Chhattisgarh Politics: पंजाब के बाद अब छत्तीसगढ़ की राजनीति में फिर बढ़ी सरगरमी, अचानक दिल्ली रवाना हुए 10 से अधिक MLA

दरअसल Chhattisgarh में बीते कई महीनों से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के बीच ढाई साल सत्ता शेयरिंग को लेकर कथित तौर पर विवाद चल रह है।

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अचानक से दिल्ली रवाना हुए 10 से अधिक विधायक
पंजाब के बाद अब छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Politics) में भी मुख्यमंत्री भूपेष बघेल की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। छत्तीसगढ़ के 10 विधायक (MLA) बृहस्पत सिंह के नेतृत्व में दिल्ली पहुंचे हैं। यहां वे सभी कांग्रेस के राज्य प्रभारी पीएल पुनिया (PL Punia) से मुलाकात करेंगे। चर्चा है कि विधायक राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के समर्थन में दिल्ली गए हैं। हालांकि अभी तक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी(Sonia Gandhi) व राहुल गांधी(Rahul Gandhi) से मुलाकात होगी या नहीं यह तय नहीं है। इस दौरे से प्रदेश में कैबिनेट में बदलाव या नेतृत्व परिवर्तन की बातें फिर से शुरू हो गई हैं।

 

दरअसल छत्तीसगढ़ में बीते कई महीनों से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के बीच ढाई साल सत्ता शेयरिंग को लेकर कथित तौर पर विवाद चल रह है। कुछ दिन पहले भी यह विवाद गर्माया था, तब मुख्यमंत्री भूपेष बघेल और कई विधायक दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व में मुलाकात करने पहुंचे थे।सीएम ने 28 अगस्त को कांग्रेस आलाकमान के साथ एक लंबी बैठक की थी। जिसके बाद उन्होंने कहा था कि आने वाले समय में राहुल गांधी राज्य का दौरा करेंगे, हालांकि उसके बाद यह विवाद अचानक थम गया था, लेकिन अब एक महीने बाद फिर से कांग्रेस के विधायक दिल्ली पहुंच गए हैं तो छत्तीसगढ़ की राजनीति गर्मा गई है।

 

विधायकों के दिल्ली में डेरा डालने के मुद्दे पर मीडिया ने देर शाम स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से बात की। उन्होंने कहा कि छग में किस बात की चर्चा है, सबको पता है। बदलाव का कुछ पता नहीं यह हो भी सकता है नहीं भी, लेकिन बात अब खुल गई है। उन्होने कहा कि विधायक पीएल पुनिया से प्रदेश के सियासी हाल और विकास के कामों की चर्चा का दावा कर रहे हैं।

 

सिंहदेव ने कहा कि, भले ही वो कह रहे हों कि विकास दिखाने का आमंत्रण देने गए हैं, लेकिन हो सकता है वो छग की राजनीति को लेकर अपनी बात रखने गए हों। लेकिन यह दायित्व मुख्यमंत्री से ऊपर किसी का नहीं है। अब मैं जाकर कहूं कि आइए हमारे यहां तो वो कहेंगे ठीक है। इस पर मुख्यमंत्री से बात करेंगे।'

 

टीएस सिंहदेव ने कहा, कांग्रेस पार्टी एक खुला मंच है। लीडरशिप समय-समय पर परिस्थिति के अनुसार समय देता है। अगर यहां से कुछ लोग जाकर मिलना चाहते हैं। अगर उन्हें समय मिलेगा तो जरूर मुलाकात होगी। हालांकि उन्होंने फिलहाल खुद दिल्ली जाने से इनकार कर दिया है। 

 

विधायक दल में शामिल है ये जनप्रतिनिधि
दिल्ली जाने वाले विधायकों में विकास उपाध्याय, रामकुमार यादव, बृहस्पत सिंह, द्वारिकाधीश यादव, पुरुषोत्तम कंवर, प्रकाश नायक, गुरुदयाल बंजारे, विनय जायसवाल, यूडी मिंज, मोहित केरकेट्टा, चंद्रदेव राय, पारसनाथ रजवाडे, गुलाब कमरो शामिल है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इसके अलावा और भी विधायक दिल्ली के लिए रवाना हो सकते है।
 

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