UP : होली और जुमा पर शांति बनाए रखने के लिए संभल और आगरा में कड़े सुरक्षा इंतजाम, मस्जिदों को तिरपाल से ढका गया
संभल और आगरा में स्वेच्छा से मस्जिदों को तिरपाल से ढकने और ड्रोन निगरानी से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत, 2:30 बजे होगी जुमे की नमाज
Mar 13, 2025, 00:05 IST
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होली और जुमा के दिन शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। खासकर उन शहरों में जहां मुस्लिम आबादी अधिक है, पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। संभल और आगरा जैसे शहरों में होली और जुमा के दिन किसी भी प्रकार के तनाव से बचने के लिए मस्जिदों को तिरपाल से ढकने का निर्णय लिया गया है। साथ ही पुलिस की तैनाती भी बढ़ा दी गई है।READ ALSO:-Meerut : यति नरसिंहानंद का IIMT कॉलेज में नमाज पढ़ने के खिलाफ तीखा बयान, आंदोलन का किया समर्थन
संभल में सुरक्षा व्यवस्था:
संभल में पिछले साल शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए बवाल के बाद पुलिस प्रशासन ने अब कोई जोखिम उठाने का मन नहीं बनाया है। इस बार होली और जुमा एक ही दिन पड़ रहे हैं, जिससे संभावित तनाव को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यहां 10 मस्जिदों को तिरपाल से ढकने का फैसला लिया गया है। इन मस्जिदों को ढकने का फैसला मस्जिद कमेटी और प्रशासन की आपसी सहमति से लिया गया है ताकि होली के रंग मस्जिदों पर न पड़ें और शांति बनी रहे।
संभल में पिछले साल शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए बवाल के बाद पुलिस प्रशासन ने अब कोई जोखिम उठाने का मन नहीं बनाया है। इस बार होली और जुमा एक ही दिन पड़ रहे हैं, जिससे संभावित तनाव को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यहां 10 मस्जिदों को तिरपाल से ढकने का फैसला लिया गया है। इन मस्जिदों को ढकने का फैसला मस्जिद कमेटी और प्रशासन की आपसी सहमति से लिया गया है ताकि होली के रंग मस्जिदों पर न पड़ें और शांति बनी रहे।
सुरक्षा के विशेष इंतजाम:
संभल में 250 सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन के जरिए निगरानी की जा रही है। शहर में पीएसी, आरआरएफ और पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। इसके अलावा, शहर में शांति बनाए रखने के लिए 1015 लोगों को पाबंद किया गया है। शाही जामा मस्जिद के इमाम जफर अली ने भी प्रशासन के कदम को सही बताया और कहा कि इससे शांति बनी रहेगी।
संभल में 250 सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन के जरिए निगरानी की जा रही है। शहर में पीएसी, आरआरएफ और पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। इसके अलावा, शहर में शांति बनाए रखने के लिए 1015 लोगों को पाबंद किया गया है। शाही जामा मस्जिद के इमाम जफर अली ने भी प्रशासन के कदम को सही बताया और कहा कि इससे शांति बनी रहेगी।
होली के जुलूस का मार्ग:
संभल में होली का जुलूस कोटपूर्वी रामलीला मैदान से शुरू होकर प्रमुख मंदिरों और मस्जिदों से होते हुए सूर्यकुण्ड तीर्थ पर समाप्त होगा। इन मार्गों पर विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
संभल में होली और जुमा के दिन शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। यहां के एसपी केके बिश्नोई ने कहा कि किसी भी प्रकार की जबरदस्ती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अपील की कि अगर कोई व्यक्ति जबरन रंग लगाए या किसी के साथ अभद्रता करता है तो उसे तुरंत पुलिस चौकी में रिपोर्ट करनी चाहिए।
संभल शहर के संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस की तैनाती की गई है और जामा मस्जिद के बाहर पुलिस फोर्स मुस्तैद है। साथ ही, शहर की 10 मस्जिदों को तिरपाल से ढका गया है ताकि होली के रंग मस्जिदों पर न पड़ें। पुलिस टीम संवेदनशील इलाकों में गश्त लगा रही है और सभी से शांति से त्योहार मनाने की अपील की जा रही है। जामा मस्जिद के मौलाना आफताब ने भी नमाज का वक्त बढ़ाकर 2 बजे कर दिया है।
