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विवरण
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समय (10 अक्टूबर)
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ब्रह्म मुहूर्त आरंभ
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सुबह 4 बजकर 40 मिनट
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ब्रह्म मुहूर्त समापन
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सुबह 5 बजकर 30 मिनट
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सरगी खाने का शुभ मुहूर्त
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सुबह 4 बजकर 40 मिनट से 5 बजकर 30 मिनट तक
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सूर्य उदय का समय (व्रत आरंभ)
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सुबह 6 बजकर 19 मिनट (दिल्ली के अनुसार)
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विवरण
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समय (10 अक्टूबर)
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चतुर्थी तिथि आरंभ
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09 अक्टूबर, रात 10 बजकर 54 मिनट से
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चतुर्थी तिथि समापन
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10 अक्टूबर, शाम 07 बजकर 38 मिनट पर
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पूजा का शुभ मुहूर्त (प्रदोष काल)
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शाम 5 बजकर 57 मिनट से शाम 7 बजकर 11 मिनट तक
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चंद्रोदय का संभावित समय (व्रत पारण)
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रात 8 बजकर 13 मिनट के आसपास (दिल्ली के लिए मानक)
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ज़रूरी सूचना:
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बॉलीवुड और भारतीय टेलीविजन जगत के महान और बहुमुखी कलाकार सतीश शाह (Satish Shah) का आज (शनिवार, 25 अक्टूबर 2025) दुखद निधन हो गया है। अपनी लाजवाब कॉमिक टाइमिंग से दर्शकों को हंसाने वाले सतीश शाह ने 74 वर्ष की उम्र में मुंबई में अपनी आखिरी सांस ली। वह लंबे समय से किडनी से जुड़ी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे, और किडनी फेलियर को उनकी मौत का कारण बताया जा रहा है। उनके निधन की पुष्टि प्रोड्यूसर और IFTDA के अध्यक्ष अशोक पंडित ने की है। चरित्र अभिनेता और कॉमेडियन का सफर सतीश शाह का अभिनय करियर पाँच दशकों से अधिक लंबा रहा, जिसमें उन्होंने 400 से ज्यादा फिल्मों और कई सफल टीवी सीरियल्स में काम किया। उनका जन्म 1951 में हुआ था और उन्होंने पुणे के FTII (Film and Television Institute of India) से प्रशिक्षण लिया था। टीवी जगत का आइकॉन: उन्हें सबसे ज्यादा पहचान हिट कॉमेडी सीरियल 'साराभाई वर्सेज साराभाई' में इंद्रावदन साराभाई (Indravadan Sarabhai) के किरदार से मिली। इस शो में उनके डायलॉग और एक्सप्रेशन आज भी कल्ट क्लासिक माने जाते हैं। 'ये जो है जिंदगी' (1984) में 55 अलग-अलग किरदार निभाकर उन्होंने घर-घर में अपनी पहचान बनाई थी। फिल्मी करियर की शुरुआत: उन्होंने 1983 की डार्क कॉमेडी फिल्म 'जाने भी दो यारों' में एक 'लाश' (Dead Body) का आइकॉनिक किरदार निभाया था, जिसने उन्हें रातोंरात पहचान दिलाई थी। प्रमुख फिल्में: उनकी कुछ यादगार बॉलीवुड फिल्मों में 'हम आपके हैं कौन', 'मुझसे शादी करोगी', 'कल हो ना हो' और शाहरुख खान अभिनीत 'मैं हूँ ना' शामिल हैं, जहाँ उन्होंने अपनी कॉमिक टाइमिंग से जान डाल दी। Read Also : थामा, और 'स्त्री 2' के म्यूजिक कंपोजर सचिन सांघवी गिरफ्तार, शादी और गाना देने का झांसा देकर 20 साल की युवती से यौन उत्पीड़न का आरोप किडनी फेलियर और निधन की पुष्टि मिली जानकारी के मुताबिक, अभिनेता सतीश शाह पिछले कुछ समय से किडनी संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। उन्होंने आज दोपहर करीब 2:30 बजे अंतिम सांस ली। आधिकारिक रूप से किडनी फेलियर को उनकी मृत्यु का कारण बताया गया है। शाह के निधन की खबर सामने आने के बाद बॉलीवुड इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। इंडस्ट्री में शोक की लहर मशहूर निर्माता अशोक पंडित ने सतीश शाह के निधन की पुष्टि करते हुए कहा, "जी हाँ, सतीश शाह नहीं रहे। वो मेरे अच्छे मित्र थे। किडनी फेलियर के चलते उनका निधन हो गया है। इंडस्ट्री के लिए यह एक बड़ी क्षति है।" Public Reaction or Social Media: श्रद्धांजलि सतीश शाह के निधन की खबर से उनके फैंस स्तब्ध हैं। सोशल मीडिया पर उनके फैंस और फिल्मी सितारों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है और उनके सबसे यादगार किरदारों को याद कर रहे हैं। 