उत्तर प्रदेश में जहां भी कटेगा चालान, वहीं भर सकेंगे जुर्माना, आरटीओ कर रहा ट्रैफिक इंस्पेक्टरों के लिए खास इंतजाम
उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग द्वारा ट्रैफिक इंस्पेक्टरों को पीओएस मशीनें उपलब्ध कराने का निर्णय एक सराहनीय कदम है। इससे न केवल वाहन स्वामियों को सुविधा होगी, बल्कि भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगेगी। इस नई व्यवस्था के कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:
Mar 5, 2025, 07:00 IST
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उत्तर प्रदेश के मोटर वाहन स्वामियों के लिए अहम खबर है। परिवहन विभाग ने ट्रैफिक इंस्पेक्टरों के लिए खास व्यवस्था की है। नई व्यवस्था से मोटर वाहन स्वामियों को भी फायदा होगा। चालान होने पर उन्हें दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। वे चालान वाली जगह पर ही जुर्माना भर सकेंगे। चालान भरने के लिए उन्हें नकदी का इंतजाम नहीं करना पड़ेगा। खास बात यह है कि नई व्यवस्था से परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी। READ ALSO:-मेरठ : चंदा मांगने गए इमाम को सट्टा माफिया ने जमकर पीटा, हाथ तोड़ा, आरोपी बोले 2 ग्राम की दाढ़ी रखकर घूमते हो
यह है नई व्यवस्था
दरअसल, उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने प्रदेश भर के सभी आरटीओ प्रवर्तन, एआरटीओ प्रवर्तन और यात्रीकर अधिकारियों को पीओएस मशीन देने का फैसला किया है। इससे वाहन स्वामियों को चालान होने पर दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। वाहन स्वामी पीएसओ मशीन के जरिए चालान कटने वाली जगह पर ही जुर्माना भर सकेंगे। साथ ही परिवहन विभाग का कार्यभार भी कम होगा। पीओएस मशीन से भ्रष्टाचार पर भी रोक लगेगी।
दरअसल, उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने प्रदेश भर के सभी आरटीओ प्रवर्तन, एआरटीओ प्रवर्तन और यात्रीकर अधिकारियों को पीओएस मशीन देने का फैसला किया है। इससे वाहन स्वामियों को चालान होने पर दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। वाहन स्वामी पीएसओ मशीन के जरिए चालान कटने वाली जगह पर ही जुर्माना भर सकेंगे। साथ ही परिवहन विभाग का कार्यभार भी कम होगा। पीओएस मशीन से भ्रष्टाचार पर भी रोक लगेगी।
भारतीय स्टेट बैंक से समझौता इसके लिए परिवहन विभाग और भारतीय स्टेट बैंक के बीच समझौता हुआ है। सभी मशीनें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से परिवहन विभाग के प्रवर्तन अधिकारियों को दी जाएंगी। जल्द ही चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस पीएसओ मशीनों के साथ नजर आएगी। इसके अलावा वाहन मालिकों को रियल टाइम चालान की जानकारी मिल सकेगी। इस मशीन से किए गए चालान का सीरियल नंबर देखकर वाहन मालिक घर बैठे भी चालान जमा कर सकेंगे।
अभी क्या थी व्यवस्था आपको बता दें कि अभी चालान कटने पर वाहन मालिकों को जुर्माना भरने के लिए दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। साथ ही चालान कटने पर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों द्वारा पैसे लेने आदि की शिकायतें भी मिलती रहती हैं। ऐसे में चालान पर पैसे के लेन-देन की समस्या भी खत्म हो जाएगी।
- सुविधा: वाहन स्वामियों को चालान भरने के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे, वे मौके पर ही जुर्माना भर सकेंगे।
- पारदर्शिता: पीओएस मशीनों के इस्तेमाल से नकद लेनदेन कम होगा, जिससे भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी।
- दक्षता: परिवहन विभाग का कार्यभार कम होगा और चालान की प्रक्रिया में तेजी आएगी।
- रियल टाइम जानकारी: वाहन मालिकों को रियल टाइम चालान की जानकारी मिल सकेगी।
- डिजिटल भुगतान: वाहन मालिक घर बैठे भी चालान जमा कर सकेंगे।
- भ्रष्टाचार पर रोक: पीओएस मशीन से भ्रष्टाचार पर भी रोक लगेगी।
यह कदम डिजिटल इंडिया की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जो नागरिकों को सरकारी सेवाओं का लाभ उठाने में सुविधा प्रदान करेगा। यह व्यवस्था निश्चित रूप से वाहन स्वामियों को राहत प्रदान करेगी और परिवहन विभाग के कामकाज में पारदर्शिता लाएगी।