UP : होटल में 7 घंटे तक डॉक्टर डिजिटल अरेस्ट, किया ब्रेनवॉश, असली पुलिस बचने पहुंची तो बोला-तुम फ्रॉड हो, जानिए कैसे डूबने से 50 लाख रुपए?
ठग ने कहा, 'सुनो... नरेश गोयल ने तुम्हारे आधार कार्ड का इस्तेमाल करके मुंबई में 500 करोड़ रुपए की ठगी की है। कॉल मत काटना, सीबीआई तुम्हारे घर के पास पहुंच गई है। तुम हमारी निगरानी में हो। किसी से बात मत करना। बस दिए जा रहे निर्देशों का पालन करो।'
Jan 13, 2025, 13:40 IST
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उत्तर प्रदेश के बरेली में साइबर ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. अब फिर से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, लेकिन इस बार बरेली एसपी मानुष पारीक ने ठगी होने से पहले ही उसे बचा लिया। एक डॉक्टर को साइबर ठगों ने डिजिटली गिरफ्तार कर लिया। इतना ही नहीं, डिजिटली गिरफ्तार कर ठग डॉक्टर से 50 लाख रुपये ठगने की फिराक में थे। READ ALSO:-मेरठ : पुलिस भर्ती में डॉक्टर ने सीना छोटा बताकर मांगे पैसे, कांस्टेबल भर्ती में मेडिकल पास कराने के लिए अभ्यर्थी से मांगे 50 हजार, चिकित्सक पर FIR
दरअसल यह मामला बरेली जिले के थाना बारादरी क्षेत्र का है। यहां एक डॉक्टर नजबुल हसन अचानक घर से अपनी बैंक पासबुक और जरूरी दस्तावेज साथ लेकर गायब हो गए। जब वह घर नहीं लौटे तो परिजनों को चिंता होने लगी। उसके बाद डॉक्टर के भतीजे ने एसपी सिटी मानुष को सूचना दी। तुरंत एसपी सिटी ने उनका नंबर सर्विलांस पर लगाने के लिए दिया। उसके बाद डॉक्टर की लोकेशन एक होटल में मिली. एसपी सिटी पुलिस के साथ होटल पहुंचे। पुलिस ने वहां पहुंचकर देखा तो डॉक्टर डिजिटली गिरफ्तार हो चुके थे।
थाना बारादरी, बरेली पुलिस द्वारा डाक्टर को 07 घण्टे डिजिटल अरेस्ट किये जाने की सूचना पर तत्काल एवं सटीक कार्यवाही कर साईबर अपराधियों से 50 लाख रूपये की धनराशि बचाने के संबंध में पुलिस अधीक्षक नगर , बरेली की बाइट।#UPPolice https://t.co/mib73kbpG4 pic.twitter.com/vQyORZqrMd
— Bareilly Police (@bareillypolice) January 12, 2025
लोकेशन ट्रेस की गई
शनिवार को इमरान खान ने एसपी सिटी मानुष पारीक को सूचना दी कि फाइक एन्क्लेव में रहने वाले उनके चाचा डॉ. नजबुल हसन किसी से फोन पर बात कर रहे थे। बात करने के बाद वह घर आए और बैंक संबंधी कागजात लेकर स्कूटर से कहीं चले गए। तब से नजबुल फोन नहीं उठा रहे हैं। एसपी सिटी ने बारादरी इंस्पेक्टर को डॉक्टर की लोकेशन ट्रेस करने का जिम्मा सौंपा।
होटल में लिया कमरा
पुलिस ने डॉक्टर के भतीजे और बेटी से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि डॉक्टर के पास किसी का फोन आया था। फोन करने वाले ने कहा था कि उनके आधार कार्ड का हवाला कारोबार में इस्तेमाल हो रहा है। उसी आधार पर कार्रवाई की गई और होटल पहुंचे। होटल पहुंचने पर डॉक्टर ने अंदर से दरवाजा खोलने से मना कर दिया। क्योंकि साइबर ठग नजबुल को दरवाजा न खोलने की हिदायत दे रहे थे। नजबुल ने व्यस्त होने की बात कहकर दरवाजा खोलने से मना कर दिया। हालांकि काफी प्रयास के बाद होटल में आग लगने की बात कहकर दरवाजा खुलवाया गया।
पुलिस ने डॉक्टर के भतीजे और बेटी से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि डॉक्टर के पास किसी का फोन आया था। फोन करने वाले ने कहा था कि उनके आधार कार्ड का हवाला कारोबार में इस्तेमाल हो रहा है। उसी आधार पर कार्रवाई की गई और होटल पहुंचे। होटल पहुंचने पर डॉक्टर ने अंदर से दरवाजा खोलने से मना कर दिया। क्योंकि साइबर ठग नजबुल को दरवाजा न खोलने की हिदायत दे रहे थे। नजबुल ने व्यस्त होने की बात कहकर दरवाजा खोलने से मना कर दिया। हालांकि काफी प्रयास के बाद होटल में आग लगने की बात कहकर दरवाजा खुलवाया गया।
पुलिस को गलत समझा
साइबर ठगों ने उसका ब्रेनवॉश कर दिया था। वह असली पुलिस को गलत मानकर विरोध कर रहा था, जबकि वह साइबर जालसाजों को ही असली पुलिस समझ रहा था। पुलिस को देखते ही वह कहने लगा कि तुम सब जालसाज हो।
साइबर ठगों ने उसका ब्रेनवॉश कर दिया था। वह असली पुलिस को गलत मानकर विरोध कर रहा था, जबकि वह साइबर जालसाजों को ही असली पुलिस समझ रहा था। पुलिस को देखते ही वह कहने लगा कि तुम सब जालसाज हो।
साइबर जालसाजों ने उससे कहा था कि उसके आधार कार्ड का इस्तेमाल नरेश गोयल और उसके पार्टनर ने मुंबई में हवाला कारोबार के लिए किया है। इसकी जांच आरबीआई और सीबीआई कर रही है। मामले को लेकर एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि डॉक्टर साइबर ठगी का शिकार हो रहे थे। डॉक्टर 50 लाख रुपये की ठगी से बच गए हैं। अब आगे की कार्रवाई की जा रही है।