'साराभाई वर्सेज साराभाई' की कास्ट और क्रू ने भी उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। सिनेमा में हास्य की क्षति सतीश शाह का निधन हिंदी सिनेमा में चरित्र अभिनय और हास्य की एक पीढ़ी का अंत है। उनकी अभिनय शैली और हास्य टाइमिंग हमेशा दर्शकों के दिलों में ज़िंदा रहेगी।
उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहर मेरठ के लिए परिवहन के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत होने जा रही है। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस (रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) कॉरिडोर के साथ ही मेरठ को अपनी पहली 'मेरठ मेट्रो' मिलने जा रही है। यह न केवल शहर के अंदर कनेक्टिविटी को सुधारेगी, बल्कि दिल्ली और गाजियाबाद जैसे शहरों से भी मेरठ के सफर को आसान और तेज बना देगी। आइए, मेरठ मेट्रो से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी पर एक विस्तृत नजर डालते हैं: Meerut Metro की कब होगी शुरुआत? (Kab Shuru Hogi) मेरठ मेट्रो का संचालन, दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस (जिसे 'नमो भारत' ट्रेन के नाम से भी जाना जाता है) के साथ ही शुरू होना प्रस्तावित है। हालिया अपडेट: खबरों के अनुसार, 30 सितंबर 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नमो भारत ट्रेन के आखिरी चरण (मेरठ साउथ से मोदीपुरम) और मेरठ मेट्रो का उद्घाटन किया जा सकता है। लक्ष्य: पूरी परियोजना (RRTS के साथ) को जून 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। प्राथमिकता खंड (साहिबाबाद से दुहाई) का परिचालन अक्टूबर 2023 में पहले ही शुरू हो चुका है। खासियत: यह देश का पहला ऐसा ट्रैक होगा जिस पर एक ही ट्रैक पर हाई-स्पीड नमो भारत ट्रेन और तीन कोच वाली मेरठ मेट्रो ट्रेन, दोनों एक साथ चलेंगी। रूट मैप (Route Map) और स्टेशन मेरठ मेट्रो कॉरिडोर दिल्ली-मेरठ RRTS कॉरिडोर का ही हिस्सा है। यह मुख्यतः मेरठ के शहरी क्षेत्र में सेवा प्रदान करेगी। कॉरिडोर का नाम: मेरठ दक्षिण से मोदीपुरम (Meerut South to Modipuram) कुल लंबाई: लगभग 23 किमी स्टेशनों की संख्या: इस कॉरिडोर में कुल 13 स्टेशन हैं। केवल मेट्रो स्टेशन: इनमें से 10 स्टेशन केवल मेरठ मेट्रो के लिए होंगे। RRTS और मेट्रो दोनों के लिए स्टेशन (Integrated Stations): मेरठ साउथ, बेगमपुल, और मोदीपुरम स्टेशन RRTS और मेरठ मेट्रो, दोनों की सेवाओं के लिए इंटीग्रेटेड (एकीकृत) होंगे। प्रमुख स्टेशन (संभावित): मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, मेरठ सेंट्रल, भैसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, दौर्ली, मेरठ नॉर्थ, और मोदीपुरम। किराया (Kiraya) मेरठ मेट्रो का किराया दूरी के आधार पर तय किया जाएगा। यह किराया नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (NCRTC) द्वारा जारी किया जाएगा। नमो भारत (RRTS) का किराया (दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर के लिए): मानक (Standard) कोच: ₹20 से शुरू होकर अधिकतम ₹150 तक हो सकता है (पूरे कॉरिडोर के लिए)। प्रीमियम (Premium) कोच: ₹30 से शुरू होकर अधिकतम ₹225 तक हो सकता है (पूरे कॉरिडोर के लिए)। मेरठ मेट्रो का अनुमानित किराया: चूंकि मेरठ मेट्रो की यात्रा दूरी RRTS की तुलना में कम होगी (शहर के भीतर), इसका किराया ₹20 से ₹50 के बीच होने की संभावना है, जो यात्रियों द्वारा तय की गई दूरी पर निर्भर करेगा। मेरठ मेट्रो की आगे की योजना (Aage Ka Plan) मेरठ मेट्रो का पहला चरण (मेरठ दक्षिण से मोदीपुरम) पूरा होने के बाद, आगे की योजनाओं में शहर के विकास और कनेक्टिविटी को बढ़ाना शामिल है: