हापुड़ में जिंदा जलाई गई सलोनी की मौत पर फूटा लोगों का गुस्सा: भीड़ ने शव सड़क पर रखकर किया हंगामा, पुलिस ने दिया गिरफ्तारी का आश्वासन
7 दिन तक जिंदगी की जंग लड़ने के बाद तोड़ा दम। पड़ोसियों पर है आग लगाने का आरोप, 4 आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से भड़के लोग, पुलिस के आश्वासन पर माने।
Jun 22, 2025, 21:54 IST
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हापुड़: हापुड़ के देहात थाना क्षेत्र में रविवार को उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जब एक सप्ताह पहले पड़ोसियों द्वारा कथित रूप से जिंदा जलाई गई महिला 'सलोनी' की दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई। शनिवार देर रात सलोनी ने दम तोड़ दिया और रविवार शाम को जब उसका शव एंबुलेंस से हापुड़ पहुंचा, तो गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने इंसाफ की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया।READ ALSO:-मातम में बदलीं बारात की खुशियाँ: बस की खिड़की से झाँकना 11 साल के मासूम बच्चे के लिए बना काल, सिर धड़ से अलग
क्या है पूरा मामला?
यह खौफनाक घटना 15 जून की देर रात लगभग 1:30 बजे की है। सलोनी अपनी दो बेटियों के साथ अपने घर में सो रही थी। आरोप है कि तभी पड़ोस के पांच लोग - मुकेश, गंगाराम, भोपाल, श्रीपाल और मुकेश का साला - छत के रास्ते से उसके घर में घुस आए। उन्होंने सो रही सलोनी पर कोई ज्वलनशील पदार्थ डालकर उसे आग के हवाले कर दिया।
चीख-पुकार सुनकर लोग इकट्ठा हुए, लेकिन तब तक सलोनी बुरी तरह झुलस चुकी थी। उसे तत्काल गंभीर हालत में दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ वह सात दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझती रही, लेकिन अंततः शनिवार देर रात उसकी मौत हो गई।
शव पहुंचने पर फूटा लोगों का गुस्सा
रविवार की शाम जैसे ही सलोनी का शव एम्बुलेंस से उसके मोहल्ले पहुंचा, लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। आक्रोशित भीड़ ने एंबुलेंस को मोहल्ले के बाहर ही रोक दिया और मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। लोगों का मुख्य आरोप यह था कि पुलिस ने मामले में नामजद पांच आरोपियों में से अब तक केवल एक को ही गिरफ्तार किया है, जबकि बाकी चार आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं।
पुलिस और भीड़ में नोकझोंक
हंगामे की सूचना पर सीओ जितेंद्र कुमार शर्मा, नगर कोतवाली प्रभारी मुनीष प्रताप सिंह और देहात थाना प्रभारी विजय कुमार गुप्ता सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। हालात को देखते हुए पुलिस ने पहले से ही इलाके में फोर्स तैनात कर रखी थी। शव को एंबुलेंस से उतारने के दौरान लोगों की पुलिस के साथ तीखी नोकझोंक हुई।
काफी देर तक चले हंगामे के बाद, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने फरार चल रहे सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का ठोस आश्वासन दिया। इस आश्वासन के बाद ही गुस्साई भीड़ शांत हुई और शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने दिया। फिलहाल इलाके में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है।
