कांवड़ यात्रा 2024: अब योगी सरकार की 'हाई-टेक' सुरक्षा! श्रद्धालुओं के लिए पहली बार 'फ़ूड सेफ्टी ऐप' लॉन्च, मिलेगी पल-पल की मदद

उत्तर प्रदेश में 11 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा के लिए अभूतपूर्व तैयारी, होटल-ढाबा संचालकों को सख़्त निर्देश जारी
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Kanwar Yatra
उत्तर प्रदेश में 11 जुलाई से शुरू होने वाली पावन कांवड़ यात्रा से पहले, योगी आदित्यनाथ सरकार ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को सर्वोपरि रखते हुए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। इस साल, कांवड़ियों को गुणवत्तापूर्ण भोजन और स्वच्छ वातावरण मिले, इसके लिए 'फ़ूड सेफ्टी कनेक्टिविटी' ऐप का शुभारंभ किया गया है। यह नई पहल न केवल यात्रा को सुरक्षित बनाएगी, बल्कि किसी भी शिकायत पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करेगी।READ ALSO:-कांवड़ यात्रा: बिजनौर में डीएम-एसपी ने लिया रूट का जायजा, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

 

क्यों है यह पहल इतनी ख़ास?
लाखों की संख्या में श्रद्धालु इस यात्रा में भाग लेते हैं, और उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण और कड़े निर्देश जारी किए हैं:

 

पारदर्शिता और जवाबदेही:
अब कांवड़ मार्ग पर स्थित सभी होटल और ढाबों को अपनी दुकानों के बाहर स्पष्ट रूप से रेट लिस्ट और फ़ूड लाइसेंस प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा। इससे श्रद्धालुओं को कीमतों की जानकारी मिलेगी और वे सुनिश्चित कर पाएंगे कि प्रतिष्ठान वैध रूप से संचालित हो रहा है।

 

शिकायत अब सीधे मोबाइल से: उत्तर प्रदेश में पहली बार कांवड़ यात्रा के लिए 'फ़ूड सेफ्टी कनेक्टिविटी' ऐप लॉन्च किया गया है। यह ऐप एक गेम-चेंजर साबित होगा! इस डिजिटल माध्यम से, कांवड़िए सीधे अपने मोबाइल फोन से खान-पान से संबंधित किसी भी शिकायत को दर्ज करा सकेंगे। यह सुनिश्चित करेगा कि उनकी समस्याओं का समाधान तुरंत हो।

 

हर होटल, हर ढाबे पर QR कोड: सुरक्षा का नया कवच
इस नई व्यवस्था की शुरुआत हापुड़ में कांवड़ यात्रा से पहले ही हो चुकी है। खाद्य विभाग के अधिकारी युद्धस्तर पर कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाले होटल और ढाबों पर 'सेफ्टी कनेक्ट ऐप' के QR कोड वाले स्टिकर लगा रहे हैं।
तुरंत पहचान, तुरंत मदद: इन QR कोड में होटल मालिक का नाम और उसका पूरा पता दर्ज है।

 

एक स्कैन, और शिकायत दर्ज: अगर किसी कांवड़िए को खाने की गुणवत्ता, स्वच्छता, या किसी भी प्रकार की असुविधा महसूस होती है, तो वे तुरंत इस QR कोड को अपने मोबाइल से स्कैन करके शिकायत दर्ज करा सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रशासन को शिकायत मिलते ही तत्काल एक्शन लिया जाएगा।

 

हापुड़ खाद्य विभाग के सहायक आयुक्त सुनील कुमार ने बताया कि उनके सभी अधिकारियों को इस संबंध में सख्त निर्देश दिए जा चुके हैं, ताकि कांवड़ियों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। यह अभूतपूर्व पहल निश्चित रूप से इस वर्ष की कांवड़ यात्रा को और भी सुरक्षित, सुविधाजनक और यादगार बनाएगी।उत्तर प्रदेश में 11 जुलाई से शुरू होने वाली पावन कांवड़ यात्रा से पहले, योगी आदित्यनाथ सरकार ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को सर्वोपरि रखते हुए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। इस साल, कांवड़ियों को गुणवत्तापूर्ण भोजन और स्वच्छ वातावरण मिले, इसके लिए 'फ़ूड सेफ्टी कनेक्टिविटी' ऐप का शुभारंभ किया गया है। यह नई पहल न केवल यात्रा को सुरक्षित बनाएगी, बल्कि किसी भी शिकायत पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करेगी।

 

क्यों है यह पहल इतनी ख़ास?
लाखों की संख्या में श्रद्धालु इस यात्रा में भाग लेते हैं, और उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण और कड़े निर्देश जारी किए हैं:

 

पारदर्शिता और जवाबदेही: अब कांवड़ मार्ग पर स्थित सभी होटल और ढाबों को अपनी दुकानों के बाहर स्पष्ट रूप से रेट लिस्ट और फ़ूड लाइसेंस प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा। इससे श्रद्धालुओं को कीमतों की जानकारी मिलेगी और वे सुनिश्चित कर पाएंगे कि प्रतिष्ठान वैध रूप से संचालित हो रहा है।

 

शिकायत अब सीधे मोबाइल से: उत्तर प्रदेश में पहली बार कांवड़ यात्रा के लिए 'फ़ूड सेफ्टी कनेक्टिविटी' ऐप लॉन्च किया गया है। यह ऐप एक गेम-चेंजर साबित होगा! इस डिजिटल माध्यम से, कांवड़िए सीधे अपने मोबाइल फोन से खान-पान से संबंधित किसी भी शिकायत को दर्ज करा सकेंगे। यह सुनिश्चित करेगा कि उनकी समस्याओं का समाधान तुरंत हो।

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हर होटल, हर ढाबे पर QR कोड: सुरक्षा का नया कवच
इस नई व्यवस्था की शुरुआत हापुड़ में कांवड़ यात्रा से पहले ही हो चुकी है। खाद्य विभाग के अधिकारी युद्धस्तर पर कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाले होटल और ढाबों पर 'सेफ्टी कनेक्ट ऐप' के QR कोड वाले स्टिकर लगा रहे हैं।

 

  • तुरंत पहचान, तुरंत मदद: इन QR कोड में होटल मालिक का नाम और उसका पूरा पता दर्ज है।
  • एक स्कैन, और शिकायत दर्ज: अगर किसी कांवड़िए को खाने की गुणवत्ता, स्वच्छता, या किसी भी प्रकार की असुविधा महसूस होती है, तो वे तुरंत इस QR कोड को अपने मोबाइल से स्कैन करके शिकायत दर्ज करा सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रशासन को शिकायत मिलते ही तत्काल एक्शन लिया जाएगा।

 

हापुड़ खाद्य विभाग के सहायक आयुक्त सुनील कुमार ने बताया कि उनके सभी अधिकारियों को इस संबंध में सख्त निर्देश दिए जा चुके हैं, ताकि कांवड़ियों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। यह अभूतपूर्व पहल निश्चित रूप से इस वर्ष की कांवड़ यात्रा को और भी सुरक्षित, सुविधाजनक और यादगार बनाएगी।
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