आम के गढ़ में फ्रूट वाइन की नई सौगात: मलिहाबाद में खुली राज्य की पहली वाइनरी, किसानों की किस्मत चमकेगी!

 उत्तर प्रदेश को मिली पहली वायनरी – हाइड्रोलिक नहीं, ह्यूमैन इमोशन से चलेगा कारोबार; आम, लीची, शहतूत से बनेगी फ्रूट वाइन, किसानों को मिलेगा सीधा फायदा
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FRUIT WINE IN MALIHABAD
लखनऊ/मलिहाबाद - आमों के बागों के लिए विश्व प्रसिद्ध मलिहाबाद क्षेत्र ने रविवार को एक नया इतिहास रचा। यहां उत्तर प्रदेश की पहली वाइनरी का भव्य शुभारंभ हुआ, जिससे किसानों की आय में क्रांतिकारी बदलाव आने की उम्मीद है। आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल और प्रमुख सचिव की उपस्थिति में हुए इस उद्घाटन समारोह ने क्षेत्र के आम उत्पादकों के लिए एक नए और लाभकारी भविष्य का संकेत दिया।READ ALSO:-✈️लखनऊ एयरपोर्ट पर टला बड़ा हादसा: लैंडिंग के बाद धधक उठा सऊदी विमान का पहिया, 250 हज यात्रियों की अटकी सांसें!

 

मीठे आमों से बनेगी मनमोहक वाइन: किसानों के लिए आय का नया द्वार खुला
मलिहाबाद, जो सदियों से अपने रसीले आमों के लिए जाना जाता है, अब अपनी इस पहचान को एक नए आयाम पर ले जाएगा। रविवार को यहां स्थापित हुई प्रदेश की पहली वाइनरी न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी, बल्कि आम किसानों के लिए आय के नए अवसर भी सृजित करेगी। आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने इस पहल को किसानों की आर्थिक समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह वाइनरी आसपास के आम उत्पादकों को उनके फलों का उचित मूल्य दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

 मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने किया उद्घाटन.

सरकार का बड़ा प्रोत्साहन: 5 साल तक एक्साइज ड्यूटी में भारी छूट
इस ऐतिहासिक अवसर पर आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने वाइनरी के संस्थापक कुंवर माधवेंद्र देव सिंह को बधाई दी। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार की फल उत्पादन को बढ़ावा देने और किसानों को उनकी उपज का सही दाम दिलाने की प्रतिबद्धता को दोहराया। मंत्री ने एक बड़ी घोषणा करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश में उगाए गए फलों से निर्मित फ्रूट वाइन पर आबकारी विभाग की ओर से अगले 5 वर्षों तक एक्साइज ड्यूटी में पूर्ण छूट प्रदान की जाएगी। यह कदम निश्चित रूप से इस नए उद्योग को स्थापित करने और विकसित करने में महत्वपूर्ण साबित होगा।

 आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने किया उद्घाटन.

मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि इस इकाई में मुख्य रूप से आम के अलावा लीची, शहतूत और अमरूद जैसे स्थानीय फलों से भी उच्च गुणवत्ता वाली फ्रूट वाइन तैयार की जाएगी। यह पहल न केवल उद्यमिता को प्रोत्साहित करेगी बल्कि स्थानीय किसानों और उद्यमियों के लिए भी लाभकारी सिद्ध होगी, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

 मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने किया उद्घाटन.

विकास की नई राह: मुख्य सचिव ने किया एडमिनिस्ट्रेशन विंग का उद्घाटन
उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने वाइनरी के एडमिनिस्ट्रेशन विंग का उद्घाटन किया। उन्होंने इस पहल को प्रदेश के विकास की दिशा में एक अभिनव और दूरदर्शी प्रयास बताया। उन्होंने अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य में पहली वाइनरी का शुरू होना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। मुख्य सचिव ने उम्मीद जताई कि इससे प्रेरित होकर भविष्य में और भी वाइनरी उत्तर प्रदेश में स्थापित होंगी, जिससे राज्य के उद्यमियों और किसानों दोनों को महत्वपूर्ण सहायता मिलेगी। उन्होंने विशेष रूप से लखनऊ के विश्व प्रसिद्ध आमों से यहां वाइन बनाए जाने की बात पर जोर दिया, जो इस उत्पाद को एक विशिष्ट पहचान दिलाएगा।

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विशेषज्ञों की राय: यह कदम गेम-चेंजर साबित होगा
कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के विशेषज्ञों का मानना है कि मलिहाबाद में वाइनरी की स्थापना एक गेम-चेंजर साबित होगी। यह न केवल किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य दिलाएगा बल्कि क्षेत्र में पर्यटन और संबंधित उद्योगों को भी बढ़ावा देगा। फलों से वाइन बनाने की प्रक्रिया से किसानों को अपनी फसल को खराब होने से बचाने का भी एक नया विकल्प मिलेगा, खासकर बंपर उत्पादन के समय जब कीमतें गिर जाती हैं।

 

इसके अतिरिक्त, यह पहल उत्तर प्रदेश को देश के वाइन मानचित्र पर एक नई पहचान दिला सकती है और अन्य राज्यों को भी इसी तरह के कदम उठाने के लिए प्रेरित कर सकती है। स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और क्षेत्र की समग्र आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।
SONU

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