हज 2025: उत्तर प्रदेश से पहला जत्था 29 अप्रैल को लखनऊ से भरेगा उड़ान, नुसुक कार्ड अनिवार्य
उत्तर प्रदेश हज कमेटी के सचिव एसपी तिवारी ने बताया कि मक्का, मदीना, मिना, अराफात और मुज़्दलिफा जैसे पवित्र स्थलों की यात्रा के दौरान पहचान के रूप में नुसुक कार्ड अनिवार्य होगा। यात्रियों को सलाह दी गई है कि किसी भी असुविधा से बचने के लिए वे इस कार्ड को यात्रा के हर चरण में अपने साथ रखें।
Updated: Apr 28, 2025, 15:14 IST
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लखनऊ: हज 2025 की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं और इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश से हज यात्रियों का पहला जत्था 29 अप्रैल को लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से सऊदी अरब के लिए उड़ान भरेगा। हज कमेटी ऑफ इंडिया ने सभी हज यात्रियों के लिए कुछ महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए हैं, जिनमें 'नुसुक कार्ड' को हर समय अपने पास रखना प्रमुख है।READ ALSO:-UP: संभल में सीएम योगी के जनता दरबार से जुड़ा फर्जीवाड़ा बेनकाब, भाजपा नेता के भाई का नाम भी सामने आया
उत्तर प्रदेश हज कमेटी के सचिव एसपी तिवारी ने बताया कि हज कमेटी ऑफ इंडिया द्वारा जारी सर्कुलर के अनुसार, सऊदी अरब पहुंचने पर प्रत्येक हज यात्री को एक 'नुसुक कार्ड' दिया जाएगा। यह कार्ड हज यात्री के लिए एक सरकारी पहचान पत्र का काम करेगा और इसे हज यात्रा के दौरान मक्का, मदीना, मिना, अराफात व मुज़्दलिफा जैसे पवित्र स्थलों पर आवागमन के समय हर हाल में अपने पास रखना अनिवार्य होगा। यदि कोई यात्री यह कार्ड अपने साथ नहीं रखता है तो उसे स्थानीय प्रशासन द्वारा रोका जा सकता है, जिससे परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए सभी हज यात्रियों को निर्देशित किया गया है कि वे इस कार्ड को सुरक्षित रखें।
हज कमेटी ऑफ इंडिया के अनुसार, इस वर्ष उत्तर प्रदेश से लगभग 16 हजार हज यात्री पवित्र हज के लिए जाएंगे। इन यात्रियों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हज यात्री दिल्ली एयरपोर्ट से अपनी उड़ान भरेंगे, जबकि अन्य जिलों के यात्री लखनऊ एयरपोर्ट से सऊदी अरब के लिए रवाना होंगे।
हज यात्रियों की सहूलियत और यात्रा को सुगम बनाने के उद्देश्य से हज कमेटी ऑफ इंडिया ने 'हज सुविधा एप 2.0' भी लॉन्च किया है। यह एप गूगल प्ले स्टोर और एप्पल एप स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध है। इस एप के माध्यम से हज यात्रियों को उनकी उड़ान और वीजा से संबंधित जानकारी, किसी भी समस्या के लिए शिकायत दर्ज कराने और उसके निस्तारण, मक्का-मदीना व अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर जीपीएस के जरिए रास्ता खोजने में मदद, चिकित्सीय इतिहास का प्रबंधन, नमाज़ का समय जानने, किबला की दिशा ज्ञात करने, आध्यात्मिक संसाधनों तक पहुँच और सामान (बैगेज) को ट्रैक करने जैसी कई महत्वपूर्ण सुविधाएं मिलेंगी।
हज कमेटी ने समस्त हज यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी यात्रा शुरू करने से पहले सभी आवश्यक दस्तावेज पूरी तरह तैयार रखें और नुसुक कार्ड के महत्व को समझते हुए उसे सऊदी अरब में हर समय अपने साथ रखें। इसके साथ ही 'हज सुविधा एप 2.0' को डाउनलोड कर उसका उपयोग करें ताकि उन्हें हज यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
