उत्तराखंड के चमोली में एवलांच से तबाही, 57 मजदूर फंसे, बद्रीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब में तापमान शून्य से नीचे
उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से 57 मजदूर बर्फ के पहाड़ के नीचे दब गए हैं। सभी मजदूर बीआरओ के लिए सीमा पर सड़क बनाने का काम कर रहे थे। जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस वक्त वहां बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
Feb 28, 2025, 15:36 IST
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पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तराखंड में दिख रहा है। गुरुवार को उत्तराखंड के अधिकतर जिलों में बारिश देखने को मिली। शुक्रवार को भी बारिश और बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा। जिससे उत्तराखंड में तापमान में गिरावट आई है और ठंड बढ़ गई है। गुरुवार को देहरादून और उसके आसपास के इलाकों में दिनभर हल्की बूंदाबांदी होती रही। देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी, पिथौरागढ़ और बागेश्वर के निचले इलाकों में बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना है। देहरादून जिले में भी मौसम बदल सकता है। पिछले दिन के मौसम की तरह ही देहरादून में बूंदाबांदी हो सकती है। इसके अलावा हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर के कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना है। 28 फरवरी के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।READ ALSO:-UP : मेरठ के सरधना से सपा विधायक अतुल प्रधान का विधानसभा के बाहर प्रदर्शन, एक हाथ में झाड़ू और दूसरे हाथ में बाबा अंबेडकर की फोटो लेकर पहुंचे सदन
चमोली में ग्लेशियर टूटा
उत्तराखंड के चमोली में माणा गांव के पास ग्लेशियर टूटने से बड़ा हादसा हो गया है। अभी तक 10 मजदूरों को निकाला जा चुका है। ग्लेशियर की चपेट में 57 मजदूर आए हैं। 47 मजदूरों की तलाश की जा रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। सभी को सुरक्षित निकालने और मार्ग खोलने का प्रयास जारी है। इस घटना ने 2021 में चमोली जिले में हुए एक और ग्लेशियर हादसे की यादें ताजा कर दी हैं, जब ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही मची थी और कई लोगों की जान चली गई थी।
उत्तराखंड के चमोली में माणा गांव के पास ग्लेशियर टूटने से बड़ा हादसा हो गया है। अभी तक 10 मजदूरों को निकाला जा चुका है। ग्लेशियर की चपेट में 57 मजदूर आए हैं। 47 मजदूरों की तलाश की जा रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। सभी को सुरक्षित निकालने और मार्ग खोलने का प्रयास जारी है। इस घटना ने 2021 में चमोली जिले में हुए एक और ग्लेशियर हादसे की यादें ताजा कर दी हैं, जब ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही मची थी और कई लोगों की जान चली गई थी।
#WATCH | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami says, "57 of the BRO workers were trapped in the avalanche, out of which 16 workers have been rescued. All preparations have been made. We are taking help from the ITBP. The district administration and all others are in touch, and we… https://t.co/DCJxI4ykQ9 pic.twitter.com/zayplFhsYv
— ANI (@ANI) February 28, 2025
उत्तराखंड में आज कैसा है मौसम
उत्तरकाशी में सुबह से ही भारी बारिश जारी है। इसके साथ ही जिले के ऊंचाई वाले इलाकों गंगोत्री, हर्षिल, मां गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा, यमुनोत्री, पर्यटक स्थल सांकरी आदि में भारी बर्फबारी हो रही है। वहीं, गंगोत्री में अब तक एक फीट बर्फ गिर चुकी है। इसके साथ ही मां गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा में करीब आधा फीट बर्फ गिर चुकी है। हल्द्वानी और नैनीताल में मौसम बदल गया है। देर शाम से ही हल्द्वानी और आसपास के इलाकों में बारिश जारी है। ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के आसार हैं। बर्फबारी से तापमान में गिरावट आई है और ठंड बढ़ गई है। कुछ जिलों में भारी बारिश और बर्फबारी मौसम विभाग ने 28 फरवरी को भी जिले में बारिश और भारी बर्फबारी की संभावना जताई है। जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
