यूपी में मूसलाधार बारिश का कहर: 48 ज़िलों में अलर्ट, अलीगढ़ में बाढ़ का खतरा!
48 जिलों में गरज-चमक का कोहराम, अलीगढ़ समेत कई गांव डूबने की कगार पर
Jul 3, 2025, 10:19 IST
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उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटों में हुई ताबड़तोड़ बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए राज्य के 48 ज़िलों में बारिश का हाई अलर्ट जारी किया है। इस दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटों में भदोही में सर्वाधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है।Read also:-रेलवे का 'बाहुबली' ऐप: 'RailOne' करेगा हर मुश्किल आसान, टिकट से लेकर खाना तक, सब कुछ एक क्लिक पर!
इन ज़िलों में होगी आफत की बारिश!
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, सोनभद्र, मिर्ज़ापुर, चंदौली, संत रविदास नगर, सहारनपुर, शामली, मुज़फ्फरनगर और बिजनौर और इनके आसपास के इलाकों में भारी बारिश होने की प्रबल संभावना है। इन क्षेत्रों के निवासियों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, सोनभद्र, मिर्ज़ापुर, चंदौली, संत रविदास नगर, सहारनपुर, शामली, मुज़फ्फरनगर और बिजनौर और इनके आसपास के इलाकों में भारी बारिश होने की प्रबल संभावना है। इन क्षेत्रों के निवासियों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
बिजली कड़कने की भी आशंका!
राज्य के कई ज़िलों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की भी संभावना है। इनमें बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्ज़ापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, रायबरेली, सहारनपुर, शामली, मुज़फ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाज़ियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फ़िरोज़ाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, संभल, बदायूं, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी और ललितपुर और इनके आसपास के इलाके शामिल हैं। खुले में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की हिदायत दी गई है।
राज्य के कई ज़िलों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की भी संभावना है। इनमें बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्ज़ापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, रायबरेली, सहारनपुर, शामली, मुज़फ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाज़ियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फ़िरोज़ाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, संभल, बदायूं, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी और ललितपुर और इनके आसपास के इलाके शामिल हैं। खुले में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की हिदायत दी गई है।
लखनऊ का मौसम: बादलों की लुकाछिपी
राजधानी लखनऊ में बुधवार को सुबह धूप खिली रही, लेकिन दिन भर बादलों की आवाजाही बनी रही। दोपहर बाद कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी भी हुई। बुधवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1 डिग्री कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य है। मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को भी लखनऊ में बादल छाए रहेंगे।
राजधानी लखनऊ में बुधवार को सुबह धूप खिली रही, लेकिन दिन भर बादलों की आवाजाही बनी रही। दोपहर बाद कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी भी हुई। बुधवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1 डिग्री कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य है। मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को भी लखनऊ में बादल छाए रहेंगे।
7 दिनों तक जारी रहेगा बारिश का दौर!
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल सिंह ने बताया कि गुरुवार को उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले 7 दिनों तक बारिश का यह सिलसिला लगातार जारी रहेगा। अगले 5 दिनों तक अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई ख़ास बदलाव नहीं होगा।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल सिंह ने बताया कि गुरुवार को उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले 7 दिनों तक बारिश का यह सिलसिला लगातार जारी रहेगा। अगले 5 दिनों तक अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई ख़ास बदलाव नहीं होगा।
अलीगढ़ में मंडराया बाढ़ का खतरा: गंगा-यमुना ख़तरे के निशान के करीब!
प्रशासन अलर्ट पर, गंगा किनारे के 16 गांव चपेट में आ सकते हैं
पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार बारिश का सीधा असर अब मैदानी इलाकों पर दिख रहा है, ख़ासकर अलीगढ़ ज़िले में, जहाँ गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर तेज़ी से बढ़ रहा है। बुधवार को दोनों नदियां ख़तरे के निशान के बेहद करीब पहुंच गईं, जिससे अलीगढ़ के निचले इलाकों में हड़कंप मच गया है। ज़िला प्रशासन ने तत्काल अलर्ट जारी कर दिया है और बाढ़ चौकियों को सक्रिय किया जा रहा है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
गंगा किनारे के गांवों पर संकट के बादल
अतरौली तहसील क्षेत्र के वो गांव जो गंगा नदी के किनारे बसे हैं, जैसे दीनापुर, गनेशपुर, सांकरा, अलिया नगला और किरतौली, वहाँ के ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। इनमें से कई गांव गंगा नदी से महज़ 250 मीटर की दूरी पर हैं। अगर गंगा में बाढ़ आती है, तो लगभग 16 गांव सीधे तौर पर प्रभावित हो सकते हैं, जिससे बड़े पैमाने पर लोगों को विस्थापित होना पड़ सकता है।
अतरौली तहसील क्षेत्र के वो गांव जो गंगा नदी के किनारे बसे हैं, जैसे दीनापुर, गनेशपुर, सांकरा, अलिया नगला और किरतौली, वहाँ के ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। इनमें से कई गांव गंगा नदी से महज़ 250 मीटर की दूरी पर हैं। अगर गंगा में बाढ़ आती है, तो लगभग 16 गांव सीधे तौर पर प्रभावित हो सकते हैं, जिससे बड़े पैमाने पर लोगों को विस्थापित होना पड़ सकता है।
नरौरा बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया
बुलंदशहर ज़िले के नरौरा बैराज से बुधवार को 1,16,513 क्यूसेक पानी गंगा में छोड़ा गया, जिसके कारण गंगा का जलस्तर बढ़कर 178.04 मीटर तक पहुंच गया है। यह स्तर ख़तरे के निशान 178.76 मीटर से बहुत कम दूरी पर है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि गंगा को ख़तरे की सीमा पार करने के लिए लगभग 2.5 लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज होना ज़रूरी है।
बुलंदशहर ज़िले के नरौरा बैराज से बुधवार को 1,16,513 क्यूसेक पानी गंगा में छोड़ा गया, जिसके कारण गंगा का जलस्तर बढ़कर 178.04 मीटर तक पहुंच गया है। यह स्तर ख़तरे के निशान 178.76 मीटर से बहुत कम दूरी पर है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि गंगा को ख़तरे की सीमा पार करने के लिए लगभग 2.5 लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज होना ज़रूरी है।
यमुना फिलहाल नियंत्रण में, पर अलर्ट जारी
दूसरी ओर, यमुना नदी में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। दिल्ली स्थित ओखला बैराज से 14,917 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। वहाँ जलस्तर 195.75 मीटर दर्ज किया गया, जो ख़तरे के निशान 200.600 मीटर से नीचे है। हालांकि, यमुना से सटे खैर तहसील के गांव महाराजगढ़ और शेरपुर के लिए भी अलर्ट जारी किया गया है ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति के लिए तैयार रहा जा सके।
दूसरी ओर, यमुना नदी में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। दिल्ली स्थित ओखला बैराज से 14,917 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। वहाँ जलस्तर 195.75 मीटर दर्ज किया गया, जो ख़तरे के निशान 200.600 मीटर से नीचे है। हालांकि, यमुना से सटे खैर तहसील के गांव महाराजगढ़ और शेरपुर के लिए भी अलर्ट जारी किया गया है ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति के लिए तैयार रहा जा सके।
