UP: असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा कल और परसों, मेरठ समेत 6 जिलों के 52 केंद्रों पर 82 हजार अभ्यर्थी आजमाएंगे भाग्य
981 पदों के लिए प्रयागराज, मेरठ, लखनऊ समेत 6 जिलों में होगी परीक्षा; मेरठ में 10 केंद्रों पर 16,010 अभ्यर्थी; नकल रोकने को प्रशासन अलर्ट, CM योगी के सख्त निर्देश।
Apr 15, 2025, 14:53 IST
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लखनऊ/मेरठ, 15 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश के राजकीय सहायता प्राप्त (एडेड) डिग्री कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के खाली पड़े 981 पदों पर भर्ती के लिए उल्टी गिनती शुरू हो गई है। इन पदों के लिए लिखित परीक्षा कल यानी 16 अप्रैल और परसों यानी 17 अप्रैल 2025 को प्रदेश के छह प्रमुख जिलों में आयोजित की जाएगी। इस महत्वपूर्ण परीक्षा में कुल 82,876 अभ्यर्थी अपनी किस्मत आजमाएंगे, जिनके लिए 52 परीक्षा केंद्र निर्धारित किए गए हैं। मेरठ भी इस परीक्षा के प्रमुख केंद्रों में से एक है।READ ALSO:-ग्रेटर नोएडा में बस रही न्यूयॉर्क जैसी सपनों की स्मार्ट सिटी: 750 एकड़ में 30 हजार लोगों का होगा आशियाना, 50 हजार को मिलेगा रोजगार
परीक्षा केंद्र और अभ्यर्थियों का वितरण
यह परीक्षा प्रदेश के आगरा, मेरठ, प्रयागराज, लखनऊ, गोरखपुर और वाराणसी जिलों में आयोजित की जा रही है। अभ्यर्थियों की संख्या और परीक्षा केंद्रों का जिलेवार विवरण इस प्रकार है:
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प्रयागराज: सर्वाधिक 18,240 अभ्यर्थी, 10 परीक्षा केंद्र।
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मेरठ: 16,010 अभ्यर्थी (प्रदेश में दूसरी सर्वाधिक संख्या), 10 परीक्षा केंद्र (सर्वाधिक)।
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गोरखपुर: 15,602 अभ्यर्थी, 10 परीक्षा केंद्र (सर्वाधिक)।
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लखनऊ: 13,528 अभ्यर्थी, 9 परीक्षा केंद्र।
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वाराणसी: 10,958 अभ्यर्थी, 7 परीक्षा केंद्र।
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आगरा: 8,538 अभ्यर्थी, 6 परीक्षा केंद्र।
मेरठ में परीक्षा केंद्रों की संख्या और अभ्यर्थियों की बड़ी तादाद को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने विशेष तैयारी की है।
नकलविहीन और पारदर्शी परीक्षा के लिए कड़े इंतजाम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि राज्य में कोई भी भर्ती परीक्षा नकल या किसी भी अनुचित तरीके से प्रभावित नहीं होनी चाहिए, ताकि युवाओं का भर्ती प्रक्रिया में भरोसा बहाल हो। इसी को ध्यान में रखते हुए परीक्षा आयोजित कराने वाले उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (UPHESC - हालांकि खबर में नाम उल्लेखित नहीं है, पर यही संबंधित आयोग है) और जिला प्रशासनों ने सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए हैं:
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मजिस्ट्रेटों की तैनाती: प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर सेक्टर मजिस्ट्रेट और स्टैटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं।
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सशस्त्र पुलिस बल: सभी 52 परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त संख्या में सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती रहेगी।
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निषेधाज्ञा का अधिकार: जिलाधिकारियों (DM) को आवश्यकतानुसार परीक्षा केंद्रों के आसपास निषेधाज्ञा (धारा 144) लागू करने का अधिकार दिया गया है।
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प्रश्नपत्रों की सुरक्षा: प्रश्न पत्रों को कोषागार से परीक्षा केंद्रों (या आयोग कार्यालय) तक लाने और ले जाने के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे सहित विशेष प्रबंध किए गए हैं।
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बहुस्तरीय निगरानी: परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए आयोग के अध्यक्ष, नामित सदस्य, जनपदीय पर्यवेक्षक (District Observers) और केंद्र पर्यवेक्षक (Center Supervisors) पूरी प्रक्रिया पर पैनी नजर रखेंगे। आयोग और प्रशासन की संयुक्त टीमें भी निगरानी करेंगी।
इन कड़े उपायों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि परीक्षा पूरी पारदर्शिता, निष्पक्षता और ईमानदारी के साथ संपन्न हो, जिससे केवल योग्य और मेधावी उम्मीदवारों का ही चयन हो सके। मेरठ सहित सभी परीक्षा केंद्रों पर अगले दो दिनों तक प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी पूरी तरह मुस्तैद रहेंगे।
