लम्पी वाइरस पीड़ित गाय का दूध पीने से क्या इंसान बीमार हो सकते है ?
लम्पी वायरस की चपेट में अभी तक हजारों मवेशी आ चुके है।देश में लम्पी वायरस (lampi virus) खासकर राजस्थान और गुजरात समेत 10 अलग - अलग राज्यों में फैल चुका है।एलएसडी (LSD) एक संक्रामक रोग है, जिसमें पशुओं में बुखार और त्वचा पर दाने या गांठ निकलने जैसे लक्षण पनपते हैं। इससे उनकी मौत भी हो सकती है। लेकिन एसी गाय का दूध पीने से क्या इंसान बीमार हो सकते है ???
Updated: Sep 14, 2022, 21:53 IST
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• संक्रमित पशु के दूध का सेवन करना सुरक्षित है।
• दूध को आप अच्छे से उबालकर या फिर बिना उबाले पिएं, उसकी गुणवत्ता पर कोई असर नहीं पड़ता।
• यह बीमारी संक्रमित मच्छरों, मक्खियों, जूं और अन्य कीटों के सीधे संपर्क में आने से फैलती है।
लंपी स्कीन डिसीज (LSD) से संक्रमित पशु के दूध का सेवन करना सुरक्षित है, क्योंकि यह संक्रमण पशुओं से मनुष्यों में नहीं फैलता। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
संक्रमित पशुओं से मिलने वाले दूध की गुणवत्ता और सुरक्षा पर आईवीआरआई (IVRI) के संयुक्त निदेशक अशोक कुमार मोहंती(Ashok Kumar mohanti) ने कहा कि एलएसडी (LSD)जानवरों से मनुष्यों में फैलने वाला रोग नहीं है। संक्रमित पशुओं से प्राप्त होने वाले दूध का सेवन किया जा सकता है।
क्या संक्रमित पशु के दूध का सेवन करना सुरक्षित है?
यदि पशु को समय पर टीका दिया गया हो तो बीमारी और दूध उत्पादन पर लंपी रोग के असर को कम किया जा सकता है। डॉक्टर के अनुसार अभी तक की स्टडी में लंपी वायरस से इंफेक्टेड पशु का दूध पीने से इंसान पर असर का मामला सामने नहीं आया है। इसका बड़ा कारण है कि हम दूध को गर्म करके ही पीते हैं। गर्म करने पर दूध में मौजूद बैक्टीरिया व वायरस नष्ट हो जाते हैं। साथ ही ह्यूमन बॉडी में एक ऐसा एसिड होता है, जो खुद ही ऐसे वायरस को खत्म कर देता है। हालांकि बीमार पशु का दूध पीने पर बछड़े जरूर संक्रमित हो सकते हैं।
पशुओं को लम्पी वायरस से बचाव कैसे करें ?
इसके लिए सभी पशुओं के स्थान पर नियमित साफ़ सफाई रखें। समय समय पर मच्छर मक्खी मारने वाले स्प्रे / कीटनाशक का उपयोग करें। अपने पशुओं को चिकित्सक के निर्देश पर एंटीबायोटिक्स, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीहिस्टामिनिक , आदि टीके लगवा सकते हैं।