दूसरा कॉरिडोर प्रस्तावित: मेरठ मेट्रो के लिए दूसरा कॉरिडोर भी प्रस्तावित है, जिसका रूट श्रद्धापुरी एक्सटेंशन से जाग्रति विहार तक हो सकता है। इस पर अभी विस्तृत काम शुरू होना बाकी है। टाउनशिप और TOD: मेरठ में ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (TOD) मॉडल पर आधारित नई टाउनशिप का विकास किया जा रहा है। ये टाउनशिप RRTS/मेट्रो स्टेशनों के आस-पास होंगी, जिससे लोग अपने कार्यस्थल (Walk to Work) और जरूरी सुविधाओं तक आसानी से पहुँच सकेंगे। इससे 2029 तक 20,000 से अधिक रोजगार उत्पन्न होने का अनुमान है। फीडर सेवाएं: स्टेशनों से अंतिम-मील कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों के लिए फीडर सेवाओं को मजबूत करने की योजना है। मेरठ मेट्रो न केवल शहर के ट्रैफिक को कम करेगी बल्कि दिल्ली-एनसीआर से मेरठ की कनेक्टिविटी को भी मजबूत करेगी, जिससे यहां के निवासियों के लिए समय और पैसे दोनों की बचत होगी। यह परियोजना मेरठ को देश के सबसे आधुनिक परिवहन नेटवर्क वाले शहरों की श्रेणी में खड़ा कर देगी।
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर, जिसे अब 'नमो भारत' (NaMo Bharat) ट्रेन के नाम से जाना जाता है, अब अपने अंतिम चरण में है और जल्द ही पूरी तरह से यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा।Read also:-Delhi–Meerut RRTS Opening Date 2025: नमो भारत रैपिड रेल से दिल्ली से मेरठ सफर सिर्फ 55 मिनट में वो दिन अब दूर नहीं, जब मेरठ का निवासी दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस में शॉपिंग करने और गाजियाबाद का व्यापारी मेरठ में अपने बिजनेस को विस्तार देने का सपना सिर्फ 60 मिनट में पूरा कर सकेगा। देश के सबसे महत्वाकांक्षी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट, दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS), अब हकीकत बनने की दहलीज पर है। 82 किलोमीटर का यह हाई-स्पीड कॉरिडोर लगभग तैयार है और रिपोर्ट्स के मुताबिक, अक्टूबर 2025 की शुरुआत में प्रधानमंत्री द्वारा इसका उद्घाटन किया जा सकता है। संभावित उद्घाटन की तारीखें: मीडिया रिपोर्ट्स और निर्माण कार्य की प्रगति के अनुसार, पूरे कॉरिडोर (सराय काले खां से मोदीपुरम तक) का उद्घाटन अक्टूबर 2025 में होने की प्रबल संभावना है। ऐसी खबरें हैं कि अक्टूबर 2025 की शुरुआत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस परियोजना का शुभारंभ कर सकते हैं। पूरा कॉरिडोर: यह 82 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर दिल्ली के सराय काले खां को मेरठ के मोदीपुरम डिपो से जोड़ेगा, जिससे दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय एक घंटे से भी कम हो जाएगा। वर्तमान में परिचालन: 20 अक्टूबर 2023 से प्राथमिकता कॉरिडोर (साहिबाबाद से दुहाई डिपो) और हाल ही में न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक का खंड पहले से ही चालू है, जिसने लाखों यात्रियों को बड़ी राहत दी है। मेरठ मेट्रो: एक ही पटरी पर रैपिड और मेट्रो का तालमेल मेरठ शहर के भीतर यात्रियों की आवाजाही को आसान बनाने के लिए मेरठ मेट्रो भी 'नमो भारत' ट्रेन के साथ ही उसी ट्रैक पर चलेगी। शुरुआत: मेरठ मेट्रो का उद्घाटन भी अक्टूबर 2025 में रैपिड रेल के साथ ही होने की उम्मीद है। रूट: यह मेट्रो सेवा मेरठ साउथ से मोदीपुरम डिपो के बीच 23 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर पर चलेगी, जिसमें 13 स्टेशन होंगे। विशेषता: यह भारत की पहली ऐसी परियोजना है जहाँ क्षेत्रीय रैपिड रेल और स्थानीय मेट्रो ट्रेनें एक ही ट्रैक को साझा करेंगी, लेकिन इनके परिचालन के समय अलग-अलग होंगे। स्टेशन लिस्ट: कहाँ-कहाँ रुकेगी आपकी 'नमो भारत'? दिल्ली-मेरठ RRTS कॉरिडोर पर कुल 16 स्टेशन होंगे। दिल्ली (3) गाजियाबाद (6) मेरठ (7) सराय काले खां साहिबाबाद मेरठ साउथ (कॉमन) न्यू अशोक नगर गाजियाबाद शताब्दी नगर (कॉमन) आनंद विहार गुलधर बेगमपुल (कॉमन) दुहाई मोदीपुरम (कॉमन) दुहाई डिपो परतापुर (सिर्फ मेट्रो) मुरादनगर रिठानी (सिर्फ मेट्रो) मोदीनगर दक्षिण ब्रहमपुरी (सिर्फ मेट्रो) मोदीनगर उत्तर मेरठ सेंट्रल (सिर्फ मेट्रो) भैंसाली (सिर्फ मेट्रो) एमईएस कॉलोनी (सिर्फ मेट्रो) डोरली (सिर्फ मेट्रो) मेरठ नॉर्थ (सिर्फ मेट्रो) मोदीपुरम डिपो (सिर्फ मेट्रो) (कॉमन स्टेशन वे हैं जहाँ 'नमो भारत' रैपिड रेल और मेरठ मेट्रो दोनों रुकेंगी।) किराया विवरण: कितना होगा आपकी यात्रा का खर्च? 