तकनीकी क्रांति का प्रवेश UP ITI में: AI से 5G तक, हाई-टेक कोर्स बदलेंगे छात्रों का भविष्य
रोजगार बाजार की मांग के अनुरूप 29 नए पाठ्यक्रम होंगे शुरू, युवाओं को मिलेगा आधुनिक स्किल डेवलपमेंट का सुनहरा मौका
May 8, 2025, 07:35 IST
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) अब आधुनिक तकनीक के गढ़ बनने को तैयार हैं। प्रदेश भर के राजकीय और निजी आईटीआई संस्थानों में आगामी नए सत्र से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), 5जी नेटवर्क टेक्नीशियन, साइबर सुरक्षा असिस्टेंट जैसे अत्याधुनिक विषयों की पढ़ाई शुरू होने जा रही है। प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) ने उद्योग जगत की बदलती ज़रूरतों और उभरती प्रौद्योगिकियों को देखते हुए कुल 29 नए कोर्स डिज़ाइन किए हैं, जिनका उद्देश्य छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करना है।READ ALSO:-पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक: मेरठ में गूंजा जश्न का शोर, लड्डू बांटकर लोगों ने किया सेना का अभिनंदन
पुरानी राहों से नई मंज़िल की ओर: NEP का प्रभाव
राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, वर्तमान में आईटीआई संस्थानों में 80 से अधिक पारंपरिक प्रशिक्षण कोर्स संचालित हो रहे हैं, जिनमें से कई 8 से 10 वर्ष पुराने हैं। हालाँकि ये कोर्स अभी भी प्रासंगिक हैं, लेकिन नई शिक्षा नीति (NEP) के दृष्टिकोण के तहत पाठ्यक्रमों को आधुनिक बनाना और नए, उद्योग-संबंधित क्षेत्रों को शामिल करना अनिवार्य हो गया था। इसी दिशा में पहल करते हुए, डीजीटी ने गहन शोध और तैयारी के बाद इन 29 नए कोर्स की विस्तृत रूपरेखा और पाठ्यक्रम तैयार कर लिया है। नए सत्र की शुरुआत से इन सभी कोर्स को संचालित करने के लिए इच्छुक संस्थानों को मान्यता प्रदान कर दी जाएगी।
आधुनिक उद्योग की कुंजी: छात्रों के लिए असीम संभावनाएं
राजकीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद के संयुक्त निदेशक अनिल वर्मा ने इस कदम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डीजीटी द्वारा तैयार किए गए ये नए कोर्स पूरी तरह से आज की तेज़ रफ़्तार और तकनीकी रूप से उन्नत औद्योगिक दुनिया की मांग के अनुरूप हैं। उन्होंने बताया कि 5जी नेटवर्किंग का तेज़ी से विस्तार हो रहा है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हर क्षेत्र में क्रांति ला रहा है, साइबर सुरक्षा एक बड़ी ज़रूरत बन गई है, डेटा एप्लीकेशन का महत्व बढ़ रहा है, और ड्रोन तकनीक का उपयोग विविध क्षेत्रों में हो रहा है। इन नए कोर्स के शुरू होने से आईटीआई के छात्रों को इन उभरते हुए और उच्च-भुगतान वाले क्षेत्रों में करियर बनाने का शानदार अवसर मिलेगा। ये सभी नए तकनीक-केंद्रित कोर्स छात्रों की रुचि और बाज़ार की ज़रूरत के हिसाब से एक या दो वर्ष की अवधि के होंगे।
एक और दो साल के कोर्स: विकल्प हैं अनेक
छात्रों के पास अपनी रुचि और लक्ष्य के अनुसार कोर्स चुनने का विकल्प होगा। एक वर्षीय कोर्स की सूची में 5जी नेटवर्किंग टेक्नीशियन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्रामिंग, एडवांस्ड टूल्स से जुड़े कोर्स, कंप्यूटर मैन्युफैक्चरिंग, डेटा असिस्टेंट, इंडस्ट्रियल रोबोट एंड डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग जैसे आधुनिक ट्रेड शामिल किए गए हैं।
वहीं, दो वर्षीय कोर्स छात्रों को और भी गहन और व्यापक प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। इनमें प्लांट टेक्नीशियन, पावर प्लांट टेक्नीशियन, इलेक्ट्रिक व्हीकल टेक्नोलॉजी, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के एडवांस्ड पहलू, और 3डी प्रिंटिंग बेसिक डिज़ाइन जैसे पाठ्यक्रम शामिल हैं। इन नए कोर्स के माध्यम से उत्तर प्रदेश के आईटीआई छात्र न केवल पारंपरिक शिल्पों में कुशल होंगे, बल्कि वे डिजिटल युग की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए भी पूरी तरह से तैयार होंगे, जिससे उनके लिए रोज़गार के नए द्वार खुलेंगे और वे देश की तकनीकी प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दे सकेंगे।
