UP : बेहद शर्मनाक; 18 वर्षीय बेटी को घर में अकेली देख हैवान पिता ने अपनी ही बेटी को बना डाला अपनी हवस का शिकार
UP : बेहद शर्मनाक; घर में अकेली 18 वर्षीय बेटी को पा कर एक दरिंदे पिता ने अपनी ही बेटी को हवस का शिकार बना बाप-बेटी के रिश्ते को किया कलंकित।
Updated: Feb 9, 2025, 14:14 IST
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उत्तर प्रदेश के महोबा से रिश्तों को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक वहशी पिता ने अपनी बेटी को अपनी हवस का शिकार बनाया है। घर में अकेली देखकर दरिंदे ने अपनी बेटी को दबोच लिया और उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता किसी तरह उसके चंगुल से छूटकर अपने मामा के पास पहुंची और उसे पूरी घटना बताई।READ ALSO:-दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर हादसा, गलत साइड जा रही कार ने कई वाहनों को मारी टक्कर, वीडियो में कैद हुई घटना
मां घर से बाहर गई हुई थी
जानकारी के मुताबिक, यह मामला महोबा नगर क्षेत्र का है। यहां 44 वर्षीय व्यक्ति ने अपनी 18 वर्षीय बेटी को अपनी हवस का शिकार बनाया। पुलिस को दी गई तहरीर में बताया गया है कि आरोपी की पत्नी घर से बाहर गई हुई थी। उस समय उसकी बेटी अकेली थी। उसने मौका पाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। उसने उसे घटना के बारे में किसी को बताने पर धमकी भी दी। लेकिन पीड़िता किसी तरह अपने मामा को आपबीती बताने में कामयाब रही। मामा ने तुरंत स्थानीय थाने में इसकी सूचना दी।
जानकारी के मुताबिक, यह मामला महोबा नगर क्षेत्र का है। यहां 44 वर्षीय व्यक्ति ने अपनी 18 वर्षीय बेटी को अपनी हवस का शिकार बनाया। पुलिस को दी गई तहरीर में बताया गया है कि आरोपी की पत्नी घर से बाहर गई हुई थी। उस समय उसकी बेटी अकेली थी। उसने मौका पाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। उसने उसे घटना के बारे में किसी को बताने पर धमकी भी दी। लेकिन पीड़िता किसी तरह अपने मामा को आपबीती बताने में कामयाब रही। मामा ने तुरंत स्थानीय थाने में इसकी सूचना दी।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता और उसके मामा ने थाने में आरोपी पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। जिसके बाद जांच करते हुए पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने पूरी घटना बताई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
इस घटना से क्या किया जाना चाहिए:
- कानून में बदलाव: महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के लिए कानून और सख्त किए जाने चाहिए।
- जागरूकता अभियान: महिलाओं के अधिकारों और उनके खिलाफ होने वाले अपराधों के बारे में जागरूकता अभियान चलाए जाने चाहिए।
- पुलिस की भूमिका: पुलिस को महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के मामलों में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
- समाज का सहयोग: समाज को महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए और पीड़ितों का साथ देना चाहिए।
यह घटना हमें यह भी याद दिलाती है कि हमें अपने आसपास हो रही घटनाओं के प्रति सजग रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को देनी चाहिए।