'नमो भारत' ट्रेन में दो तरह के कोच हैं: स्टैंडर्ड कोच और प्रीमियम कोच। यात्रियों को अपनी सुविधा अनुसार टिकट खरीदने का विकल्प मिलेगा। किराया सीमा: किराया ₹20 से शुरू होता है और अधिकतम ₹225 तक जा सकता है। एक प्रमुख रूट का किराया (उदाहरण): न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक: स्टैंडर्ड कोच में ₹150 और प्रीमियम कोच में ₹225। आनंद विहार से मेरठ साउथ तक का सफर लगभग 35 मिनट में पूरा होगा, जिसका किराया इसी सीमा में होगा। भुगतान विकल्प: यात्री QR कोड-आधारित पेपर टिकट और NCMC (नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड) का उपयोग करके यात्रा कर सकेंगे। निर्माण प्रगति और तकनीकी विशेषताएँ आरआरटीएस परियोजना का लगभग 75% से अधिक सिविल कार्य पूरा हो चुका है। स्पीड और रोलिंग स्टॉक: 'नमो भारत' ट्रेन की डिज़ाइन गति 180 किमी/घंटा है, जबकि परिचालन गति 160 किमी/घंटा होगी। ट्रेनों में महिलाओं के लिए एक आरक्षित कोच, प्रीमियम कोच, और सभी के लिए आधुनिक सुविधाएं (Wi-Fi, लैपटॉप/मोबाइल चार्जिंग पोर्ट) उपलब्ध हैं। हरित ऊर्जा पहल: NCRTC ने अपने स्टेशनों और डिपो पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए हैं, जो परियोजना को स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा प्रदान कर रहे हैं। फाइनल अप्रूवल: दिल्ली से मेरठ तक पूरे कॉरिडोर के वाणिज्यिक परिचालन के लिए अंतिम चरण की सुरक्षा मंजूरी मिलना बाकी है, जिसके बाद इसे तुरंत खोल दिया जाएगा। यह कॉरिडोर एनसीआर के विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा, जो न केवल यात्रा को आसान बनाएगा बल्कि रोजगार, व्यापार और रियल एस्टेट को भी नई ऊंचाइयां देगा।
मेरठ, 19 सितंबर 2025 मेरठ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए 30 सितंबर का दिन एक नए युग की शुरुआत करने जा रहा है। इस ऐतिहासिक तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की पहली रैपिड रेल 'नमो भारत' के संपूर्ण कॉरिडोर और मेरठ मेट्रो को हरी झंडी दिखाएंगे। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री इस उद्घाटन को यादगार बनाते हुए दिल्ली से 'नमो भारत' ट्रेन में सवार होकर मेरठ के मोदीपुरम तक का सफर तय करेंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे।READ ALSO:-सितंबर में 'प्रलयंकारी' मानसून: हिमाचल-उत्तराखंड में बादल फटने और लैंडस्लाइड से तबाही जारी, 424 की मौत दिल्ली से मेरठ तक ट्रेन में PM, फिर विशाल जनसभा योजना के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली से रैपिड ट्रेन के जरिए मेरठ पहुंचेंगे। यह यात्रा अपने आप में एक संदेश होगी कि दिल्ली और मेरठ के बीच की दूरी अब मिनटों में सिमट गई है। मोदीपुरम स्टेशन पर उतरने के बाद प्रधानमंत्री का काफिला शताब्दीनगर के लिए रवाना होगा, जहाँ वे एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। इस रैली में मेरठ समेत आसपास के सभी जिलों से लाखों लोगों के जुटने की उम्मीद है, जिसके लिए तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। शहर में हाई अलर्ट, घर-घर किरायेदारों की जांच प्रधानमंत्री के इस दौरे को लेकर पूरा प्रशासनिक और पुलिस अमला हाई अलर्ट पर है। गुरुवार को एडीजी भानु भास्कर ने एक उच्च-स्तरीय बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और कड़े इंतजामों के निर्देश दिए। सुरक्षा एजेंसियां कोई भी ढिलाई नहीं बरतना चाहतीं। पुलिस और एलआईयू (स्थानीय अभिसूचना इकाई) की टीमों ने गुरुवार देर रात शताब्दी नगर, रिझानी और रिठानी जैसे इलाकों में घर-घर जाकर सघन चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान किरायेदारों और बाहर से आकर रह रहे लोगों के नाम, पते और मोबाइल नंबर दर्ज किए गए। देर रात बिजली गुल होने के बावजूद यह अभियान टॉर्च की रोशनी में जारी रहा, जो सुरक्षा की गंभीरता को दर्शाता है। यह सुरक्षा इसलिए भी कड़ी की गई है क्योंकि प्रधानमंत्री के दौरे से ठीक पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी 20 से 22 सितंबर तक मेरठ में रहेंगी और दो विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोहों में हिस्सा लेंगी। मेरठ की नई लाइफलाइन: जानिए मेट्रो और नमो भारत का नेटवर्क यह प्रोजेक्ट मेरठ की कनेक्टिविटी को पूरी तरह से बदल देगा। नमो भारत (रैपिड रेल): दिल्ली से मेरठ तक का पूरा 82 किलोमीटर का ट्रैक अब पूरी तरह से चालू हो जाएगा। मेरठ मेट्रो: कुल लंबाई: 23 किलोमीटर (18 किमी एलिवेटेड, 5 किमी भूमिगत) कुल स्टेशन: 13 (मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, मेरठ सेंट्रल, भैसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, डौरली, मेरठ नॉर्थ, मोदीपुरम और मोदीपुरम डिपो)। भूमिगत स्टेशन: मेरठ सेंट्रल, भैसाली और बेगमपul। एक ही टिकट पर दोनों में सफर: यात्रियों की सुविधा के लिए चार स्टेशनों- मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम को कॉमन स्टेशन बनाया गया है, जहाँ यात्री नमो भारत और मेट्रो के बीच आसानी से स्विच कर सकेंगे।
इस वर्ष दीपावली की सही तिथि को लेकर पंचांगों में भिन्नता के कारण आम लोगों में बना कन्फ्यूजन अब दूर हो गया है। कुछ पंचांगों में 20 अक्टूबर तो कुछ में 21 अक्टूबर को दिवाली बताई जा रही थी। इस भ्रम की स्थिति को समाप्त करते हुए देश की सर्वोच्च धार्मिक संस्थाओं में से एक, श्री काशी विद्वत परिषद, ने स्पष्ट कर दिया है कि संपूर्ण देश में दीपावली का महापर्व सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को ही मनाया जाएगा।READ ALSO:-यूपी में कुदरत का डबल अटैक: पूर्वांचल में 'जल प्रलय' ने तोड़ा 136 साल का रिकॉर्ड, अब पश्चिमी यूपी के 23 जिलों में भारी बारिश-ओलों का अलर्ट! क्यों 20 अक्टूबर है सही तिथि? काशी विद्वत परिषद के ज्योतिष प्रकोष्ठ के मंत्री और बीएचयू के प्रोफेसर विनय कुमार पांडेय के अनुसार, सनातन धर्म में पर्वों का निर्धारण तिथियों की गणितीय गणना और शास्त्रों के आधार पर होता है। दीपावली कार्तिक मास की अमावस्या को प्रदोष काल में मनाई जाती है। प्रदोष काल का अर्थ है सूर्यास्त के बाद का समय। इस वर्ष कार्तिक अमावस्या तिथि की शुरुआत 20 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 56 मिनट पर होगी और यह 21 अक्टूबर की शाम 4 बजकर 26 मिनट तक रहेगी। 20 अक्टूबर को, जब सूर्यास्त होगा, तब अमावस्या तिथि विद्यमान रहेगी और पूरे प्रदोष काल को कवर करेगी। लक्ष्मी पूजन और दीपदान के लिए यह शास्त्र सम्मत और शुभ मुहूर्त है। 21 अक्टूबर को, अमावस्या तिथि शाम 4 बजकर 26 मिनट पर ही समाप्त हो जाएगी, जबकि सूर्यास्त लगभग 5 बजकर 40 मिनट पर होगा। इसका अर्थ है कि सूर्यास्त और प्रदोष काल के समय अमावस्या तिथि नहीं रहेगी, बल्कि प्रतिपदा तिथि लग चुकी होगी। ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि द्विवेदी ने भी स्पष्ट किया कि ब्रह्म पुराण के अनुसार, कार्तिक अमावस्या की रात्रि में ही देवी लक्ष्मी और कुबेर भ्रमण करते हैं। यह रात्रि व्यापिनी और प्रदोष व्यापिनी अमावस्या 20 अक्टूबर को ही प्राप्त हो रही है। अतः इसी दिन लक्ष्मी-कुबेर पूजन और दीपोत्सव मनाना श्रेष्ठ है। 21 अक्टूबर को होगी स्नान-दान की अमावस्या विद्वानों ने यह भी स्पष्ट किया कि 21 अक्टूबर को सूर्योदय के समय अमावस्या तिथि होने के कारण इस दिन स्नान, दान और पितरों के लिए श्राद्ध कर्म करना उत्तम रहेगा। इसलिए, 21 अक्टूबर की तिथि धार्मिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन दीपावली का मुख्य पर्व 20 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा। इस स्पष्टीकरण के बाद अब लोगों को अपने त्योहार की तैयारियों को लेकर किसी भी तरह के भ्रम में रहने की आवश्यकता नहीं है।
