UP एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती: कंप्यूटर और कला विषयों में बीएड की अनिवार्यता समाप्त, अभ्यर्थियों को बड़ी राहत
नई नियमावली लागू, बीएड अब केवल अधिमानी अर्हता; पिछली भर्ती में कंप्यूटर के 1600 से अधिक पद रह गए थे खाली, अब अधिक चयन की उम्मीद
Apr 23, 2025, 12:58 IST
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नई नियमावली में बीएड केवल वेटेज के लिए अधिमानी अर्हता | सैकड़ों पद खाली, अब चयन की उम्मीद बढ़ी
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सरकारी माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक (एलटी ग्रेड) बनने की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है। प्रदेश में एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती की नई नियमावली लागू कर दी गई है, जिसके तहत कंप्यूटर और कला जैसे कुछ विषयों में बीएड (बैचलर ऑफ एजुकेशन) की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है। इस बदलाव से इन विषयों से जुड़े लाखों अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिली है।READ ALSO:-उत्तर प्रदेश में सोने का भाव ₹1 लाख के पार, कीमतें आसमान पर; शादी वाले घरों में खरीदार परेशान
नई नियमावली के अनुसार, अब कंप्यूटर और कला विषयों में सहायक अध्यापक पद के लिए बीएड डिग्री का होना अनिवार्य नहीं होगा। बीएड डिग्री को अब केवल 'अधिमानी अर्हता' (Preferential Qualification) के रूप में रखा गया है। इसका तात्पर्य यह है कि जिन अभ्यर्थियों के पास बीएड डिग्री होगी, उन्हें भर्ती प्रक्रिया में अतिरिक्त अंक या वरीयता दी जा सकती है, लेकिन इसके बिना भी अभ्यर्थी संबंधित पद के लिए पात्र माने जाएंगे, बशर्ते वे अन्य निर्धारित योग्यताओं को पूरा करते हों।
विषयवार बदलाव:
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कंप्यूटर विषय: पहले कंप्यूटर विषय में सहायक अध्यापक बनने के लिए अभ्यर्थी के पास संबंधित तकनीकी डिग्री (जैसे बीटेक, बीई, कंप्यूटर साइंस या कंप्यूटर एप्लीकेशन में स्नातक) के साथ-साथ बीएड की डिग्री भी अनिवार्य थी। नई नियमावली में तकनीकी डिग्री की अनिवार्यता बनी रहेगी, लेकिन बीएड को अनिवार्य अर्हता से हटाकर अधिमानी अर्हता बना दिया गया है।
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कला विषय: कला विषय में भी, विशेष रूप से बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (बीएफए) डिग्री धारकों के लिए बीएड की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है। बीएफए डिग्री वाले अभ्यर्थी अब बिना बीएड के भी एलटी ग्रेड कला शिक्षक पद के लिए आवेदन कर सकेंगे। यहां भी बीएड डिग्री को अधिमानी अर्हता के रूप में रखा गया है।
बदलाव के पीछे का कारण और पिछली भर्ती का हाल:
नियमावली में यह बदलाव पिछली एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षाओं के अनुभवों को ध्यान में रखकर किया गया है। पिछली भर्ती में कंप्यूटर जैसे विषयों में योग्यता शर्तों के कारण बड़ी संख्या में पद खाली रह गए थे। उदाहरण के तौर पर, 29 जुलाई 2024 को आयोजित पिछली एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में कंप्यूटर विषय के कुल 1667 पदों के लिए 10,801 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। हालांकि, निर्धारित न्यूनतम अर्हता अंक न पाने और पिछली अनिवार्य योग्यता शर्तों के कारण, इस विषय में परिणाम बेहद निराशाजनक रहा। पुरुष वर्ग में 898 पदों के सापेक्ष केवल 30 और महिला वर्ग में 775 पदों में से केवल 6 अभ्यर्थी ही चयनित हो सके। इस प्रकार, कंप्यूटर विषय में 1600 से अधिक पद रिक्त रह गए थे।
माना जा रहा है कि बीएड की अनिवार्यता समाप्त होने से आगामी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में इन विषयों के लिए योग्य अभ्यर्थियों की उपलब्धता बढ़ेगी और खाली पड़े पदों को भरने में आसानी होगी। नई नियमावली से आने वाले वर्षों में कंप्यूटर और कला विषयों में अधिक संख्या में अभ्यर्थियों के चयन की उम्मीद है। यह बदलाव उन अभ्यर्थियों के लिए राहत लेकर आया है जिनके पास संबंधित विषय की डिग्री तो थी, लेकिन बीएड नहीं था।
