देशभर में गरमाएगा उत्तर प्रदेश में बिजली निजीकरण का मुद्दा, किसानों की तरह लखनऊ समेत कई शहरों में महापंचायत का ऐलान
उत्तर प्रदेश में बिजली निजीकरण का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। इसको लेकर बिजली कर्मचारियों ने किसानों की तरह महापंचायत का ऐलान किया है। ऐसे में आने वाले दिनों में बिजली हड़ताल अपना असर दिखा सकती है।
Dec 11, 2024, 19:16 IST
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उत्तर प्रदेश में बिजली निजीकरण का मुद्दा अब प्रदेश से बाहर निकलकर देशव्यापी बनाने की तैयारी में है। कर्मचारी संगठनों ने लखनऊ, चंडीगढ़ और दिल्ली समेत कई शहरों में बिजली महापंचायत का ऐलान किया है। इसके तहत 22 दिसंबर को कर्मचारी संगठनों के नेता और बिजली कर्मचारी लखनऊ में जुटेंगे। इसके बाद 25 दिसंबर को चंडीगढ़ में भी ऐसी ही पंचायत बुलाई गई है।READ ALSO:- मेरठ : इन्फ्लुएंसर फोन पर फॉलोअर से बात कर रही थी, पति ने पत्नी को ईंट से मारा, चाकू से गला रेत दिया; रातभर शव के सामने रोती रहीं बेटियां
बिजली कंपनियों के निजीकरण के विरोध में 13 और 19 दिसंबर को बैठकें होंगी। इसके बाद 22 दिसंबर को लखनऊ में बड़ा विरोध प्रदर्शन बुलाया गया है। 25 दिसंबर को चंडीगढ़ में निजीकरण के खिलाफ विशाल बिजली पंचायत का ऐलान किया गया है।
एनसीसीसीओईईई ने चेतावनी दी है कि निजीकरण की दिशा में सरकार का कोई भी एकतरफा कदम संकट को बढ़ाएगा। इससे देश के 27 लाख बिजली कर्मचारी सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। चंडीगढ़ में भी बिजली वितरण व्यवस्था को निजी हाथों में सौंपने का फैसला लिया गया है। ऐसे में आंदोलन को मिलकर आगे बढ़ाने का फैसला लिया गया है।