उत्तराखंड में कोहराम: बद्रीनाथ हाईवे पर भीषण सड़क हादसा, अनियंत्रित बस अलकनंदा में समाई, एक की मौत, सात घायल; 10 लोग लापता! रेस्क्यू जारी
सिर्फ 7 मिनट की चूक और बह गई जिंदगी… रुद्रप्रयाग में दिल दहला देने वाला हादसा, श्रद्धालु अलकनंदा की धार में गुम
Jun 26, 2025, 10:12 IST
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रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड: देवभूमि उत्तराखंड से एक बेहद दुखद और विचलित करने वाली खबर सामने आई है। आज सुबह बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर घोल्टीर के समीप एक यात्रियों से भरी टेंपो ट्रैवलर अनियंत्रित होकर गहरी अलकनंदा नदी में जा गिरी। यह हृदय विदारक दुर्घटना लगभग सुबह 7 बजकर 40 मिनट पर हुई, जब श्रद्धालु बद्रीनाथ धाम के दर्शन के लिए आगे बढ़ रहे थे, और पलक झपकते ही उनकी धार्मिक यात्रा मौत के सफर में बदल गई।READ ALSO:-यूपी का मौसम: 48 घंटे और सताएगी उमस भरी गर्मी, शनिवार से होगी झमाझम बारिश, 40 से ज़्यादा जिलों में 'वज्रपात' का अलर्ट!
तस्वीर: एक भयानक पल जिसने सब कुछ बदल दिया
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिला। बस में कुल 18 से 19 लोग सवार बताए जा रहे हैं। अचानक बस ने नियंत्रण खोया और सीधे नदी के तेज बहाव में समा गई, जिससे यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। इस भयावह मंजर को देखकर आसपास के लोग सकते में आ गए और तुरंत मदद के लिए दौड़े।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिला। बस में कुल 18 से 19 लोग सवार बताए जा रहे हैं। अचानक बस ने नियंत्रण खोया और सीधे नदी के तेज बहाव में समा गई, जिससे यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। इस भयावह मंजर को देखकर आसपास के लोग सकते में आ गए और तुरंत मदद के लिए दौड़े।
मौत का तांडव और जीवन का संघर्ष: एक शव बरामद, सात जख्मी, 11 गुमशुदा
हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन, पुलिस और एसडीआरएफ (SDRF) की टीमें तत्काल मौके पर पहुंचीं और बचाव अभियान शुरू किया। अब तक की जानकारी के अनुसार, दुर्घटनास्थल से 7 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। इनमें से 6 यात्री गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें तुरंत रुद्रप्रयाग के जिला अस्पताल भेजा गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। दुर्भाग्यवश, एक यात्री की मौके पर ही मौत हो गई है, जिसका शव बरामद कर लिया गया है।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि 10 से 11 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। उनके नदी में बह जाने की आशंका है और उनकी तलाश के लिए गहन अभियान चलाया जा रहा है। लापता लोगों के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है, और वे अपनों की सलामती के लिए दुआएं कर रहे हैं।
चुनौतियों से जूझता बचाव अभियान: तेज बहाव और दुर्गम इलाका
पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता, आईजी नीलेश आनंद भरणे ने इस घटना की पुष्टि की है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि एसडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीमें संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। हालांकि, अलकनंदा नदी का तेज बहाव और दुर्घटनास्थल का अत्यधिक दुर्गम होना बचाव कार्यों में बड़ी बाधा साबित हो रहा है। लापता लोगों का पता लगाने और उन्हें बाहर निकालने के लिए गोताखोरों की मदद ली जा रही है, लेकिन नदी की गहराई और बहाव काम को और मुश्किल बना रहा है।
पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता, आईजी नीलेश आनंद भरणे ने इस घटना की पुष्टि की है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि एसडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीमें संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। हालांकि, अलकनंदा नदी का तेज बहाव और दुर्घटनास्थल का अत्यधिक दुर्गम होना बचाव कार्यों में बड़ी बाधा साबित हो रहा है। लापता लोगों का पता लगाने और उन्हें बाहर निकालने के लिए गोताखोरों की मदद ली जा रही है, लेकिन नदी की गहराई और बहाव काम को और मुश्किल बना रहा है।
यह दुर्घटना एक बार फिर पहाड़ी मार्गों पर वाहनों की सुरक्षा और चालकों की सावधानी के महत्व को उजागर करती है। प्रशासन का कहना है कि वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं ताकि लापता लोगों को जल्द से जल्द ढूंढा जा सके और पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान की जा सके।
