UP में मौसम का 'ट्रिपल अटैक': 51 जिलों में बारिश-ओलों का अलर्ट, आंधी ने अलीगढ़ में ली माँ की जान, CM योगी ने दिए फौरी राहत के निर्देश

 दक्षिण-पश्चिमी शुष्क रेखा और पश्चिमी विक्षोभ के टकराने से बदला मिजाज, सोमवार को 20 जिलों में बरसे बादल, गोंडा में ओलों ने तोड़े गाड़ियों के शीशे, अगले 24 घंटे भी राहत नहीं।
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उत्तर प्रदेश के मौसम ने मंगलवार सुबह से ही अचानक और तेजी से करवट बदली है। कई जिलों में आसमान में काले बादल छाए हुए हैं और रुक-रुक कर बारिश हो रही है। अयोध्या जैसे धार्मिक महत्व वाले शहर में भी सुबह से ही बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश के 51 जिलों के लिए बारिश, आंधी और ओले गिरने का अलर्ट जारी किया है, जिससे आम जनजीवन के साथ-साथ किसानों की चिंताएं भी बढ़ गई हैं। मौसम की इस मार ने सोमवार को भी राज्य के कई हिस्सों में कहर बरपाया, जिसमें अलीगढ़ में तेज आंधी के कारण हुई एक माँ की दर्दनाक मौत की घटना भी शामिल है।READ ALSO:-हार्ट अटैक का बढ़ता खतरा: अब उम्र की कोई सीमा नहीं! जानें जोखिम, लक्षण, इमरजेंसी स्टेप्स और बचाव के कारगर उपाय

सोमवार का कहर: 20 जिलों में बारिश, गोंडा में ओलों ने मचाई तबाही
सोमवार शाम को अचानक चली तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ हुई बारिश ने प्रदेश के कम से कम 20 जिलों को प्रभावित किया था। कई स्थानों पर आंधी की रफ्तार इतनी तेज थी कि सामान्य जनजीवन थम सा गया। बारिश के आंकड़ों की बात करें तो मुरादाबाद में सर्वाधिक 49 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, इसके बाद बरेली में भी 46 मिलीमीटर पानी बरसा। गोंडा जिले में तो आंधी के साथ गिरे ओलों का आकार इतना बड़ा था कि कई जगह खड़ी गाड़ियों के शीशे तक टूट गए।

 

आंधी और बारिश की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई शहरों में सड़कें जलमग्न हो गईं, जिससे यातायात बाधित हुआ। हापुड़ में दिन में ही अचानक इतना अंधेरा छा गया था कि लोगों को लगा जैसे शाम हो गई हो, जिसके बाद तेज बारिश शुरू हुई। सोनभद्र और बहराइच में भी तेज हवाओं के साथ बारिश ने लोगों को घरों में रहने पर मजबूर कर दिया। बलरामपुर में तो धूल भरी तेज आंधी ने दृश्यता कम कर दी और लोगों को परेशानी हुई।

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आंधी से नुकसान: रेलवे स्टेशन शेड उड़ा, पेड़ गिरने से युवक घायल
तेज आंधी के कारण नुकसान की खबरें भी सामने आईं। ललितपुर में सोमवार दोपहर करीब 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली आंधी ने सबसे ज्यादा कहर बरपाया। यहाँ रेलवे स्टेशन के मुख्य भवन का भारी भरकम टीन शेड उड़कर नीचे गिर गया। गनीमत रही कि जिस समय यह हादसा हुआ, कोई व्यक्ति इसके नीचे नहीं था, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। इसी दौरान, आंधी से एक पेड़ उखड़कर सड़क से गुजर रहे साइकिल सवार रूपेश पर गिर गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। वाराणसी में भी सोमवार को हल्की बारिश दर्ज की गई।

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अलीगढ़ में माँ पर टूटा आफत का पहाड़, बच्चे को बचाते हुई दर्दनाक मौत
मौसम की इस बेरुखी का सबसे दुखद और हृदयविदारक पहलू अलीगढ़ (संभवतः रिपोर्ट में 'अली नगर' इसी जिले के लिए प्रयोग हुआ है) में सामने आया। सोमवार शाम तेज आंधी चल रही थी, तभी एक माँ अपने बच्चे को बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर ले जाने हेतु बाहर निकली। दुर्भाग्यवश, उसी समय आंधी के कारण उड़ा एक टीन शेड उनकी गर्दन पर आ गिरा, जिससे उनकी गर्दन कट गई और मौके पर ही उनकी दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे में बच्चा भी घायल हो गया। यह घटना मौसम के अचानक बदले मिजाज के कारण होने वाले गंभीर खतरे को दर्शाती है।

 

मौसम वैज्ञानिकों ने बताया क्यों बदला मिजाज
इस अचानक आए मौसम बदलाव के पीछे के वैज्ञानिक कारणों को लखनऊ के मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने स्पष्ट किया है। उन्होंने बताया कि इस समय एक मौसमी सिस्टम सक्रिय है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक शुष्क रेखा मौजूद है, जिसका प्रभाव केवल राजस्थान तक सीमित न होकर केरल तक जा रहा है, और इसके प्रभाव क्षेत्र में पूरा उत्तर प्रदेश आ रहा है। इसके साथ ही, एक शक्तिशाली पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है, जो उत्तर भारत के मौसम को प्रभावित कर रहा है। इन दोनों सिस्टम्स के अलावा, बंगाल की खाड़ी से आ रही नमीयुक्त हवाएं और दक्षिण-पश्चिमी दिशा से चल रही गर्म हवाएं उत्तर प्रदेश के ऊपर आपस में टकरा रही हैं। इन विभिन्न मौसमी गतिविधियों के संयुक्त प्रभाव के कारण ही राज्य में इस तरह की आंधी, बारिश और ओलावृष्टि की स्थिति बनी हुई है।

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए
मौसम की इस प्रतिकूल स्थिति और उससे होने वाले संभावित नुकसान को देखते हुए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल संज्ञान लेते हुए संबंधित जिलों के अधिकारियों को पूरी तरह से अलर्ट रहने के निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा है कि अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहें और आपदा से प्रभावित इलाकों का तुरंत दौरा कर नुकसान का आकलन (सर्वे) कराएं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि आंधी, बारिश, ओलावृष्टि या वज्रपात के कारण यदि कहीं किसी भी प्रकार की जनहानि या पशुहानि होती है, तो प्रभावित परिवारों को एक भी पल की देरी किए बिना तत्काल राहत राशि का वितरण सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा, उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि घायल हुए लोगों को तुरंत सरकारी खर्च पर बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए।

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अगले 24 घंटे भी रहेगा ऐसा ही मौसम
मौसम वैज्ञानिक मनोज श्रीवास्तव के अनुसार, उत्तर प्रदेश में अगले 24 घंटों तक भी मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहने की संभावना है। उन्होंने बताया कि कई स्थानों पर बादल छाए रहेंगे, गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चलेंगी, बारिश होगी और ओले भी गिर सकते हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे इस दौरान पूरी सावधानी बरतें और मौसम ठीक होने तक सुरक्षित स्थानों पर रहें। यह बदले मौसम से तापमान में गिरावट आई है, जिससे गर्मी से थोड़ी राहत मिली है, लेकिन फसलों पर इसके संभावित नकारात्मक प्रभाव से किसान चिंतित हैं।
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