International Elderly Day : आपके साथ भी वही होगा जो आपने अपने बुजुर्गों को दिया, चाहे वह खुशियां हों या गम

international elderly day : 1 अक्टूबर को यह दिवस मनाया जाता है जिसका मकसद अपने बुजुर्गो की अनदेखी को रोकना है। करीब 30 साल पहले  इस दिवस को मनाने की  शुरूआत हुई। इस साल अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस  2021 का विषय (थीम)  सभी वर्ग के लिए डिजिटल समानता (Digital Equity for All Ages) रखी गई है।
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international olders day
 International elderly day : अंतरराष्ट्रीय वरिष्‍ठ नागरिक दिवस, विश्व प्रौढ़ दिवस या अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस कह सकते हैं। यह प्रतिवर्ष 1 अक्टूबर को मनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस 2021 का विषय (थीम) - Digital Equity for All Ages रखी गई है। जानकारी के अनुसार देश में बुजुर्गों की आबादी साल 1961 से लगातार बढ़ रही है। 1991 में 60 वर्ष से अधिक आयु के 5 करोड़ 60 लाख व्यक्ति थे, जो 2007 में बढ़कर 8 करोड़ 40 लाख हो गए। आंकड़ों के मुताबिक साल 2021 में बुजुर्गों की संख्या 13.8 करोड़ पर पहुंच गयी है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) की एक स्टडी में ये आंकड़े सामने आए हैं। इस दिन को मनाने का उद्देश्य होता है कि हम अपने बुजुर्गों का ख्याल रखें, उनके साथ रहे, उन्हें जितना संभव हो खुश और तनाव मुक्त रखें।

 

इस लिए मनाया जाता है international elderly day

 संयुक्त राष्ट्र ने विश्व में वृद्धों के प्रति हो रहे दुर्व्यवहार और अन्याय के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए 14 दिसम्बर, 1990 को यह निर्णय लिया कि हर साल '1 अक्टूबर' को 'अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस (international elderly day)' के रूप में मनाया जाएगा। दिवस के माध्यम से बुजुर्गों को सम्मान और अधिकार दिलाने का प्रयास किया जाएगा। इसके बाद 1 अक्टूबर, 1991 को पहली बार 'अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस' मनाया गया। तभी से यह क्रम जारी है।

 

भारत में वृद्धों की सेवा व रक्षा के लिए हैं कई कानून

भारत में भी वृद्धों की सेवा और उनकी रक्षा के लिए कई कानून और नियम बनाए गए हैं। केंद्र सरकार ने भारत में वरिष्‍ठ नागरिकों के आरोग्‍यता और कल्‍याण को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 1999 में वृद्ध सदस्‍यों के लिए राष्‍ट्रीय नीति तैयार की है। इस नीति का उद्देश्‍य व्‍यक्तियों को स्‍वयं के लिए तथा उनके पति या पत्‍नी के बुढ़ापे के लिए व्‍यवस्‍था करने के लिए प्रोत्‍साहित करना इसमें परिवारों को अपने परिवार के वृद्ध सदस्‍यों की देखभाल करने के लिए प्रोत्‍साहित करने का भी प्रयास किया जाता है। यह भी पढ़ें - UP : कल 55 लाख 61 हजार लोगों के खातों में 15-1500 रुपये भेजेगी योगी सरकार, मेरठ के भी 32347 लोगों को मिलेगा लाभ।

 

2007 में माता-पिता एवं वरिष्‍ठ नागरिक भरण-पोषण विधेयक पारित हुआ

इसके साथ ही 2007 में माता-पिता एवं वरिष्‍ठ नागरिक भरण-पोषण विधेयक संसद में पारित किया गया है। इसमें माता-पिता के भरण-पोषण, वृद्धाश्रमों की स्‍थापना, चिकित्‍सा सुविधा की व्‍यवस्‍था और वरिष्‍ठ नागरिकों के जीवन और सं‍पत्ति की सुरक्षा का प्रावधान किया गया है।  Read Also : Family Pension: बदल गए फैमिली पेंशन के नियम, जानिए किन लोगों को मिलेगा फायदा

 

ये है इस वर्ष की थीम

जानकारी हो कि प्रत्येक दिवस को मनाने का एक उद्देश्य होता है। वहीं, हर साल इस दिन एक विषय तय किया जाता है कि आने वाली पूरी एक साल उस विषय का हम पालन करेंगे, उसे अपनाएंगे। इस प्रकार  अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस 2021 का विषय भी तैयार किया गया है।

  • अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस 2021 का विषय (थीम) -  (Digital Equity for All Ages)
  • अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस 2020 का विषय (थीम)- “महामारी: क्या वे बदलते हैं कि हम कैसे उम्र और उम्र को संबोधित करते हैं?”।
  • अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस 2019 का विषय (थीम)- “आयु समानता की यात्रा (The Journey to Age Equality)” है।
  • अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस 2018 का विषय (थीम)- “पुराने मानवाधिकार चैंपियन का जश्न मनाते हुए (Celebrating Older Human Rights champions )” था।

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