यूपी में थमी मानसून की रफ्तार, भीषण उमस से बढ़ी बेचैनी; 70+ जिलों में आज गरज-चमक और वज्रपात का अलर्ट!
70 से ज़्यादा जिलों में बिजली गिरने का अलर्ट, कई जगहों पर भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी
Updated: Jun 25, 2025, 12:45 IST
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लखनऊ, [आज की तारीख]: उत्तर प्रदेश में मानसून की बारिश का सिलसिला जारी है, लेकिन पिछले 24 घंटों में इसकी तीव्रता में कमी देखी गई है। प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी संभाग में अनुमान से 38% कम बारिश दर्ज की गई है। इस अवधि में सबसे अधिक बारिश गोरखपुर जिले में 18.6 मिमी रिकॉर्ड की गई। अधिकांश इलाकों में आसमान साफ रहा और तेज धूप खिली, जिससे उमस भरी गर्मी में इजाफा हुआ है।READ ALSO:-मेरठ में साइबर ठगी का नया पैंतरा: ईंट भट्ठा मालिक से 2.25 लाख लूटे, ठग ने खुद को बताया 'साइबर सेल कमिश्नर' और दी धमकी
आज इन जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश का अनुमान
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, बुधवार को पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। प्रदेश के 70 से ज्यादा जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया गया है। बारिश के दौरान 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी संभावना है।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, बुधवार को पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। प्रदेश के 70 से ज्यादा जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया गया है। बारिश के दौरान 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी संभावना है।
अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान: सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर और आसपास के इलाकों में।
गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना: बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, अमरोहा, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और आसपास के इलाके।
भारी बारिश का अलर्ट: शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, अमरोहा, बरेली, पीलीभीत, जालौन, झांसी, ललितपुर और आसपास के इलाके।
राजधानी लखनऊ का मौसम: उमस जारी, हल्की बारिश की संभावना
राजधानी लखनऊ में मंगलवार को ज्यादातर आसमान साफ रहा, हालांकि दिन में बादलों की आवाजाही भी देखी गई। 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं और कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी भी हुई। अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य है, जबकि न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है।
राजधानी लखनऊ में मंगलवार को ज्यादातर आसमान साफ रहा, हालांकि दिन में बादलों की आवाजाही भी देखी गई। 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं और कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी भी हुई। अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य है, जबकि न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है।
लखनऊ में अभी भी उमस भरी गर्मी बरकरार है और लोगों को भारी मानसूनी बारिश का इंतजार है। पिछले दो-तीन दिनों की हल्की बारिश ने हवा में नमी बढ़ाई है, जिससे धूप निकलने पर गर्मी का एहसास ज्यादा हो रहा है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, बुधवार को लखनऊ में बादलों की आवाजाही रहेगी और कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
अगले पाँच दिन तापमान में विशेष बदलाव नहीं
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल सिंह ने बताया कि अगले पाँच दिनों तक उत्तर प्रदेश के कुछ अलग-अलग स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी से बहुत भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना है। वहीं, अन्य इलाकों में भी भारी बारिश हो सकती है। आने वाले पाँच दिनों तक अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई विशेष बदलाव होने की संभावना नहीं है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल सिंह ने बताया कि अगले पाँच दिनों तक उत्तर प्रदेश के कुछ अलग-अलग स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी से बहुत भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना है। वहीं, अन्य इलाकों में भी भारी बारिश हो सकती है। आने वाले पाँच दिनों तक अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई विशेष बदलाव होने की संभावना नहीं है।
