फेक वैक्सीनेशन कर सरकार बना रही रिकाॅर्ड! मेरठ में भाजपा नेता को 5 बार लगा दिया टीका, 6ठीं डोज की मिली तारीख
एक भाजपा नेता (BJP) को कोरोना वैक्सीन की पांच डोज लगाए जाने का प्रमाण पत्र दिया गया है, इतना ही नहीं अब छठी डोज लगने की तारीख भी उन्हें दे दी गई है।
Updated: Sep 20, 2021, 12:04 IST
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Meerut Corona Vaccination : एक ओर 24 घंटे में दो करोड़ लोगों काे वैक्सीन लगाने का दावा करके सरकार वाहवाही लूट रही है, वहीं मेरठ (Meerut) से एक ऐसा मामला सामने आया है जो सरकार के इस दावे पर सवाल उठाता है। दरअसल यहां एक भाजपा नेता (BJP) को कोरोना वैक्सीन की पांच डोज लगाए जाने का प्रमाण पत्र दिया गया है, इतना ही नहीं अब छठी डोज लगने की तारीख भी उन्हें दे दी गई है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या स्वास्य विभाग कागजों में ही वैक्सीनेशन कर रिकॉर्ड बनाने का दावा कर रहा है?
दिसंबर-जनवरी में लगनी है छठीं डोज
मामला मेरठ के सरधना इलाके का है। यहां के मोहल्ला धर्मपुरी के रहने वाले 73 साल के रामपाल हिंदू युवा वाहिनी में नगर संयोजक हैं। इसके साथ ही वे भाजपा के बूथ 79 के अध्यक्ष भी हैं। रामपाल के मुताबिक उन्होंने 16 मार्च को पहली और 8 मई को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाई थी, लेकिन जब उन्होंने अपना वैक्सीनेशन सार्टिफिकेट डाउनलोड किया तो उसमें लिखा है कि कि उन्हें वैक्सीन की 5 डोज लग चुकी है, जबकि 6ठीं डोज के लिए भी दिसंबर या जनवरी की तारीख दी गई है। रामपाल ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है। Read Also : चारधाम यात्रा 2021 : निजी-व्यवसायिक वाहनों में सफर के समय म्यूजिक पर रोक, कड़े हैं नियम, देखें
अफसर सुन नहीं रहे : रामपाल
रामपाल का कहना है कि ऑनलाइन प्रमाण पत्र में वैक्सीन की 5 डोज लगाए जाने की जानकारी मिलने पर वे स्वास्थ्य विभाग के दफ्तर पहुंचे और ऑफलाइन प्रमाण देने की मांग की। रामपाल का आरोप है कि अफसरों ने अपने आपको फंसता हुआ देखकर उन्हें प्रमाण पत्र अब तक नहीं दिया। वे बार-बार विभाग के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अफसर सुन नहीं रहे हैं।
वेबसाइट पर 3 सार्टिफिकेटन
उधर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि रामपाल की शिकायत पर जब कोविन वेबसाइट पर चेक किया गया तो वहां रामपाल के तीन सार्टिफिकेट मिले हैं। पहले दो सर्टिफिकेट में उनको दो-दो डोज लगी हैं और तीसरे सर्टिफिकेट में एक डोज लगी है। जबकि उसकी दूसरी डोज उन्हें दिसंबर-जनवरी में लगनी दर्शा रहा है।
यह है तीनों सर्टिफिकेट में
वेबसाइट पर मौजूद तीनों सर्टिफिकेट में वैक्सीनेशन की तारीख और बैनिफिशरी रिफरेंस आईडी तो अलग-अलग दर्शाई गईं हैं, लेकिन उनकाे वैक्सीन लगाने का सेंटर, वैक्सीन लगाने वाले का नाम, आधार कार्ड एक ही है।
- पहले सार्टिफिकेट में 16 मार्च और 8 मई की तारीख लिखी है। प्रमाण पत्र के मुताबिक इन दोनों तरीखों पर सीएचसी सरधना पर हेमलता ने उन्हें वैक्सीन लगाई थी। पहचान पत्र के तौर पर आधार नंबर लिखा है।
- दूसरे प्रमाण पत्र में 15 मई और 15 सितंबर की तारीख दर्ज है। प्रमाण पत्र के मुताबिक इन दोनों तरीखों पर भी सीएचसी सरधना पर हेमलता ने उन्हें वैक्सीन लगाई थी। पहचान पत्र के तौर पर पैन नंबर लिखा है।
- जबकि तीसरे प्रमाण पत्र में 15 सितंबर को उन्हें पहली डोज लगी, जबकि 8 दिसंबर से 5 जनवरी तक दूसरी डोज लगवानी है। इसमें भी सीएचसी सरधना पर हेमलता द्वारा उन्हें वैक्सीन लगाने की जानकारी है। पहचान पत्र के तौर पर आधार नंबर लिखा है।
- तीनों प्रमाण पत्र में जो एक अंतर है वह यह कि पहले और तीसरे प्रमाण पत्र में उनकी उम्र 73 साल लिखी है, जबकि दूसरे प्रमाण पत्र पर उनकी उम्र 60 साल बताई गई है।
जांच कराई जा रही है
इस मामले में सीएमओ डॉ.अखिलेश मोहन का कहना है कि यह पहला मामला है जिसमें एक ही व्यक्ति का छह बार टीका लगाने के लिए पंजीकरण हो गया। सीएमओ के मुताबिक यह किसी की शरारत हो सकता है। उन्होंने कहा कि घटना की जांच जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ.प्रवीण गौतम को सौंप दी गई है।