UP में नौकरियों की बहार! योगी सरकार ने आयुष विभाग में खोले 4,350 पद, युवाओं के लिए शानदार मौका
आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथिक में प्रोफेसर से फार्मासिस्ट तक की बंपर भर्तियां; CM योगी के निर्देश पर शुरू हुई प्रक्रिया, ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाएं होंगी मजबूत
Updated: May 26, 2025, 15:52 IST
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लखनऊ, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक बार फिर युवाओं को रोजगार का बड़ा अवसर प्रदान किया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर, आयुष विभाग के अंतर्गत आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धतियों में 4,350 रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह घोषणा उन युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है जो सरकारी क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं, खासकर पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में।READ ALSO:-अलर्ट! उत्तराखंड में लौटा कोरोना: चारधाम यात्रा के बीच मिले 3 नए केस, स्वास्थ्य विभाग 'हाई अलर्ट' पर
मुख्यमंत्री के विजन का परिणाम:
आयुष विभाग के प्रमुख सचिव रंजन कुमार ने बताया कि हाल ही में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयुष चिकित्सा सेवाओं को और अधिक प्रभावशाली बनाने पर जोर दिया था। उन्होंने विशेष रूप से रिक्त पदों को प्राथमिकता के आधार पर भरने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री का मानना है कि प्रदेश में पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को मजबूत करने के लिए पर्याप्त मानव संसाधन होना बेहद जरूरी है। इसी विजन के तहत, निदेशक, उप निदेशक, प्राचार्य, प्रोफेसर, लेक्चरर, चिकित्साधिकारी, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट, मैट्रन और रीडर जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भर्तियां की जा रही हैं।
किस विभाग में कितने पद खाली?
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आयुर्वेद चिकित्सा सेवाएं: कुल 7,233 स्वीकृत पदों में से 3,025 पद फिलहाल खाली हैं।
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यूनानी चिकित्सा सेवाएं: कुल 462 स्वीकृत पदों में से 161 पद रिक्त पड़े हैं।
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होम्योपैथिक चिकित्सा सेवाएं: कुल 3,818 स्वीकृत पदों में से 1,164 पद खाली हैं।
इन पदों को पदोन्नति, सीधी भर्ती, लेखा व वित्तीय संगर्व, पीएसएस संवर्ग और अधियाचन भेजे जाने जैसे विभिन्न माध्यमों से भरा जाएगा। कुछ पदों के लिए चयन प्रक्रिया पहले ही शुरू की जा चुकी है।
आयुष चिकित्सा को जन-जन तक पहुंचाना लक्ष्य:
प्रमुख सचिव ने बताया कि सरकार का मुख्य उद्देश्य आयुष चिकित्सा व्यवस्था को केवल मजबूत करना नहीं, बल्कि इसे जन-जन तक पहुंचाना है। इसके लिए आवश्यक चिकित्सकीय मानव संसाधन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। पिछले साल भी सरकार ने मेडिकल और आयुष शिक्षा संस्थानों में नए कॉलेज खोलने, पाठ्यक्रम विस्तार और डिजिटल हेल्थ सुविधाएं बढ़ाने जैसे कई महत्वपूर्ण कदम उठाए थे।
वर्तमान में, सरकार आयुष सेवाओं को नवाचार से जोड़ने का प्रयास कर रही है। इसमें टेलीमेडिसिन, डिजिटल रिकॉर्ड और आधुनिक अनुसंधान केंद्रों की स्थापना शामिल है। साथ ही, आयुर्वेद और होम्योपैथिक पद्धतियों को नई पीढ़ी के लिए एक आकर्षक करियर विकल्प के रूप में भी बढ़ावा दिया जा रहा है। इन भर्तियों से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं सशक्त होंगी, बल्कि युवाओं को रोजगार के नए और महत्वपूर्ण अवसर भी मिलेंगे।
इन प्रमुख पदों पर होगी भर्ती:
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प्रोफेसर, लेक्चरर
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चिकित्साधिकारी (आयुर्वेद/होम्योपैथी/यूनानी)
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स्टाफ नर्स, चीफ फार्मासिस्ट, फार्मासिस्ट
- मैट्रन, रीडर
- उप निदेशक, सहायक औषधि नियंत्रक
- प्राचार्य, उप चिकित्साधिकारी, प्रवक्ता