लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर पड़ा है प्रवासी मजदूरों पर। ये लोग परिवार की दो वक्त की रोटी की व्यववस्था के लिए अपने घरों से सैकड़ो किलोमीटर दूर काम करने आए थे, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण काम बंद हो गया। अब ये लोग रोटी के लिए मोहताज हो गए हैं। ऐसे में आमजन से लेकर खास लोग इन प्रवासी मजदूरों का दर्द बांटने का काम कर रहे हैं और उनके भोजन की व्यवस्था में जुटे हैं। ऐसा ही कुछ नेक काम कर रहे हैं भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और समाचार प्लस चैनल के मालिक उमेश कुमार। लॉकडाउन के पहले दिन से शमी अमरोहा जिले के गजरौला में अपने साथियों के साथ मिलकर प्रवासी मजदूरों की सेवा में जुटे हैं और उन्हें भोजन पानी वितरित कर रहे हैं।

मोहम्मद शमी और उनके वॉलिंटियर्स यहां गजरौला कस्बे में राष्ट्रीय राजमार्ग पर बसों के जरिये घर लौट रहे मजदूरों की सेवा में जुटे हैं। मोहम्मद शमी और उमेश कुमार खुद प्रवासी मजदूरों को भोजन के पैकेट और पानी की बोतल के साथ ही मास्क भी बांट रहे हैं। शमी का कहना है कि एक छोटे से प्रयास से प्रवासी मजदूरों की परेशानी दूर होती है और उनका पेट भरता है। इससे सुकून मिलता है। हम हमेशा जरूरतमंदों के साथ खड़े हैं। शमी और उमेश रोज करीब 8-10 हजार लोगों के लिए खाने-पीने का इंतजाम कर रहे हैं। इसके अलावा जरूरतमंदों को कच्चा राशन भी उपलब्ध करवा रहे हैं।

