बिजली बिल का झटका! जून में यूपी वालों की जेब पर पड़ेगा भारी बोझ, जानिए क्यों?
मई की मामूली राहत के बाद अब 4.27% का अतिरिक्त फ्यूल सरचार्ज, ₹390 करोड़ की वसूली की तैयारी
May 28, 2025, 10:25 IST
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लखनऊ, 28 मई 2025: उत्तर प्रदेश के करोड़ों बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक बार फिर चिंता की खबर सामने आई है। मई में मिली मामूली राहत के बाद, अब जून के महीने में आपको अपने बिजली बिल के लिए पहले से ज़्यादा पैसे चुकाने पड़ेंगे। बिजली कंपनियों ने फ्यूल सरचार्ज (ईंधन अधिभार) के रूप में 4.27% की अतिरिक्त बढ़ोतरी का ऐलान किया है, जिससे उन्हें ₹390 करोड़ की अतिरिक्त कमाई होने का अनुमान है।READ ALSO:-सोना खरीदने वालों के लिए बड़ी खबर! UP में आज भी गिरे दाम, क्या ये है निवेश का सही मौका?
क्यों बढ़ रहा है आपका बिजली का बिल?
बिजली विभाग के इस फैसले के पीछे का कारण ऊर्जा और ईंधन अधिभार है। कंपनियों को ईंधन अधिभार शुल्क के रूप में ₹390 करोड़ वसूलना है, और इसी के चलते जून के बिजली बिल में 4.27% का अतिरिक्त शुल्क जुड़कर आएगा। यह शुल्क असल में मार्च 2025 का है, जिसकी वसूली अब जून के बिल में की जाएगी।
हालांकि, उपभोक्ता परिषद ने इस सरचार्ज का कड़ा विरोध किया है, उनका तर्क है कि बिजली कंपनियों के पास पहले से ही उपभोक्ताओं का ₹33,122 करोड़ का भारी-भरकम सरप्लस जमा है, ऐसे में यह अतिरिक्त वसूली पूरी तरह से अनुचित है और उपभोक्ताओं पर बेवजह का बोझ डाल रही है।
अभी तो शुरुआत है, आगे 30% बढ़ोतरी की भी आशंका!
प्रदेश में लगभग 3.45 करोड़ विद्युत उपभोक्ता हैं, और इस नई बढ़ोतरी का सीधा असर सभी पर पड़ेगा। लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती। चालू वित्तीय वर्ष के टैरिफ निर्धारण के लिए चल रही प्रक्रिया के तहत, अगले दो-तीन महीनों में मौजूदा बिजली की दरों में 30 प्रतिशत तक की और बढ़ोतरी भी प्रस्तावित है। इसका मतलब है कि आने वाले समय में बिजली का बिल और भी महंगा हो सकता है।
गर्मी में बढ़ेगा दोहरा बोझ, जानिए कितना पड़ेगा असर?
यह पिछले तीन महीने में दूसरी बार है जब बिजली उपभोक्ताओं को अतिरिक्त भुगतान का सामना करना पड़ रहा है। पिछले महीने भले ही बिजली बिलों में 2 फीसदी की कमी की गई थी, लेकिन अब जून के बिल में यह वृद्धि लागू होने से गर्मी में बढ़ी बिजली खपत के बीच उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ और बढ़ जाएगा। विद्युत विनियामक आयोग ने इस साल जनवरी में ईंधन-ऊर्जा खरीद समायोजन अधिभार को मंजूरी दी थी, जिसके तहत किसी माह के अधिभार की वसूली उसके तीसरे महीने में की जाती है।
आपकी जेब पर कितना पड़ेगा भार? इसे एक उदाहरण से समझिए: अगर आपका मासिक बिजली बिल ₹2,000 आता है, तो आपको ₹85.40 का अतिरिक्त भुगतान करना पड़ेगा। स्वाभाविक रूप से, जितना अधिक आपका बिल होगा, उतना ही अधिक आपको अतिरिक्त भुगतान करना पड़ेगा।
इस नई बढ़ोतरी को लेकर आप क्या सोचते हैं? क्या आपको लगता है कि यह उपभोक्ताओं के लिए उचित है या इससे आपकी मासिक बजट पर ज़्यादा असर पड़ेगा?