आज 08 नवंबर 2025, दिन शनिवार है। हिंदू पंचांग के अनुसार, आज मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है, जो भगवान गणेश को समर्पित है। आज गणाधिप संकष्टी चतुर्थी का पावन व्रत रखा जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आज का दिन बेहद खास है क्योंकि शनिवार के दिन संकष्टी चतुर्थी के साथ शिव योग और मृगशिरा नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है।READ ALSO:-मेरठ में खौफनाक साजिश! 11 साल छोटे प्रेमी के लिए पत्नी बनी कातिल, पति को 6 गोलियां खिलाईं, गला घोंटकर नहर में फेंका आज सुबह 07:34 तक भद्रा का साया (विष्टि करण) रहेगा, इसलिए कोई भी नया या शुभ कार्य इसके बाद करना ही उत्तम रहेगा। चंद्रमा आज सुबह 11:15 बजे तक अपनी उच्च राशि वृषभ में रहेंगे और इसके बाद मिथुन राशि में गोचर करेंगे। आइए जानते हैं आज का विस्तृत पंचांग और सभी 12 राशियों का दैनिक राशिफल। आज का विस्तृत पंचांग (08 नवंबर 2025) विवरण जानकारी दिनांक 08 नवंबर 2025 दिन शनिवार विक्रम संवत 2082 मास मार्गशीर्ष पक्ष कृष्ण पक्ष तिथि तृतीया (सुबह 07:34 तक), इसके बाद चतुर्थी नक्षत्र मृगशिरा (रात 10:03 तक) योग शिव (शाम 06:31 तक) करण विष्टि (भद्रा) - सुबह 07:34 तक चंद्र राशि वृषभ (सुबह 11:15 तक), फिर मिथुन त्योहार/व्रत गणाधिप संकष्टी चतुर्थी आज का शुभ-अशुभ समय (दिल्ली) सूर्योदय: सुबह 06:38 सूर्यास्त: शाम 05:30 चंद्रोदय (संकष्टी हेतु): रात 08:02 राहु काल (अशुभ): सुबह 09:21 से सुबह 10:43 तक अभिजीत मुहूर्त (शुभ): सुबह 11:43 से दोपहर 12:26 तक भद्रा का समय: सूर्योदय से सुबह 07:34 तक आज का विस्तृत राशिफल (08 नवंबर 2025) मेष (Aries): ऊर्जा और आत्मविश्वास से भरे रहेंगे। रुके हुए काम दोबारा शुरू करने के लिए दिन उत्तम है। ऑफिस में आपके विचारों की सराहना होगी। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। वृषभ (Taurus): आज आपका ध्यान काम और पैसों पर रहेगा। सुबह 11:15 तक समय बहुत अनुकूल है, मेहनत का फल मिलेगा। इसके बाद मानसिक स्थिति में बदलाव आ सकता है, धैर्य से काम लें। मिथुन (Gemini): आज का दिन आपके लिए है। चंद्रमा आपकी ही राशि में आ रहे हैं। आपकी बातों का दूसरों पर गहरा असर पड़ेगा। कोई छोटी यात्रा का योग बन सकता है। लव लाइफ में नई ऊर्जा आएगी। कर्क (Cancer): आज आपकी भावनाएं गहरी रहेंगी। काम में स्थिरता बनी रहेगी, लेकिन कोई भी बड़ा आर्थिक फैसला सोच-समझकर लें। किसी पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा। सिंह (Leo): आत्मविश्वास की चमक बिखेरेंगे। नए प्रोजेक्ट शुरू करने या नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए दिन बहुत अच्छा है। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, लेकिन शाम को खर्चों पर नियंत्रण रखें। कन्या (Virgo): आज का दिन अनुशासन और जिम्मेदारी का है। काम में गंभीरता से जुटना पड़ेगा, लेकिन इसके परिणाम बहुत अच्छे मिलेंगे। किसी वरिष्ठ अधिकारी से मुलाकात फायदेमंद साबित होगी। तुला (Libra): व्यवहार में थोड़ा लचीलापन लाना होगा। ऑफिस में किसी सहयोगी से मतभेद की आशंका है, शांत रहें। पैसे से जुड़े मामलों में सावधानी बरतें। प्रेम में संवाद की अहमियत समझें। वृश्चिक (Scorpio): धैर्य के साथ काम करने का दिन है। कामकाज में अनुशासन बनाए रखें। किसी भी तरह के प्रलोभन या जोखिम भरे निवेश से बचें। स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी सतर्कता बरतनी होगी। धनु (Sagittarius): महत्वपूर्ण मामलों में गति बनाए रखने का दिन है। व्यक्तिगत संबंधों में मिठास बनी रहेगी। शिक्षा या प्रतियोगिता के क्षेत्र में सफलता मिलने के योग हैं। लाभ के अवसर बढ़ेंगे। मकर (Capricorn): आज का दिन आपके लिए शुभ है। लंबे समय से अटके काम पूरे हो सकते हैं। हालांकि, स्वास्थ्य और पुराने विवादों को लेकर थोड़ी सतर्कता जरूरी है। मेहनत का पूरा फल मिलेगा। कुंभ (Aquarius): आज का दिन नवीन तालमेल और समन्वय बनाने का है। दोस्तों या साझेदारों के साथ किए गए काम में लाभ मिलेगा। हालांकि, जोखिम भरे कामों से दूर रहना ही बुद्धिमानी होगी। खर्चों पर ध्यान दें। मीन (Pisces): आज का दिन आपके लिए खुशखबरी ला सकता है। पारिवारिक जीवन में सुख-शांति रहेगी। आर्थिक मामलों में समझदारी से लिए गए फैसले लाभ देंगे। अपनी सेहत का ध्यान रखें। गणधिप संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व आज के दिन भगवान गणेश की पूजा दोपहर में करने के बाद रात्रि में चंद्रोदय के समय चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है। माना जाता है कि ऐसा करने से गणेश जी भक्तों के सभी कष्ट हर लेते हैं। शनिवार के दिन यह व्रत रखने से भगवान शनिदेव भी शांत होते हैं और उनकी कृपा से कार्यक्षेत्र में सफलता मिलती है। (यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। व्यक्तिगत सलाह के लिए विशेषज्ञ ज्योतिषी से संपर्क करें।)
