UP : रोडवेज डिपो को निजी हाथों में सौंपने के खिलाफ विरोध शुरू, अधिकारियों ने प्रक्रिया वापस लेने की मांग की
अब UP रोडवेज कर्मचारियों ने रोडवेज डिपो को निजी हाथों में सौंपे जाने का विरोध शुरू कर दिया है।गुरुवार को अवध डिपो रोडवेज कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में विभिन्न यूनियनों के पदाधिकारियों ने अवध डिपो पर विरोध प्रदर्शन किया।
Nov 22, 2024, 08:00 IST
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अब उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारियों ने रोडवेज डिपो को निजी हाथों में सौंपे जाने का विरोध शुरू कर दिया है। गुरुवार को अवध डिपो रोडवेज कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में विभिन्न यूनियनों के पदाधिकारियों ने अवध डिपो पर विरोध प्रदर्शन किया। UPSRTC के एमडी से निजी कंपनियों को सौंपे गए डिपो को फिर से रोडवेज को सौंपने की मांग की गई। READ ALSO:-उत्तर प्रदेश के मेरठ में रात 11 बजे तक नो एंट्री, नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन होंगे सीज; ट्रैफिक पुलिस को सख्ती से आदेश का पालन करने का निर्देश
रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के शाखा अध्यक्ष हबीबुर्रहमान व मंत्री कांतेश शर्मा, रोडवेज कर्मचारी संघ के शाखा अध्यक्ष दानिश उमर व मंत्री पुष्पेंद्र सिंह, मध्य क्षेत्रीय कर्मशाला कर्मचारी संघ के शाखा अध्यक्ष मीसम जैदी व मंत्री आरिफ हुसैन, श्रमिक समाज कल्याण संघ के शाखा अध्यक्ष श्याम तिवारी व मंत्री महेश कुमार, संविदा चालक-परिचालक कर्मचारी संघर्ष संघ के शाखा अध्यक्ष रामपाल व मंत्री शिवकुमार सिंह ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेते हुए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के इस कदम पर रोष जताया है। अवध डिपो रोडवेज कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि 'अवध डिपो कर्मशाला को ठेकेदारों को सौंपा जा रहा है और अन्य 18 डिपो का निजीकरण किया जा रहा है, जो कतई सही नहीं है।'
पदाधिकारियों ने कहा कि 'निगम में योग्य, अनुभवी फोरमैन और आईटीआई प्रशिक्षित तकनीशियन और मैकेनिक हैं, वे अच्छी सेवाएं दे रहे हैं। उनकी कार्यकुशलता और संचालन व्यवस्था भी शत-प्रतिशत है। इसके बावजूद निगम प्रबंधन कार्यशाला को निजी हाथों में सौंप रहा है, जो सही नहीं है। कार्यशाला का निजीकरण करने से ऐसा लगता है कि आईटीआई प्रशिक्षित, कुशल युवाओं की शिक्षा की अनदेखी की जा रही है। पिछले कई वर्षों से निगम में कार्यरत अनुभवी कुशल कर्मचारियों की कार्यशैली की अनदेखी कर उनके भविष्य को खतरे में डाला जा रहा है। संयुक्त मोर्चा कर्मचारियों और निगम के हित में इन गलत नीतियों का हमेशा विरोध करेगा।'
19 डिपो निजी हाथों में सौंपे गए
परिवहन निगम की ओर से 19 डिपो निजी हाथों में सौंप दिए गए हैं। इनमें नजीराबाद डिपो, हरदोई डिपो, अवध डिपो, जीरो रोड डिपो, ताज डिपो, साहिबाबाद डिपो, बदांयू डिपो, इटावा डिपो, झांसी डिपो, कैंट डिपो, बांदा डिपो, बलरामपुर, विकासनगर डिपो, साहिबाबाद डिपो, छुटमुलपुर डिपो और सोहराब गेट डिपो शामिल हैं।
परिवहन निगम की ओर से 19 डिपो निजी हाथों में सौंप दिए गए हैं। इनमें नजीराबाद डिपो, हरदोई डिपो, अवध डिपो, जीरो रोड डिपो, ताज डिपो, साहिबाबाद डिपो, बदांयू डिपो, इटावा डिपो, झांसी डिपो, कैंट डिपो, बांदा डिपो, बलरामपुर, विकासनगर डिपो, साहिबाबाद डिपो, छुटमुलपुर डिपो और सोहराब गेट डिपो शामिल हैं।
