TRAI SIM Validity Rules: 90 दिन की वैधता नियम पर उठे सवाल, TRAI ने अफवाहों को किया खारिज
ट्राई ने एक पोस्ट कर 90 दिन की सिम कार्ड वैलिडिटी के नए नियम की अफवाहों को खारिज किया है। पोस्ट में उन्होंने कहा कि ऐसा कोई नया नियम लागू नहीं किया गया है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
Jan 24, 2025, 13:47 IST
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टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) को हाल ही में सिम कार्ड की वैधता को लेकर अफवाहों के कारण आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। इंटरनेट और सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से फैल रही थी कि TRAI ने एक नया नियम जारी किया है, जिसके तहत बिना रिचार्ज के भी सिम कार्ड 90 दिनों तक एक्टिव रहेगा। हालांकि, TRAI ने इन खबरों को झूठा बताते हुए स्पष्ट किया है कि इस मुद्दे पर कोई नया नियम लागू नहीं किया गया है। आइए जानते हैं इस मामले के बारे में।READ ALSO:-UP में एक बार फिर जोर पकड़ेगी ठंड, बर्फीली हवाएं कंपाएंगी; इन जिलों में घने कोहरे का अलर्ट, 5 डिग्री तक गिरेगा तापमान
TRAI का जवाब
TRAI ने स्पष्ट किया है कि सिम कार्ड की वैधता को लेकर कोई नया नियम जारी नहीं किया गया है और मौजूदा नियम 11 सालों से लागू हैं। उपभोक्ताओं को सलाह दी गई है कि वे ऐसी खबरों पर विश्वास न करें और सही जानकारी के लिए सही स्रोत पर ही भरोसा करें।
TRAI ने स्पष्ट किया है कि सिम कार्ड की वैधता को लेकर कोई नया नियम जारी नहीं किया गया है और मौजूदा नियम 11 सालों से लागू हैं। उपभोक्ताओं को सलाह दी गई है कि वे ऐसी खबरों पर विश्वास न करें और सही जानकारी के लिए सही स्रोत पर ही भरोसा करें।
TRAI ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर कहा कि सिम कार्ड से जुड़े मौजूदा नियम पिछले 11 सालों से लागू हैं और इनमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। ट्राई ने अपने पोस्ट में कहा कि टीसीपीआर (छठे संशोधन) के अनुसार, किसी भी प्रीपेड उपभोक्ता का मोबाइल कनेक्शन तब तक बंद नहीं होगा, जब तक उसके खाते में कम से कम 20 रुपये उपलब्ध हों। यह संशोधन 11 साल पुराना है। यहां हम पोस्ट शेयर कर रहे हैं।
Voice and SMS-ओनली प्लान
सिम वैलिडिटी के अलावा, ट्राई के निर्देश पर हाल ही में टेलीकॉम कंपनियों द्वारा पेश किए गए वॉयस और एसएमएस-ओनली प्लान भी चर्चा का विषय हैं। ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों को ऐसे प्लान लाने का निर्देश दिया था, जिसमें डेटा शामिल न हो। इससे उन यूजर्स को फायदा होगा, जो केवल कॉलिंग और मैसेजिंग सेवाओं का इस्तेमाल करना चाहते हैं।
सिम वैलिडिटी के अलावा, ट्राई के निर्देश पर हाल ही में टेलीकॉम कंपनियों द्वारा पेश किए गए वॉयस और एसएमएस-ओनली प्लान भी चर्चा का विषय हैं। ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों को ऐसे प्लान लाने का निर्देश दिया था, जिसमें डेटा शामिल न हो। इससे उन यूजर्स को फायदा होगा, जो केवल कॉलिंग और मैसेजिंग सेवाओं का इस्तेमाल करना चाहते हैं।
हालांकि, शुरुआत में जहां उपभोक्ता इस फैसले से खुश नजर आ रहे थे, वहीं अब टेलीकॉम ऑपरेटरों द्वारा पेश किए गए प्लान उन्हें निराश कर रहे हैं। कंपनियों ने प्लान की कीमतें तो वही रखी हैं, लेकिन इसमें मिलने वाले फायदों को कम कर दिया है। यानी डेटा सुविधाएं हटाने के बावजूद प्लान की कीमत में कोई खास कमी नहीं की गई है। बताया जा रहा है कि ट्राई ने इन प्लान पर उठे विवाद पर कार्रवाई करने की भी बात कही है।