जनपद चमोली में माणा गांव के निकट BRO द्वारा संचालित निर्माण कार्य के दौरान हिमस्खलन की वजह से कई मजदूरों के दबने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) February 28, 2025
ITBP, BRO और अन्य बचाव दलों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य संचालित किया जा रहा है।
भगवान बदरी विशाल से सभी श्रमिक भाइयों के सुरक्षित होने की…
बारिश और बर्फबारी को देखते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि 28 तारीख को उत्तराखंड के कुछ जिलों में भारी बारिश और बर्फबारी हो सकती है। विक्रम सिंह ने आगे बताया कि इन दो दिनों में पहाड़ी जिलों में भारी बारिश हो सकती है। वहीं, देहरादून जिले में भी कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। साथ ही, चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, अल्मोड़ा जैसे पहाड़ी जिलों में 3200 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी हो सकती है। इन दो दिनों में इसका असर देखने को मिलेगा, इसलिए मौसम विभाग ने इन दो दिनों में ज्यादातर पहाड़ी जिलों में भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी की है।
नई टिहरी, प्रताप नगर, घनसाली में बारिश का सिलसिला जारी है तो वहीं जिले की सीमा भारत तिब्बत सीमा पर स्थित गंगी गांव में फिर बर्फबारी हुई है, जिससे किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। बारिश और बर्फबारी के कारण तापमान में भी गिरावट आई है और लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं।
हल्द्वानी/नैनीताल में मौसम का हाल
हल्द्वानी/नैनीताल में मौसम बदल गया है। देर शाम से हल्द्वानी और आसपास के इलाकों में बारिश जारी है। ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के आसार हैं, तापमान में गिरावट आई है, ठंड बढ़ गई है। देहरादून का अधिकतम तापमान 18.9 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार गुरुवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 18.9 डिग्री और न्यूनतम 16.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हल्द्वानी/नैनीताल में मौसम बदल गया है। देर शाम से हल्द्वानी और आसपास के इलाकों में बारिश जारी है। ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के आसार हैं, तापमान में गिरावट आई है, ठंड बढ़ गई है। देहरादून का अधिकतम तापमान 18.9 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार गुरुवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 18.9 डिग्री और न्यूनतम 16.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
चमोली में भारी बर्फबारी
चमोली जिले में मौसम में आए बदलाव के कारण ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी और कम ऊंचाई वाले इलाकों में रुक-रुक कर बारिश जारी है। बद्रीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, नीती घाटी और औली में बर्फबारी के कारण तापमान में गिरावट आई है, जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बर्फबारी के कारण बद्रीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब में तापमान शून्य से नीचे चला गया है, जबकि औली और फूलों की घाटी में भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। नीती घाटी में बर्फबारी के कारण तापमान में भी गिरावट आई है। इस बर्फबारी और बारिश के कारण लोगों के दैनिक कामकाज प्रभावित हो रहे हैं और बर्फबारी के कारण कई सड़कें और रास्ते बंद हो गए हैं।
चमोली जिले में मौसम में आए बदलाव के कारण ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी और कम ऊंचाई वाले इलाकों में रुक-रुक कर बारिश जारी है। बद्रीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, नीती घाटी और औली में बर्फबारी के कारण तापमान में गिरावट आई है, जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बर्फबारी के कारण बद्रीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब में तापमान शून्य से नीचे चला गया है, जबकि औली और फूलों की घाटी में भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। नीती घाटी में बर्फबारी के कारण तापमान में भी गिरावट आई है। इस बर्फबारी और बारिश के कारण लोगों के दैनिक कामकाज प्रभावित हो रहे हैं और बर्फबारी के कारण कई सड़कें और रास्ते बंद हो गए हैं।