Nipah Virus : केरल में निपाह वायरस से बच्चे की मौत के बाद उसके संपर्क में आए 11 लोगों में दिखे लक्षण

केरल इस समय कोरोना की चपेट में है। इसी बीच निपाह वायरस ने सभी को चिंता में डाल दिया है। कोझिकोड़ में इस वायरस से बच्चे की मौत हो गई है। अब रिपाेर्ट में सामने आया है कि उस बच्चे के संपर्क में आए 251 लोगों की पहचान की गई। जिसमें 11 लोगों में इस वायरस के गंभीर लक्षण हैं। 
 | 
nipah virus
केरल में निपाह वायरस (Nipah Virus in kerla) से एक मौत हो चुकी है, जबकि 11 लोगों में इस वायरस के लक्षण देखे गए है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कोझिकोड में केंद्रीय टीम तैनात है।  टीम की रिपोर्ट के आधार पर केंद्र ने जिले में अस्पताल और समुदाय-आधारित निगरानी को मजबूत करने की सिफारिश की है। केरल के मुख्य सचिव डॉ. वीपी जॉय को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सोमवार को कहा कि कन्नूर, मलप्पुरम और वायनाड के आसपास के जिलों को सतर्क करने की आवश्यकता है और जिलों के अधिकारियों को संक्रिमतों के संपर्कों की पहचान करने के साथ-साथ उच्च जोखिम वालों, कम जोखिम वालों की संपर्क सूची तैयार करनी चाहिए।

 

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा है कि सभी उच्च जोखिम वाले संपर्कों को निर्धारित आइसोलेशन सेंटर में ले जाया जा सकता है और लक्षणों की निगरानी की जा सकती है। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की केंद्रीय टीम को कोझिकोड जिले में निपाह के प्रकोप के मद्देनजर रविवार को वहां तैनात किया गया था।

 

बच्चे के संपर्क में आए 251 लोगों में 54 अत्यंत जोखिम वाली श्रेणी में

 

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के मुताबिक 251 ऐसे व्यक्तियों की पहचान केरल के स्वास्थ्य विभाग ने की है, जो निपाह वायरस के संक्रमण से जान गंवाने वाले 12 वर्षीय लड़के के संपर्क में आए थे। इनमें से 38 लोग कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आईसोलेशन में रखा है। इनमें 11 लोगों में लक्षण नजर आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक संपर्क में आए 251 लोगों में 129 स्वास्थ्यकर्मी हैं।  पढ़ें - 27 सितंबर से बेकार हो जाएंगे ये Android Mobiles: Google के कई Apps नहीं करेंगे काम, जानिए क्यों।

 

उन्होंने बताया, ‘‘कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 38 लोग पृथक-वास हैं, जिनमें से 11 लोगों में संक्रमण के लक्षण दिखे हैं। आठ लोगों के नमूने राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान(एनआईवी), पुणे भेजे गए हैं।’’ संक्रमण के लक्षण वाले सभी लोगों की हालत स्थिर है। संपर्क में आए 251 लोगों में 54 अत्यंत जोखिम वाली श्रेणी में हैं और इनमें से 30 स्वास्थ्यकर्मी हैं। इनमें से बच्चे के अभिभावक समेत कुछ रिश्तेदार भी हैं। पढ़ें - Corona third wave से पहले Lungs को कर लें मजबूत, इन चीजों का सेवन कर बढ़ाएं इम्युनिटी

 

इस बीमारी से द‍िमाग को होती है क्षति

 

इंसानों में निपाह वायरस के संक्रमण से सांस से जुड़ी गंभीर बीमारी हो सकती है। इसके साथ जानलेवा इंसेफ्लाइटिस भी अपनी चपेट में ले सकता है। यह एक जानलेवा बीमारी है। इंसानों या जानवरों को इस बीमारी को दूर करने के लिए अभी तक कोई इंजेक्‍शन या औषधि नहीं बनी है। सेंटर फार डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के मुताबिक निपाह वायरस का संक्रमण एंसेफ्लाइटिस से जुड़ा है। इस बीमारी से द‍िमाग को क्षति होती है। पांच से 14 दिन तक इसकी चपेट में आने के बाद यह वायरस तीन से 14 दिन तक तेज बुखार और सिरदर्द की वजह बन सकता है।  पढ़ें - आंवला-अदरक का जूस पीने से होती है इम्यूनिटी मजबूत, घर पर इस तरह से करें तैयार।

 

Nipah Virus  के लक्षण

 

  • निपाह वायरस से संक्रमित रोगी 24 से 48 घंटे में मरीज को कोमा में पहुंचा सकता है। संक्रमण के शुरुआती दोर में मरीज को सांस लेने में दिक्‍कत आती है। कुछ मरीजों में न्‍यूरो से जुड़ी दिक्‍कतें भी होती है।
  • वर्ष 1998-99 में केरल में यह बीमारी तेजी से फैली थी। उस वक्‍त इस वायरस की चपेट में 265 लोग आए थे। अस्पतालों में भर्ती हुए इनमें से करीब 40 फीसद मरीज ऐसे थे, जिन्हें गंभीर नर्वस बीमारी हुई थी और ये बच नहीं पाए थे।
  • आम तौर पर यह वायरस इंसानों में इंफेक्शन की चपेट में आने वाली चमगादड़ों, सूअरों या फिर दूसरे इंसानों से फैलता है। मलेशिया और सिंगापुर में इसके सूअरों के जरिए फैलने की जानकारी मिली थी, जबकि भारत और बांग्लादेश में इंसान से इंसान का संपर्क होने पर इसकी चपेट में आने का खतरा ज्‍यादा रहता है।

देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें अब पाएं अपने WHATSAPP पर, क्लिक करें। Khabreelal के Facebookपेज से जुड़ें, Twitter पर फॉलो करें। इसके साथ ही आप खबरीलाल को Google News पर भी फॉलो कर अपडेट प्राप्त कर सकते है। हमारे Telegram चैनल को ज्वाइन कर भी आप खबरें अपने मोबाइल में प्राप्त कर सकते है।