसीएम जब्त: टीम ने एक डीसीएम वाहन को रोका जिसमें खैर की लकड़ी लदी हुई थी।
- लकड़ी माफिया फरार: वाहन चालक और उसके साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए।
- लाखों रुपये की लकड़ी: जब्त की गई लकड़ी की कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है।
साहूबाला वन विभाग के रेंजर जितेंद्र कुमार ने अपनी टीम के सदस्यों अभिषेक, अजय कुमार, राज कपूर, शुभम यादव, डालचंद, दिनेश कुमार के साथ सूचना पर रात के अंधेरे में लकड़ी से लदी एक डीसीएम पकड़ी। लकड़ी माफिया अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए।
क्या किया जा रहा है?
- जांच: वन विभाग की टीम मामले की जांच कर रही है।
- आरोपियों की तलाश: फरार हुए लोगों को पकड़ने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
- अन्य कार्रवाई: वन विभाग इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए और कड़े कदम उठाएगा।
लकड़ी माफिया जंगल से खैर की लकड़ी काटकर डीसीएम में भरकर ले जा रहे थे और पकड़ी गई लकड़ी की कीमत लाखों रुपए बताई जा रही है। फिलहाल वन विभाग की टीम मामले की जांच कर रही है।