UP : कौन हैं ACP सुकन्या शर्मा? आधी रात को ऑटो में सवार होकर निकली, किया 112 पर काल, मैं सुनसान सड़क पर अकेली खड़ी हूं...मदद कीजिए
आगरा में एक लड़की पुलिस कंट्रोल रूम में फोन करती है। मदद मांगी जाती है, जो 15 मिनट के अंदर मिल जाती है। इसके बाद जो खुलासा होता है, वो काफी चौंकाने वाला है।
Sep 30, 2024, 00:05 IST
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ACP डॉ. सुकन्या शर्मा शुक्रवार रात पुलिस कंट्रोल रूम का रिस्पांस टाइम चेक करने के लिए पर्यटक बनकर शहर में निकलीं। वह ऑटो से आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पहुंचीं। यहां से उन्होंने UP-112 पर कॉल कर घर जाने के लिए वाहन मांगा। महिला पुलिसकर्मी ने तीन मिनट तक जानकारी ली। उन्हें सुरक्षित स्थान पर खड़े रहने को कहा गया। इसके बाद एसीपी को पिंक पीआरवी से कॉल आई।READ ALSO:-लगातार तीन बार रहे नेशनल चैंपियन, अब मेरठ के अंश ने विश्वकप में भी किया कमाल
रात 11:30 बजे घर से निकलीं ACP
रिस्पांस टाइम के मामले में PRV पूरी तरह खरी उतरी। ACP ने बताया कि वह शुक्रवार रात 11:30 बजे घर से निकलीं। वह ऑटो से आगरा कैंट पहुंचीं। उन्होंने काली पैंट और सफेद शर्ट पहन रखी थी। वह आगरा कैंट की ओर जाने वाली सड़क पर खड़ी थीं। उन्होंने 112 पर कॉल की।
रिस्पांस टाइम के मामले में PRV पूरी तरह खरी उतरी। ACP ने बताया कि वह शुक्रवार रात 11:30 बजे घर से निकलीं। वह ऑटो से आगरा कैंट पहुंचीं। उन्होंने काली पैंट और सफेद शर्ट पहन रखी थी। वह आगरा कैंट की ओर जाने वाली सड़क पर खड़ी थीं। उन्होंने 112 पर कॉल की।
उन्होंने पर्यटक बनकर बात की। उस समय पिंक पीआरवी भगवान टॉकीज पर थी। कंट्रोल रूम ने पीआरवी पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए। इस पर एसीपी को कॉल आई कि वे मदद के लिए पहुंच गए हैं। लेकिन, ACP ने अपना परिचय दिया। उन्होंने कहा कि रिस्पॉन्स टाइम सही था।
महिला सुरक्षा ऑटो की हकीकत
उन्होंने महिला सुरक्षा ऑटो चेक किया। वह सदर बाजार में रुकीं। तभी एक ऑटो आया। ड्राइवर ने पूछा कि वह कहां जा रही हैं। उन्होंने कहा कि वह पुलिस लाइन जाएंगी। वह अकेली आई हैं और छात्रा हैं। ड्राइवर ने उन्हें किराया बताया। वह ऑटो में बैठ गईं। वह आराम से उन्हें पुलिस लाइन ले गया। रास्ते में उन्होंने ड्राइवर से पूछा कि पुलिस ने उनसे संपर्क किया या नहीं। आप वर्दी और नेम प्लेट क्यों नहीं पहनते। ड्राइवर ने पुलिस वेरिफिकेशन की बात बताई। ACP रात साढ़े 12 बजे तक शहर की सड़कों पर रहीं।
उन्होंने महिला सुरक्षा ऑटो चेक किया। वह सदर बाजार में रुकीं। तभी एक ऑटो आया। ड्राइवर ने पूछा कि वह कहां जा रही हैं। उन्होंने कहा कि वह पुलिस लाइन जाएंगी। वह अकेली आई हैं और छात्रा हैं। ड्राइवर ने उन्हें किराया बताया। वह ऑटो में बैठ गईं। वह आराम से उन्हें पुलिस लाइन ले गया। रास्ते में उन्होंने ड्राइवर से पूछा कि पुलिस ने उनसे संपर्क किया या नहीं। आप वर्दी और नेम प्लेट क्यों नहीं पहनते। ड्राइवर ने पुलिस वेरिफिकेशन की बात बताई। ACP रात साढ़े 12 बजे तक शहर की सड़कों पर रहीं।