लखनऊ में ट्रेन पलटाने की बड़ी साजिश नाकाम: रेलवे ट्रैक पर मिला लोहे का दरवाजा और गायब थे पेंड्रोल क्लिप; हफ्तेभर में दूसरी घटना
राजधानी लखनऊ के उतरेठिया रेलवे स्टेशन के पास मंगलवार तड़के ट्रेन पलटाने की एक बड़ी साजिश नाकाम कर दी गई। शरारती तत्वों ने रेलवे पटरी पर भारी लोहे का दरवाजा रख दिया था। यही नहीं, रेल ट्रैक को कमजोर करने के उद्देश्य से पटरियों को जोड़ने वाली 'पेंड्रोल क्लिप' भी हटा दी गई थी। सौभाग्यवश, समय पर एक मालगाड़ी के गुजरने से दरवाजा टूट गया और बड़ा हादसा टल गया।
Apr 23, 2025, 19:40 IST
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ट्रेनों को हादसे का शिकार बनाने की एक और बड़ी साजिश नाकाम हो गई है। इस बार शरारती तत्वों ने उतरेठिया रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर एक भारी-भरकम लोहे का दरवाजा रख दिया। इतना ही नहीं, ट्रैक की पेंड्रोल क्लिप्स भी निकाल दी गईं थीं, ताकि ट्रेन आसानी से पटरी से उतर जाए। यह घटना पिछले एक सप्ताह के भीतर लखनऊ मंडल में ट्रेन पलटाने की दूसरी बड़ी कोशिश है, जिसने रेलवे प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है।Read also:-बिजनौर: प्रेम विवाह से नाराज़ परिजनों ने हथियारों के साथ स्योहारा में दूल्हे के घर पर बोला धावा, युवती को जबरन उठा ले गए
घटना मंगलवार सुबह बक्कास-उतरेठिया रेलवे लाइन के बीच हुई। सुबह करीब 2 बजकर 45 मिनट पर एक मालगाड़ी इस ट्रैक से गुजर रही थी, तभी वह लोहे के दरवाजे से टकरा गई। गनीमत रही कि तेज रफ्तार होने के बावजूद मालगाड़ी बेपटरी होने से बाल-बाल बच गई, लेकिन दरवाजे के परखच्चे उड़ गए और ट्रैक को भी नुकसान पहुंचा। दरवाजे के लोहे के टुकड़े अप और डाउन दोनों लाइन के साथ-साथ डाउन लाइन के उत्तरी किनारे पर बिखर गए।
इस घटना का पता तब चला जब सुबह 3 बजकर 42 मिनट पर सीनियर सेक्शन इंजीनियर (एसएसई) अनिल कुमार पाण्डेय को मोबाइल पर ट्रैक बाधित होने की सूचना मिली। सूचना में बताया गया कि बक्कास-उतरेठिया के बीच किसी ने लोहे का दरवाजा रख दिया है और एक मालगाड़ी उससे टकराकर निकल गई है। यह भी बताया गया कि ट्रैक से पेंड्रोल क्लिप्स गायब हैं और पीछे आ रही ट्रेनें खड़ी हो गई हैं, जिससे लाइन पूरी तरह से ब्लॉक हो गई है।
मामले की गंभीरता को समझते हुए एसएसई अनिल कुमार पाण्डेय तत्काल अपने स्टाफ के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने ट्रैक का निरीक्षण किया और पाया कि लोहे के दरवाजे के टूटे हुए हिस्से पड़े हैं और पेंड्रोल क्लिप्स गायब हैं। ऑन ड्यूटी गेटमैन अभिषेक कुमार और ट्रेन मैनेजर मनीष त्रिपाठी की मदद से ट्रैक पर पड़े लोहे के टुकड़े और क्षतिग्रस्त दरवाजा हटाया गया और गेट नंबर 199 के बाहर रखवाया गया। रेलवे स्टाफ ने तुरंत ट्रैक की मरम्मत की और गायब पेंड्रोल क्लिप्स को वापस लगाया, जिसके बाद बाधित रेल संचालन को लगभग एक घंटे बाद सुचारू किया जा सका।
इस सुनियोजित साजिश की आशंका के चलते एसएसई अनिल कुमार पाण्डेय ने सुशान्त गोल्फ सिटी थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस ने आईपीसी की संबंधित धाराओं और रेलवे अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। पुलिस आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और स्थानीय लोगों से पूछताछ कर रही है ताकि साजिशकर्ताओं का सुराग मिल सके।
उल्लेखनीय है कि अभी पिछले सप्ताह ही रहीमाबाद रेलवे स्टेशन के पास दिलावर नगर में भी इसी तरह की घटना सामने आई थी, जहां रेलवे पटरी पर लकड़ी का एक मोटा तना रख दिया गया था। उस समय भी लोको पायलट की सतर्कता से एक बड़ा हादसा टल गया था और थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। एक सप्ताह के भीतर ट्रेन पलटाने की इस दूसरी कोशिश ने सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है और रेलवे ट्रैक की निगरानी बढ़ा दी गई है।
