कृषि कानूनों के विरोध में बीते तीन माह से जहां किसान आंदोलन कर रहे हैं। वहीं सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए किसान अपनी फसल तक नष्ट करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। कुछ ऐसा ही मंगलवार को मेरठ के रोहटा गांव में एक किसान ने किया। इस किसान ने अपनी गेहूं की 12 बीघा फसल ट्रैक्टर से जोतकर नष्ट कर दी। इसके साथ ही रोहटा में किसानों ने भाजपा के जनप्रतिनिधियों के प्रवेश पर रोक लगाने का ऐलान किया है।
दरअसल रोहटा गांव के रहने वाले राजीव पुत्र बृजपाल ने अपनी 12 बीघा गेहूं की फसल पर ट्रैक्टर चला दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने भाजपा विरोधी नारे लगाते हुए जमकर हंगामा किया। किसानों ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार तानाशाही चला रही है। सरकार उनका अनाज पूंजीपतियों के गोदामों में भरना चाहती है, वे किसी भी कीमत पर ऐसा नहीं होने देंगे। इसके लिए चाहे उन्हें अपनी फसल बर्बाद ही करनी पड़े।
किसानों ने सवाल उठाया कि जब हर पांच साल में सरकारी कर्मचारी के वेतन में बढ़ोतरी होती है तो आखिर किसानों की फसल के दाम क्यों नहीं बढ़ाए जाते? इस मौके पर किसान राजीव, सुरजीत, संदीप आदि किसानों ने सरकार की नीतियों पर रोष जताया। उन्होंने अपने गांव में किसी भी भाजपा जनप्रतिनिधि को दाखिल ना होने देने का ऐलान किया है।
