बिजनौर : उत्तर प्रदेश पुलिस और पशु तस्करों के बीच मुठभेड़, एक गिरफ्तार, दो तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर फरार; एक के पैर में लगी गोली
उत्तर प्रदेश में बिजनौर के नजीबाबाद थाना क्षेत्र में पुलिस और पशु तस्करों के बीच मुठभेड़ हुई। यह घटना उस समय सामने आई जब पुलिस को सूचना मिली कि कुछ लोग प्रतिबंधित पशुओं का वध कर रहे हैं।
Aug 16, 2024, 17:54 IST
|
नजीबाबाद पुलिस टीम ने पुलिस मुठभेड़ में अभियुक्त को घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त के कब्जे से पशु वध करने के उपकरण, अवैध हथियार व गोवंश अवशेष बरामद किए गए। पुलिस द्वारा मौके से सात गोवंश पशुओं को मुक्त कराया गया। READ ALSO:-UP : एकतरफा प्यार में वकील ने LLB छात्रा पर फेंका तेजाब...बुर्का पहन कर प्रेमी ने दिया वारदात को अंजाम, UP पुलिस ने किया खुलासा
आपको बता दें कि यह पूरा मामला नजीबाबाद थाने का है। जहां आज रात्रि नजीबाबाद थाने को मुखबिर से सूचना मिली कि नजीबाबाद थाने की पुलिस चौकी साहनपुर क्षेत्र के अंतर्गत गुलालवाली नहर के पास कुछ लोग प्रतिबंधित गोवंश पशु का वध कर रहे हैं। सूचना मिलते ही नजीबाबाद थाने की पुलिस तत्काल कार्रवाई करते हुए नहर पटरी के कच्चे रास्ते पर पहुंची। तभी उन्होंने देखा कि तीन लोग एक गोवंश (बैल) का वध कर रहे हैं। और पुलिस को देखते ही जान से मारने की नीयत से पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए भागने लगे। पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षा में की गई जवाबी फायरिंग में एक अभियुक्त फरमान पुत्र अकबर निवासी मोहल्ला कुरैशियान कस्बा जलालाबाद थाना नजीबाबाद जिला बिजनौर के दाहिने पैर में गोली लग गई। जिससे वह घायल हो गया। तथा शेष दो अभियुक्त शकील पुत्र छोटे नसीन पुत्र महबूब उर्फ सरदार निवासी मोहल्ला सैनियान कस्बा साहनपुर थाना नजीबाबाद बिजनौर अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए।
गिरफ्तार अभियुक्त फरगान के कब्जे से मौके से एक तमंचा 315 बोर, 1 जिंदा व 1 खोखा कारतूस 315 बोर, पशु काटने के उपकरण, दो मोटरसाइकिल व एक कटा हुआ गोवंश पशु बरामद किया गया। अभियुक्त फरमान की सूचना पर स्थानीय पुलिस ने पास के खेत से वध के लिए बंधे 5 गाय व 2 बछड़ों को बरामद कर उनकी जान बचाई।
घायल गिरफ्तार अभियुक्त फरमान को उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस संबंध में थाना नजीबाबाद पर गोवध अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया। विधिक कार्यवाही जारी है। अभियुक्त फरमान ने पूछताछ पर बताया कि मैं अपने दो अन्य साथियों शकील व नसीम उपरोक्त के साथ मिलकर गांवों से गोवंश पशु खरीदकर लाते हैं। तथा उन्हें अभियुक्त शकील के डेरे में बांध देते हैं। वे रात में मौका पाकर पशुओं का वध करते हैं, उनके मांस को पैकेटों में पैक करते हैं और मोटरसाइकिल के जरिए मांग के अनुसार गांव में बेचते हैं।