एसपी केके बिश्नोई ने बताया कि इस बार एक हजार लोगों को पाबंद किया जा रहा है और होली के जुलूस मार्ग पर पुलिस की टीम तैनात की जाएगी। शहर में कुल 49 अतिसंवेदनशील स्थलों को चिह्नित किया गया है और किसी भी प्रकार की जबरदस्ती को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस ने यह भी सुनिश्चित किया है कि कोई भी व्यक्ति शांति को भंग करने की कोशिश न करे।
जिला प्रशासन द्वारा समय में बदलाव:
संभल के अलावा, अन्य जिलों में भी होली और जुमा के त्योहारों को लेकर नमाज के समय में बदलाव किया गया है।
संभल के अलावा, अन्य जिलों में भी होली और जुमा के त्योहारों को लेकर नमाज के समय में बदलाव किया गया है।
- जौनपुर: अटाला मस्जिद और बड़ी मस्जिद समेत अन्य मस्जिदों में नमाज का समय अब दोपहर 1 बजे के बजाय डेढ़ बजे किया गया है।
- मिर्जापुर: मिर्जापुर में शुक्रवार को जुमे की नमाज दोपहर 2 बजे पढ़ी जाएगी।
- ललितपुर: जुमे की नमाज शुक्रवार को अब पौने दो बजे अदा की जाएगी।
- अयोध्या: यहां सभी मस्जिदों में जुमे की नमाज 2 बजे पढ़ी जाएगी।
- लखनऊ: मौलाना फरंगी महली ने जुमे की नमाज का समय ढाई बजे तक बढ़ा दिया है।
- रामपुर: जामा मस्जिद में जुमे की नमाज अब 2:30 बजे होगी।
- उन्नाव: जुमे की नमाज का समय एक घंटे बढ़ाकर दोपहर 2 बजे कर दिया गया है।
- बरेली: मस्जिदों और दरगाहों को ढका गया है और फ्लैग मार्च निकाला गया है।

आगरा में भी कड़ी निगरानी:
आगरा में भी होली और जुमा के दिन सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यहां भी शाही जामा मस्जिद में जुमे की नमाज दोपहर 2:30 बजे अदा की जाएगी। आगरा पुलिस ने सुरक्षा के लिए शहर को 48 सेक्टर और 14 जोन में बांटा है। संवेदनशील इलाकों में पीएसी और पुलिस तैनात रहेगी। मस्जिदों के आसपास ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी।
आगरा में भी होली और जुमा के दिन सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यहां भी शाही जामा मस्जिद में जुमे की नमाज दोपहर 2:30 बजे अदा की जाएगी। आगरा पुलिस ने सुरक्षा के लिए शहर को 48 सेक्टर और 14 जोन में बांटा है। संवेदनशील इलाकों में पीएसी और पुलिस तैनात रहेगी। मस्जिदों के आसपास ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी।
जुमे की नमाज का समय:
संभल और आगरा में दोनों जगहों पर शाही जामा मस्जिद में जुमे की नमाज दोपहर 2:30 बजे अदा की जाएगी। यह समय इसलिए तय किया गया है ताकि होली और जुमे के बीच कोई व्यवधान न आए।
संभल और आगरा में दोनों जगहों पर शाही जामा मस्जिद में जुमे की नमाज दोपहर 2:30 बजे अदा की जाएगी। यह समय इसलिए तय किया गया है ताकि होली और जुमे के बीच कोई व्यवधान न आए।
पुलिस की सख्ती:
आगरा में पुलिस ने होली के दिन सड़कों पर चेकिंग बढ़ा दी है। शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उनके वाहनों को सीज किया जाएगा। साथ ही, होलिका दहन के दौरान भी पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी ताकि किसी भी प्रकार का बवाल न हो।
आगरा में पुलिस ने होली के दिन सड़कों पर चेकिंग बढ़ा दी है। शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उनके वाहनों को सीज किया जाएगा। साथ ही, होलिका दहन के दौरान भी पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी ताकि किसी भी प्रकार का बवाल न हो।
सुरक्षा इंतजामों का उद्देश्य:
संभल और आगरा दोनों ही शहरों में सुरक्षा व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य त्योहारों के दौरान शांति बनाए रखना और किसी भी प्रकार के तनाव से बचना है। पुलिस और प्रशासन ने विभिन्न कदम उठाए हैं ताकि ये पर्व बिना किसी हिंसा या असमंजस के शांतिपूर्वक संपन्न हो सकें।
संभल और आगरा दोनों ही शहरों में सुरक्षा व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य त्योहारों के दौरान शांति बनाए रखना और किसी भी प्रकार के तनाव से बचना है। पुलिस और प्रशासन ने विभिन्न कदम उठाए हैं ताकि ये पर्व बिना किसी हिंसा या असमंजस के शांतिपूर्वक संपन्न हो सकें।