मेरठ-दोहरा हत्याकांड : पति के बाद पत्नी की भी मौत, कल बदमाशों ने घर में घुसकर बरसाई थी गोलियां, प्रत्यक्षदर्शी पोती ने बताई पूरी बात.....
मेरठ में बदमाशों ने घर में घुसकर पति-पत्नी को गोली मार दी थी। हमले में कारोबारी पति-पत्नी की मौत हो गई। घटना के वक्त घर में चार लोग थे। दिनदहाड़े नकाबपोश बदमाश घर में घुस गए। दादी को बाथरूम में बंद कर उनके हाथ-पैर रस्सी से बांध दिए।
Aug 11, 2023, 13:22 IST
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मेरठ के ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के किशुनपुरी में घर में घुसकर कारोबारी डी के जैन की हत्या के 21 घंटे बाद ही उनकी पत्नी अंजू की भी निजी अस्पताल में मौत हो गई। अंजू के हाथ में गोली लगी थी। बताया जा रहा है कि हाथ की नस कटने से अत्यधिक रक्तस्राव हुआ, जिससे उनकी मौत हो गयी। Read also:-मेरठ: घर में घुसकर बुजुर्ग दंपत्ति को मारी गोली, व्यापारी की हुई मौत, पत्नी की हालत गंभीर; बदमाशों ने बच्चों को कमरे में बंद कर लूटपाट की
व्यवसायी की पत्नी की मौत की जानकारी होते ही पुलिस की कार्यवाही में तेज़ी आ गयी है। उधर, संयुक्त व्यापार संघ ने आज बैठक कर पुलिस को ठोस निर्णय लेने का अल्टीमेटम दिया है। पुलिस अब तक यह भी पता नहीं लगा सकी है कि हत्यारे कौन थे और किस कारण से दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया। बता दें कि गुरुवार सुबह करीब 7:30 बजे घर में घुसकर इस घटना को अंजाम दिया गया।
बताया गया कि घटना के वक्त उनका बड़ा बेटा नवीन अपनी पत्नी स्वाति के साथ बेटे को स्कूल छोड़ने गया था। छोटा बेटा अभिषेक छुट्टी पर घर आया है। अभिषेक नॉर्वे में इंजीनियर हैं। इसी बीच दो बदमाश घर में घुस आए और अभिषेक से मोबाइल छीन कर और उसके हाथ पैर बांध कर कमरे में बंद कर दिया।
इसके बाद बदमाश डी के जैन के कमरे में गए और उनके पेट में गोली मार दी। पत्नी के हाथ में लगी गोली। गोली की आवाज सुनकर कारोबारी की पोती अंशिका (15) दूसरे कमरे से बाहर आई तो उसके भी हाथ-पैर रस्सी से बांधकर कमरे में बंद कर दिया।
पोती अंशिका ने पुलिस को बताया, 'हर दिन मम्मी-पापा छोटे भाई भव्य को सुबह 7 बजे सेंट मैरी स्कूल छोड़ते हैं। फिर वह भाई को स्कूल छोड़कर कंपनी बाग में टहलने जाते हैं। उस समय घर का मुख्य चैनल का दरवाजा खुलता है तो वे उसमें ताला नहीं लगाते, केवल बंद कर देते हैं। गुरुवार सुबह भी मम्मी-पापा टहलने निकले थे। मेरा स्कूल जाने का मन नहीं था। इसलिए मैं स्कूल नहीं गई। चाचा अभिषेक घर के बाहर अपने कमरे में थे। दादा डीके जैन, दादी अंजू अपने कमरे में थे। दादा भी मैं अंदर अपने कमरे में थी।"
"तभी दादा-दादी के चिल्लाने की आवाज आई। मैं अपने कमरे से बाहर निकली और दादी के कमरे की ओर भागी, तो देखा कि दादाजी बिस्तर पर पड़े थे। उन्हें गोली मारी गई थी। कमरे में दो लोग थे। जिनका चेहरा ढका हुआ था। दादाजी लहूलुहान थे, उन्हें गोली मारी गई थी। फिर भी वह पीछे नहीं हट रहे थे। इसके बाद दोनों ने दादी के साथ मारपीट की और उन्हें भी गोली मार दी।
एक गोली दादी के कंधे में लगी, दूसरी गोली उनकी कमर को छूती हुई निकल गयी। इसके बाद दोनों ने दादी के हाथ-पैर बांध दिए और उन्हें कमरे से लगे बाथरूम में बंद कर दिया। इससे पहले कि मैं चिल्ला पाती, वे मुझे मेरे कमरे में ले गए और बांध दिया। वो लोग रस्सी लेकर आये थे। इसके बाद मेरे ऊपर से चादर दाल दी। इसके बाद उन्होंने अलमारी खोलकर सारा सामान निकाल लिया।
इसके बाद बदमाशों ने लूटपाट शुरू कर दी, तभी दूधिया रंजीत यादव दरवाजे पर आ गया। बदमाशों ने उसके साथ मारपीट की और उसे रसोई में बंद कर दिया। बदमाशों के जाने के बाद अंशिका ने मां स्वाति को फोन किया। स्वाति ने पड़ोसियों को फोन कर जानकारी दी तो वे मौके पर पहुंचे और बंधकों को घर से बाहर निकाला।
पति की मौत के 21 घंटे बाद अंजू की भी मौत हो गई। गुरुवार को होश आने पर अंजू ने सबसे पहले अपने पति का हाल पूछा। जब उसे उसकी मौत का पता चला तो वह डिप्रेशन में चली गई। अंतिम संस्कार से पहले अपने पति के अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाईं। इलाज के दौरान सुबह 4 बजे उनकी मौत हो गई। हालांकि, मरने से पहले अंजू ने पुलिस को बताया कि जब बदमाशों ने उसके पति पर हमला किया तो बदमाशों से मेरी हाथापाई भी हुई। लेकिन बदमाशों ने मुझे भी गोली मार दी। फिर उन्होंने मेरे हाथ-पैर बांध दिए और मुझे बाथरूम में बंद कर दिया।
पुलिस दूधवाले से लेकर घर की नौकरानी और फैक्ट्री स्टाफ से भी पूछताछ कर रही है। घर के सदस्यों ने बताया कि पिछले साल ही घर का रिनोवेशन हुआ था। उस समय घर पर मजदूर आते थे। वह पूरे घर के बारे में जानते हैं। इनमें से कोई भी ये काम कर सकता है। पुलिस संबंधित ठेकेदार और लेबर से भी पूछताछ कर रही है।
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया, ''घर की नौकरानी, फैक्ट्री स्टाफ से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया जाएगा।''