आज, मंगलवार दिनांक 04 नवंबर 2025 को हिंदू धर्म के सबसे पवित्र पर्वों में से एक कार्तिक पूर्णिमा का विशेष संयोग बन रहा है। इस दिन देव दीपावली और बैकुण्ठ चतुर्दशी का पर्व भी मनाया जा रहा है। कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान, दीप दान और दान-पुण्य का विशेष महत्व है। ग्रह-नक्षत्रों के अनुसार, आज का दिन सिद्धि योग और सर्वार्थसिद्धि अमृत योग जैसे शुभ संयोगों से युक्त है।READ ALSO:-इंटरनेट से बनी 'मौत की मशीनें': भारत में अल कायदा 'लोन वुल्फ' अटैक की तैयारी में, दुनिया क्यों खौफ में? आज का विस्तृत पंचांग (04/11/2025) विवरण (Details) मान (Value) दिनांक 04 नवंबर 2025 वार मंगलवार तिथि चतुर्दशी - (रात्रि 10:36 बजे तक) उसके बाद पूर्णिमा मास कार्तिक, शुक्ल पक्ष नक्षत्र अश्विनी (या रेवती - सुबह 12:35 बजे तक), उसके बाद अश्विनी योग वज्र - (दोपहर 03:43 बजे तक), उसके बाद सिद्धि योग करण गर/वणिज चन्द्र राशि मीन - (दोपहर 12:35 बजे तक), उसके बाद मेष सूर्य राशि तुला शक संवत 1947 (विश्वावसु) विक्रम संवत 2082 (कालयुक्त) सूर्य और चंद्र गणना विवरण (Details) समय (Time) सूर्योदय सुबह 06:34 बजे सूर्यास्त शाम 05:33 बजे चन्द्रोदय शाम 04:30 बजे चंद्रास्त अगले दिन (05 नवंबर) भोर 06:06 बजे शुभ एवं अशुभ मुहूर्त विवरण (Details) समय (Time) शुभ मुहूर्त (अभिजीत) दोपहर 11:39 बजे से दोपहर 12:22 बजे तक अमृत काल आज कोई अमृत काल नहीं है राहुकाल (अशुभ) दोपहर 02:48 बजे से शाम 04:10 बजे तक (इस समय शुभ कार्य वर्जित हैं) दिशा शूल उत्तर (इस दिशा में यात्रा करने से बचें) आज के व्रत और त्योहार: बैकुण्ठ चतुर्दशी, कार्तिक पूर्णिमा (उदया तिथि के कारण पूर्णिमा का स्नान दान 5 नवंबर को होगा), सर्वार्थसिद्धि अमृत योग, पंचक समाप्त। आज का राशिफल 04 नवंबर 2025: मंगल की कृपा से इन राशियों को मिलेगा बड़ा लाभ मेष से मिथुन तक (Aries to Gemini) मेष (Aries): आज का दिन आपके लिए मंगलकारी और शुभ रहेगा। दिन के दूसरे भाग में योजनाओं का पूर्ण लाभ मिलेगा। सरकारी क्षेत्र के कामों में सफलता मिल सकती है। नौकरी बदलने का अच्छा अवसर मिलने की संभावना है। हनुमान चालीसा का पाठ करें। वृषभ (Taurus): आज संतोष और शांति का दिन है। राजनीति के क्षेत्र में सफलता मिलेगी और नए समझौतों से पद, प्रतिष्ठा में वृद्धि हो सकती है। शाम को प्रियजनों के साथ समय बिताएं। मिथुन (Gemini): आज का दिन उम्मीद भरा रहेगा। कार्यक्षेत्र में नए प्रोजेक्ट पर काम करने का मौका मिलेगा। आर्थिक क्षेत्र में फंसा हुआ धन मिल सकता है। भावनाओं में बहकर निर्णय लेने से बचें। दुर्गा देवी के 32 नाम स्तोत्र का पाठ करें। कर्क से कन्या तक (Cancer to Virgo) कर्क (Cancer): आज शुभ कार्यों में आपकी दिलचस्पी बढ़ेगी। आपके द्वारा लिया गया निर्णय आगे लाभप्रद रहेगा। संतान पक्ष के विवाह में आ रही अड़चनें समाप्त होंगी। जन संपर्क में वृद्धि होगी। साख-सम्मान में बढ़ोत्तरी होगी। सिंह (Leo): आज का दिन उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। पारिवारिक जीवन में कुछ समस्याएं देखने को मिल सकती हैं। व्यापार और करियर के लिए दिन अच्छा है, लेकिन अनजान लोगों की बातों पर भरोसा न करें। स्वास्थ्य पर ध्यान दें। कन्या (Virgo): आज का दिन मिलाजुला रहेगा। भाई-बहनों से किसी बात पर विवाद हो सकता है। कोर्ट-कचहरी के मामले उलझ सकते हैं, लेकिन सरकारी योजनाओं का फायदा मिलेगा। गुस्से पर नियंत्रण रखें। तुला से मीन तक (Libra to Pisces) तुला (Libra): आज आपको हर फैसला सोच समझकर लेना चाहिए। जल्दबाजी में लिया गया निर्णय नुकसानदेह हो सकता है। हालांकि, व्यावसायिक क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। भाग्य का साथ मिलेगा। वृश्चिक (Scorpio): आज का दिन बहुत ही अच्छा रहेगा। कोर्ट-कचहरी और सरकारी कामों में चल रही समस्याएं समाप्त होंगी। शत्रु पक्ष से सावधान रहें, लेकिन नई योजनाओं पर कार्य शुरू कर सकते हैं। धनु (Sagittarius): आज आपको आध्यात्मिक और धार्मिक कार्यों में शांति मिलेगी। निवेश करने से लाभ होगा। स्वास्थ्य पर ध्यान दें और अनावश्यक खर्चों से बचें। मकर (Capricorn): आज सुख-सुविधाओं में कमी आ सकती है, लेकिन कोर्ट केस में जीत