यूपी में शिक्षा की नई क्रांति: खुल रहे 9 'फाइव स्टार' सर्वोदय स्कूल, पढ़ाई से लेकर रहना-खाना सब फ्री, बदल जाएगी हजारों बच्चों की तकदीर!
उत्तर प्रदेश के 9 नए जिलों में खुलेंगे सर्वोदय विद्यालय, गरीब बच्चों को मिलेगा फ्री एजुकेशन, रहन-सहन और सफलता की उड़ान
Jun 16, 2025, 10:46 IST
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उत्तर प्रदेश में अब गरीब और ग्रामीण बच्चों के सपनों को पंख लगने वाले हैं। राज्य सरकार एक ऐसी योजना को जमीन पर उतार रही है, जो शिक्षा के मायने बदलकर रख देगी। सूबे के 9 जिलों में इसी सत्र से 9 नए सर्वोदय विद्यालय खुलने जा रहे हैं, जो किसी भी महंगे प्राइवेट बोर्डिंग स्कूल को टक्कर देने का माद्दा रखते हैं। इन स्कूलों में बच्चों को सिर्फ पढ़ाई ही नहीं, बल्कि उनका रहना, खाना, यूनिफॉर्म, किताबें और भविष्य की तैयारी... सब कुछ बिल्कुल मुफ़्त मिलेगा।READ ALSO:-✈️लखनऊ एयरपोर्ट पर टला बड़ा हादसा: लैंडिंग के बाद धधक उठा सऊदी विमान का पहिया, 250 हज यात्रियों की अटकी सांसें!
सत्र 2025-26 से बजेगी घंटी, इन 9 जिलों के बच्चों को मिलेगा सुनहरा मौका
समाज कल्याण विभाग ने घोषणा की है कि चालू सत्र 2025-26 से ही इन 9 नए विद्यालयों में पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी। यह एक सुनहरा मौका है मथुरा, बलिया, पीलीभीत, मनकापुर (गोंडा), सरवनखेड़ा (कानपुर देहात), अमरोहा, महाराजगंज, अंबेडकर नगर और मैनपुरी के प्रतिभाशाली बच्चों के लिए। शुरुआत में यहां कक्षा 6 से 8 तक के लगभग 2000 छात्रों को प्रवेश मिलेगा और अगले ही साल से इन स्कूलों को 12वीं कक्षा तक अपग्रेड कर दिया जाएगा। अब इन जिलों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए बड़े शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा।
स्मार्ट क्लास, AI लैब, हॉस्टल... ये स्कूल नहीं, सफलता की गारंटी हैं!
इन विद्यालयों को सिर्फ स्कूल कहना शायद इनकी पूरी तस्वीर बयां नहीं करता। ये सफलता गढ़ने वाली वो प्रयोगशालाएं हैं, जहाँ हर बच्चे को भविष्य के लिए तैयार किया जाएगा। यहाँ मिलेंगी ऐसी सुविधाएं, जो अब तक केवल बड़े निजी स्कूलों तक सीमित थीं:
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आधुनिक क्लासरूम: चाक-डस्टर की जगह इंटरैक्टिव स्मार्ट बोर्ड और डिजिटल पैनल।
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हाई-टेक लैब्स: कंप्यूटर लैब, विज्ञान प्रयोगशालाओं से लेकर एयरोमॉडलिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की विशेष वर्कशॉप तक।
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चिंता-मुक्त आवासीय सुविधा: सुरक्षित और अनुशासित हॉस्टल, जहाँ पौष्टिक भोजन, नाश्ता, यूनिफॉर्म, किताबें, स्टेशनरी और रोजमर्रा की हर जरूरी चीज मुफ्त मिलेगी।
सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं, IIT-NEET क्रैक करने का भी मिलेगा फ्री मंत्र
सरकार का लक्ष्य सिर्फ 12वीं पास छात्र तैयार करना नहीं, बल्कि उन्हें देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों तक पहुंचाना है। इसी सोच के साथ इन विद्यालयों में "अभ्युदय कोचिंग" की स्थापना की गई है। यहाँ छात्रों को नीट (NEET), जेईई (JEE) और सीयूईटी (CUET) जैसी प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी बिल्कुल मुफ्त कराई जाएगी। इसके अलावा, छात्रों को रोजगार के लिए तैयार करने हेतु कौशल विकास का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
गांव के बच्चों को प्राथमिकता, आरक्षण से सामाजिक समानता को मिलेगा बल
इस योजना की सबसे खूबसूरत बात इसका सामाजिक सरोकार है। इन स्कूलों में 85% सीटें ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के लिए आरक्षित हैं, ताकि गांव की प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का पूरा मौका मिले। इसके साथ ही 60% सीटें अनुसूचित जाति/जनजाति, 25% पिछड़ा वर्ग और 15% सीटें सामान्य वर्ग के बच्चों के लिए निर्धारित की गई हैं, जो "सबका साथ, सबका विकास" के मंत्र को सही मायनों में चरितार्थ करता है।
समाज कल्याण विभाग के उप निदेशक, जे. राम के अनुसार, "यह पहल बच्चों का भविष्य संवारेगी और उनके जीवन में सामाजिक समृद्धि का रास्ता खोलेगी।" यह कोई खोखला दावा नहीं है; 2018-19 में इन स्कूलों में छात्रों की संख्या 32,429 थी, जो 2025-26 में 37,000 तक पहुंच जाएगी। यह आंकड़े इस योजना की सफलता की कहानी खुद बयां करते हैं।
