योगी सरकार की नई पहल: महिलाओं के लिए खुलेंगी 3,304 सोलर शॉप, हर पंचायत में होगी 'सूर्य सखी'
उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की है। इसके तहत राज्य में 3,304 सोलर शॉप्स खोली जाएंगी और हर ग्राम पंचायत में एक महिला को "सूर्य सखी" के रूप में नियुक्त किया जाएगा।
Apr 6, 2025, 20:45 IST
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उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए एक नई सौर ऊर्जा योजना शुरू की है। इस योजना के तहत प्रदेश में कुल 3,304 सोलर दुकानें खोली जाएंगी, जिनका पूर्ण संचालन महिलाओं द्वारा किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, सरकार हर ग्राम पंचायत में एक "सूर्य सखी" की नियुक्ति भी करेगी, जो ग्रामीण क्षेत्रों में सौर ऊर्जा से संबंधित उत्पादों के बारे में जागरूकता फैलाएंगी और उनकी बिक्री में मदद करेंगी।READ ALSO:-गोरखपुर में सीएम योगी ने किया इथेनॉल प्लांट का उद्घाटन, बोले– किसानों को होगा दोगुना लाभ, युवाओं को मिलेगी नौकरी
यह महत्वाकांक्षी योजना उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (UPSRLM) के अंतर्गत संचालित की जा रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना है। इससे पहले भी सरकार ने महिलाओं को "बीसी सखी" (बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट सखी) और "विद्युत सखी" के रूप में प्रशिक्षित करके उन्हें सफलता दिलाई है।
अब इस नई पहल के तहत महिलाओं को विभिन्न प्रकार के सौर ऊर्जा उत्पादों से जोड़ा जाएगा, जिनमें सोलर फ्रीजर, सोलर कोल्ड स्टोरेज, सोलर आटा चक्की, सोलर ड्रायर, सोलर वाटर पंप और सोलर फूड प्रोसेसिंग मशीनें शामिल हैं। इन उत्पादों के माध्यम से महिलाओं को आय के नए और स्थायी स्रोत प्राप्त होंगे।
सरकार की तीन वर्षीय कार्ययोजना के अनुसार, राज्य के प्रत्येक मंडल में एक सोलर उत्पाद निर्माण इकाई स्थापित की जाएगी। पूरे प्रदेश के 826 ब्लॉकों में चार-चार सोलर दुकानें बनाई जाएंगी, जिससे कुल दुकानों की संख्या 3,304 तक पहुंच जाएगी। इन सभी दुकानों का संचालन पूरी तरह से महिलाओं के हाथों में होगा।
योजना के पहले चरण में 10,000 महिला उद्यमियों को डिस्ट्रिब्यूटेड रिन्यूएबल एनर्जी (DRE) तकनीक से जोड़ा जाएगा। पिछले वित्तीय वर्ष में, इस दिशा में प्रगति करते हुए लखनऊ में एक निर्माण इकाई स्थापित की जा चुकी है, और 207 ब्लॉकों में 414 सोलर दुकानें भी सफलतापूर्वक शुरू हो गई हैं।
इसके अतिरिक्त, प्रदेश की सभी 57,702 ग्राम पंचायतों में से प्रत्येक में एक महिला को "सूर्य सखी" के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। ये सूर्य सखियां ग्रामीण स्तर पर सौर ऊर्जा उत्पादों को बढ़ावा देने और उनकी बिक्री सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। इसके साथ ही, 10,000 "पर्यावरण सखियों" को भी तैयार किया जाएगा, जो सौर ऊर्जा के लाभों और पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता अभियान चलाएंगी।
UPSRLM की निदेशक दीपा रंजन ने इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसके सफल कार्यान्वयन के लिए ‘प्रेरणा ओजस’ नामक एक विशेष कंपनी का गठन किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि सूर्य सखी योजना को उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी (UPNEDA) के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। इस योजना से न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूती मिलेगी, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