मिलेगी। आनंददायक यात्रा पर जाने का मौका मिलेगा। आमदनी में वृद्धि होगी। विष्णु सहस्रनाम का जाप करें। कुंभ (Aquarius): आज आपको किसी भी मौके को हाथ से नहीं जाने देना चाहिए। लाभ के योग बने रहेंगे। घर और बाहर का वातावरण सामान्य रहेगा। करियर-कारोबार में बड़ी सफलता मिल सकती है। मीन (Pisces): आज का दिन आपके लिए शुभ है। भूमि-भवन में निवेश करने से लाभ होगा। साझेदारी से लाभ मिलेगा। बौद्धिक क्षमता अच्छी रहेगी। आर्थिक दृष्टिकोण से अच्छा समय है। (अस्वीकरण: यह राशिफल ज्योतिषीय गणनाओं और सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। किसी भी व्यक्तिगत निर्णय से पहले विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।)
हिंदू पंचांग में एकादशी व्रत को बहुत खास माना जाता है, जो हर महीने में दो बार (कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष) आती है। इन सभी में देवउठनी एकादशी (Devuthani Ekadashi) का महत्व सबसे अधिक है। इस पर्व के साथ ही चातुर्मास की समाप्ति होती है और जगत के पालनहार भगवान विष्णु अपनी चार महीने की योगनिद्रा से जागते हैं। इस शुभ तिथि से ही देश-दुनिया में सभी प्रकार के शुभ कार्यों की शुरुआत होती है, जैसे विवाह, मुंडन और गृह प्रवेश।READ ALSO:-भाग्यफल 31 अक्टूबर: रमा एकादशी पर चंद्र गोचर से 3 राशियों को होगा महालाभ! इन जातकों को आज धन योग से मिलेगी बड़ी सफलता देवोत्थान एकादशी का धार्मिक महत्व बिजनौर जिले के धामपुर के ज्योतिषाचार्य श्री निशांत गौड़ जी ने इस दिन के महत्व पर प्रकाश डाला। पर्व का नाम: इसे देवोत्थान एकादशी या प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है। यह हर साल कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। भगवान विष्णु का जागरण: मान्यता है कि भगवान विष्णु इस दिन योगनिद्रा से जागते हैं। पाप कटते हैं: इस दिन भगवान विष्णु और धन की अधिष्ठात्री देवी मां लक्ष्मी की एक साथ पूजा करने से जातकों के पाप कटते हैं और उनका आशीर्वाद मिलता है। देवउठनी एकादशी 2025 की तिथि और तुलसी विवाह ज्योतिषाचार्य निशांत गौड़ जी के अनुसार, इस बार एकादशी तिथि की शुरुआत और समापन का समय निम्नलिखित है: विवरण तिथि और समय एकादशी की शुरुआत शनिवार, 1 नवंबर 2025 को सुबह 9 बजकर 11 मिनट एकादशी की समाप्ति रविवार, 2 नवंबर 2025 को प्रात:काल 7 बजकर 30 मिनट तक देवउठनी एकादशी (व्रत) शनिवार, 1 नवंबर 2025 (उदयातिथि के कारण) तुलसी विवाह 1 नवंबर 2025 (एकादशी के दिन) तुलसी पूजा का विधान: प्रबोधिनी एकादशी के अगले दिन माता तुलसी और भगवान शालिग्राम का विवाह भी होता है, जिसे आमतौर पर तुलसी विवाह कहा जाता है। चूंकि तुलसी को मां लक्ष्मी का ही एक रूप माना जाता है, इसलिए देवउठनी एकादशी के दिन उनकी पूजा का विशेष विधान है। Devuthani Ekadashi 2025: तुलसी पूजा के खास उपाय ज्योतिषाचार्य श्री निशांत गौड़ जी ने इस दिन किए जाने वाले कुछ खास उपायों के बारे में बताया, जिससे भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है: भगवान को लगाएं तुलसी दल का भोग: विधि: देवउठनी एकादशी 2025 के दिन प्रातः काल पूजा के समय भगवान विष्णु को तुलसी दल अर्पित करें। लाभ: ऐसा करने से श्री हरि और मां लक्ष्मी दोनों की कृपा प्राप्त होती है, धन संबंधित परेशानियां दूर होती हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है। तुलसी के नीचे जलाएं शुद्ध घी का दीपक: विधि: सभी जातकों को तुलसी के पौधे के नीचे गाय के शुद्ध घी का एक दीपक अवश्य जलाना चाहिए। इसके बाद उस पौधे की परिक्रमा करें। लाभ: इससे मां लक्ष्मी के साथ-साथ तुलसी माता का भी आशीर्वाद मिलता है और घर में सकारात्मकता का संचार होता है। सुहाग सामग्री करें अर्पित: विधि: ज्योतिषाचार्य श्री निशांत गौड़ जी के अनुसार, इस दिन सभी सुहागिनें तुलसी के पौधे की विधिवत पूजा-अर्चना करें और उन्हें 16 श्रृंगार की सामग्री अर्पित करें। लाभ: ऐसा करने से धन की परेशानियों से निजात मिलती है और वैवाहिक जीवन में सुख बना रहता है। पूजा में करें मंत्रों का जाप: ज्योतिषाचार्य श्री निशांत गौड़ जी ने बताया कि पूजा के समय तुलसी मां के मंत्रों का जाप भी जरूर करें, जिससे मां की असीम कृपा बरसेगी।
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