अंधेरे से उजाले की ओर: योगी सरकार ने रोशन किया पूरा उत्तर प्रदेश, बिजली क्रांति की ज़बरदस्त कहानी!
आठ वर्षों में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या में ऐतिहासिक वृद्धि, हर गांव-घर हुआ रोशन, मीटर्ड बिलिंग में भी क्रांतिकारी सुधार
Jun 23, 2025, 07:55 IST
|

उत्तर प्रदेश, जो कभी बिजली की कमी से जूझ रहा था, अब एक नई पहचान बना रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार की 'हर गांव तक बिजली, हर घर तक कनेक्शन' की महत्वाकांक्षी मुहिम ने प्रदेश में एक विद्युत क्रांति ला दी है। अब उत्तर प्रदेश के उन गांवों और गलियों की बात करना गुजरे जमाने की कहानी है, जो कभी अंधेरे में डूबे रहते थे। पिछले आठ वर्षों में प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या में दोगुने से भी अधिक की आश्चर्यजनक वृद्धि दर्ज की गई है। सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी यह गति जारी है और अब तक 45 लाख नए बिजली कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इतना ही नहीं, बिजली व्यवस्था में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से मीटर्ड बिलिंग के आंकड़ों में भी एक बड़ा और सकारात्मक बदलाव देखने को मिला है।READ ALSO:-🌧️उत्तर प्रदेश में मानसून ने पकड़ी रफ्तार: मूसलाधार बारिश, बिजली गिरने से मौतें, औरेंज अलर्ट जारी
'सबका साथ, सबका विकास': बिजली हर घर तक पहुंचाने का संकल्प
2017 में सत्ता संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट रूप से कहा था कि उत्तर प्रदेश का कोई भी गांव, मजरा या घर बिजली से वंचित नहीं रहेगा। यह एक बड़ा संकल्प था, क्योंकि उस समय प्रदेश में केवल 1.80 करोड़ बिजली उपभोक्ता थे। सरकार ने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सौभाग्य योजना को ज़मीन पर उतारा और व्यापक स्तर पर बिजली कनेक्शन वितरित किए। इसके साथ ही, जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को वैध कनेक्शन लेने के लिए प्रेरित किया गया।
आंकड़ों की ज़ुबानी: बिजली क्रांति की असाधारण प्रगति
योगी सरकार के निरंतर प्रयासों का ही नतीजा है कि मार्च 2025 तक उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या बढ़कर 3.61 करोड़ के ऐतिहासिक आंकड़े को छू गई है। पिछले आठ वर्षों में प्रदेश में 1.81 करोड़ से भी ज़्यादा नए बिजली कनेक्शन दिए गए हैं। यह वृद्धि दर्शाती है कि सरकार अपने वादे को पूरा करने में किस कदर सफल रही है।
पिछले वर्षों में बिजली कनेक्शन की संख्या में हुई बढ़ोतरी का लेखा-जोखा:
वर्ष
|
कनेक्शन (लाख में)
|
---|---|
2014
|
142.64
|
2017
|
180.13
|
2019
|
259.79
|
2020
|
287.11
|
2022
|
316.70
|
2023
|
326.79
|
2024
|
345.92
|
मार्च 2025
|
361.26
|
पारदर्शिता की ओर एक बड़ा कदम: मीटर्ड बिलिंग में क्रांतिकारी बदलाव
उत्तर प्रदेश सरकार न केवल हर घर तक बिजली पहुंचा रही है, बल्कि बिजली वितरण प्रणाली को और अधिक पारदर्शी बनाने पर भी ज़ोर दे रही है। इसका सबसे बड़ा प्रमाण मीटर्ड बिलिंग के आंकड़ों में हुआ अभूतपूर्व सुधार है। 2017 में जहां केवल 1.08 करोड़ उपभोक्ताओं को ही मीटर्ड बिल मिलते थे, वहीं मार्च 2025 तक यह संख्या बढ़कर 3.56 करोड़ हो गई है। इससे उपभोक्ताओं को उनके द्वारा इस्तेमाल की गई बिजली के अनुसार ही बिल मिल रहा है, जिससे बिजली चोरी पर भी अंकुश लगाने में मदद मिली है।
मीटर्ड बिलिंग पाने वाले उपभोक्ताओं की संख्या में प्रगति:
वर्ष
|
मीटर्ड बिल उपभोक्ता (लाख में)
|
---|---|
2014
|
84.93
|
2017
|
108.96
|
2019
|
209.01
|
2020
|
256.90
|
2022
|
298.94
|
2023
|
321.25
|
2024
|
340.33
|
मार्च 2025
|
356.22
|
'अब 24 घंटे बिजली': यूपी पावर कारपोरेशन का दावा
उप्र पावर कारपोरेशन के चेयरमैन डॉ. आशीष कुमार गोयल ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि पहले प्रदेश में बिजली संकट एक आम बात थी, लेकिन अब 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बिजली चोरी में उल्लेखनीय कमी आई है और बड़ी संख्या में नए उपभोक्ताओं को जोड़ा गया है, जो प्रदेश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
यह कहना गलत नहीं होगा कि उत्तर प्रदेश ने विद्युतीकरण के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखा है, जो न केवल प्रदेश के विकास को गति देगा, बल्कि अन्य राज्यों के लिए भी एक प्रेरणास्रोत साबित होगा।
