एटीएम से कैश निकालना 1 मई 2025 से होगा महंगा! RBI ने बढ़ाया ट्रांजैक्शन चार्ज, जानिए नई दरें
मई की शुरुआत के साथ ही आम ग्राहकों की जेब पर एक और बोझ बढ़ने जा रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI)ने एटीएम से कैश निकालने पर लगने वाले ट्रांजैक्शन चार्ज में बढ़ोतरी की घोषणा की है। नया नियम 1 मई 2025से प्रभावी होगा। इसके तहत अब लिमिट से अधिक निकासी करने पर हर बार ₹23चुकाने होंगे, जो अभी ₹21हैं।
Apr 26, 2025, 08:30 IST
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नई दिल्ली: अप्रैल महीना खत्म होने में महज कुछ ही दिन बाकी हैं। वहीं, अगला महीना यानी मई शुरू होते ही एटीएम ट्रांजैक्शन से जुड़े नियम में बदलाव होने वाला है, जिसका सीधा असर लाखों बैंक ग्राहकों पर पड़ेगा। दरअसल, बीते दिनों भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एटीएम से कैश निकालने पर लगने वाले शुल्क (चार्ज) में बढ़ोतरी का ऐलान किया था, जो 1 मई 2025 से प्रभावी होगा। ऐसे में डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करने वाले सभी ग्राहकों को इन नई दरों के बारे में जरूर जान लेना चाहिए।READ ALSO:-सोने-चांदी की कीमतों में नरमी: ₹1 लाख से गिरकर ₹95,000 के करीब पहुंचा सोना, इन कारणों से मिली राहत
लिमिट क्रॉस होने पर देना होगा इतना चार्ज
देश के केंद्रीय बैंक यानी आरबीआई ने अपने एक बयान में बताया कि अब एटीएम से मुफ्त लेनदेन की निर्धारित सीमा पार करने के बाद नकदी निकालने पर ग्राहकों को 23 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन का चार्ज देना होगा। गौरतलब है कि आरबीआई के मौजूदा नियमों के मुताबिक, अपने बैंक के एटीएम से महीने में 5 बार और अन्य बैंक के एटीएम से (मेट्रो शहरों में 3 बार, गैर-मेट्रो शहरों में 5 बार) मुफ्त निकासी की सुविधा मिलती है। इस मुफ्त सीमा के बाद ही यह अतिरिक्त शुल्क लागू होता है। वर्तमान में, यह चार्ज ₹21 प्रति ट्रांजैक्शन है, जिसे अब बढ़ाकर ₹23 कर दिया गया है।
जानें क्या है फ्री एटीएम ट्रांजैक्शन लिमिट
फीस में बढ़ोतरी के बावजूद ग्राहक हर महीने सीमित मुफ्त एटीएम ट्रांजैक्शन का लाभ उठाना जारी रख सकेंगे। आरबीआई के नियम के अनुसार, ग्राहक का जिस बैंक में खाता है, उस बैंक के एटीएम से वे हर महीने पांच मुफ्त एटीएम ट्रांजैक्शन (वित्तीय और गैर-वित्तीय दोनों) कर सकते हैं। वहीं, अन्य बैंक के एटीएम से लेनदेन की सीमा शहरों के आधार पर अलग-अलग है:
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मेट्रो शहरों में अन्य बैंक के एटीएम से हर महीने तीन मुफ्त एटीएम ट्रांजैक्शन (वित्तीय और गैर-वित्तीय)।
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गैर-मेट्रो शहरों में अन्य बैंक के एटीएम से हर महीने पांच मुफ्त एटीएम ट्रांजैक्शन (वित्तीय और गैर-वित्तीय)।
लेकिन ध्यान यह देना होगा कि अगर यह मुफ्त लेनदेन की लीमिट खत्म हो जाती है तो, उन्हें प्रति एटीएम ट्रांजैक्शन ₹23 चार्ज के रूप में चुकाना होगा।
आरबीआई ने क्यों बढ़ाया एटीएम चार्ज?
भारतीय रिजर्व बैंक ने अपने एक बयान में स्पष्ट किया कि यह कदम एटीएम ऑपरेटरों की ओर से काफी दिनों से की जा रही मांग के जवाब में उठाया गया है। एटीएम ऑपरेटर लगातार एटीएम रखरखाव, नकदी प्रबंधन, और सुरक्षा व्यवस्था की बढ़ती लागत का हवाला देते हुए ट्रांजैक्शन चार्ज में बढ़ोतरी की मांग कर रहे थे। आरबीआई के अनुसार, यह वृद्धि एटीएम ऑपरेटर्स को अपनी सेवाओं को बनाए रखने और बेहतर बनाने में मदद करेगी।
बता दें कि इससे पहले भारतीय रिजर्व बैंक ने साल 2021 में एटीएम ट्रांजैक्शन चार्ज में बढ़ोतरी की थी। इस दौरान केंद्रीय बैंक ने प्रति एटीएम ट्रांजैक्शन शुल्क को ₹20 से बढ़ाकर ₹21 किया था।
एसबीआई और अन्य बैंकों पर प्रभाव
सरकारी आंकड़ों की मानें तो, भारतीय स्टेट बैंक एटीएम निकासी फीस से अच्छी कमाई करने वाले बैंकों में से रहा है। वहीं दूसरी ओर, कई पब्लिक सेक्टर बैंक (PSUs) वित्तीय रूप से संघर्ष कर रहे हैं, जिसका आंशिक कारण एटीएम सेवाओं को बनाए रखने की लागत है। आरबीआई के इस कदम से एटीएम ऑपरेटर्स और विशेष रूप से उन बैंकों को राहत मिलने की उम्मीद है जो एटीएम नेटवर्क के संचालन में उच्च लागत का सामना कर रहे हैं।
