गर्मी से जंग, मौसम का 'यू-टर्न'! UP के 58 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट, ओलों ने तोड़े गाड़ियों के शीशे
पश्चिमी विक्षोभ और नमी वाली हवाओं के टकराव से बदला मिजाज; अगले 48 घंटे रहें सावधान, सीएम योगी ने दिए राहत के निर्देश
May 5, 2025, 11:48 IST
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भीषण गर्मी की मार झेल रहे उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए पिछले एक सप्ताह से मौसम ने राहत भरी करवट ली है। चिलचिलाती धूप और लू के थपेड़ों की जगह अब आसमान में बादल, गरज-चमक और ठंडी हवाओं ने ले ली है। मौसम विभाग ने आज, 5 मई 2025 को भी प्रदेश के बड़े हिस्से में खराब मौसम बने रहने की चेतावनी जारी की है। विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, आज 58 जिलों में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी या हल्की बारिश हो सकती है और इन इलाकों में बिजली गिरने की भी आशंका है। वहीं, 33 जिलों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज़ हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया गया है।Read also:-इंसानियत शर्मसार! 61 साल का दरिंदा बना 'अंकल', 12 साल की बच्ची से दुष्कर्म की कोशिश; मेरठ के बाज़ार हुए बंद, फूटा गुस्सा
रविवार को भी प्रदेश के कई इलाकों में मौसम का तेवर बदला-बदला नज़र आया। झांसी 41 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान के साथ सबसे गर्म रहा, जो दिखाता है कि अभी भी गर्मी का प्रभाव पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। इसके विपरीत, मुजफ्फरनगर का न्यूनतम तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिससे सुबह-शाम हल्की ठंडक महसूस हुई। रविवार शाम को वाराणसी, जौनपुर समेत 10 से अधिक शहरों में झमाझम बारिश हुई। पीलीभीत जिले में तो कुदरत का ऐसा कहर बरपा कि 50 ग्राम तक के विशाल ओले गिरे, जिससे खड़ी गाड़ियों के शीशे टूट गए और फसलों को भी नुकसान पहुंचा। इस प्री-मानसून गतिविधि के चलते प्रदेश के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है, जिसने लोगों को तपती गर्मी से फौरी राहत दी है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मौसम में यह अप्रत्याशित बदलाव कई मौसमी सिस्टमों के सक्रिय होने के कारण हो रहा है। लखनऊ मौसम केंद्र के वैज्ञानिक मनोज श्रीवास्तव के अनुसार, उत्तर प्रदेश में गरज-चमक के साथ बारिश की गतिविधियों में इज़ाफ़ा हुआ है और इसकी तीव्रता भी बढ़ी है। एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर पूरे प्रदेश में साफ दिखाई दे रहा है। वहीं, बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी से भरी हवाएं और दक्षिण-पश्चिमी दिशा से आ रही हवाएं आपस में टकरा रही हैं, जिसके कारण प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी दोनों हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो दिनों तक यानी 7 मई तक मौसम का ऐसा ही मिजाज बना रह सकता है।
मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि इस समय दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान से केरल तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है, जिसका प्रभाव पूरे उत्तर प्रदेश पर पड़ रहा है। इसी ट्रफ लाइन और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के साथ-साथ नमी वाली हवाओं का मिलन ही इस बदले हुए मौसम का मुख्य कारण है।
रविवार को हुई बारिश और ओलावृष्टि ने पीलीभीत, गाजीपुर और शाहजहांपुर में खास तौर पर अपना असर दिखाया। हापुड़, सोनभद्र और बहराइच में भी तेज़ हवाओं के साथ बारिश हुई, जबकि बलरामपुर में धूल भरी तेज़ आंधी ने लोगों को परेशान किया। मौसम वैज्ञानिकों ने साफ किया है कि अगले 48 घंटे मौसम संवेदनशील बना रहेगा।
बदलते मौसम और आपदा की आशंका को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों और प्रशासनिक अमले को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि अधिकारी क्षेत्रों का सघन दौरा करें और आंधी-बारिश, ओलावृष्टि या वज्रपात से यदि कहीं भी जनहानि या पशुहानि होती है, तो प्रभावित परिवारों को तत्काल वित्तीय राहत पहुंचाई जाए। साथ ही, घायलों को अविलंब बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।
मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनी के अनुसार, बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, 1 सीतापुर, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, 2 बाराबंकी, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ, हाथरस, मैनपुरी, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर एवं आसपास के इलाकों में आज 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज़ हवाएं चलने की संभावना है। लोगों को सलाह दी गई है कि खराब मौसम के दौरान घरों से बेवजह बाहर न निकलें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
