उन्नाव में किया कार के यार्ड में भीषण आग, 110 नई गाड़ियाँ जलकर खाक; 14 करोड़ रुपये से ज़्यादा का नुकसान

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के सदर क्षेत्र के नेहरूबाग स्थित किया कार कंपनी के यार्ड में बुधवार शाम उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब वहां खड़ी नई कारों में भीषण आग लग गई। आग इतनी विकराल थी कि 120 में से 110 से अधिक कारें जलकर खाक हो गईं। घटना से इलाके में हड़कंप मच गया और कई किलोमीटर दूर तक धुएं का गुबार देखा गया।
 | 
UNNAO
उन्नाव: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के सदर क्षेत्र के नेहरूबाग स्थित किया कार कंपनी के एक वाहन यार्ड में बुधवार शाम भीषण अग्निकांड में 110 चमचमाती नई कारें पलभर में खाक हो गईं। इस घटना में यार्ड मालिक का अनुमान है कि उन्हें करीब 13 से 14 करोड़ रुपये का भारी वित्तीय नुकसान हुआ है। आग बुझाने के लिए उन्नाव के साथ-साथ कानपुर और लखनऊ से भी दमकल की गाड़ियों को बुलाना पड़ा और करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पाया जा सका।READ ALSO:-बिजनौर: प्रेम विवाह से नाराज़ परिजनों ने हथियारों के साथ स्योहारा में दूल्हे के घर पर बोला धावा, युवती को जबरन उठा ले गए

 

कानपुर के कृष्णानगर निवासी राजेश कुमार तिवारी का कानपुर के माल रोड पर एएसआर प्राइवेट लिमिटेड नाम से किया कार का प्रतिष्ठित शोरूम है। कानपुर में उनके अन्य कई शोरूम भी संचालित होते हैं। कुछ साल पहले, उन्होंने उन्नाव सदर क्षेत्र के नेहरूबाग में नई कारों के भंडारण के लिए इस विशाल यार्ड का निर्माण कराया था। कंपनी से सीधे आने वाली नई गाड़ियों को पहले इसी यार्ड में सुरक्षित रखा जाता था और बाद में मांग के अनुसार अलग-अलग शोरूम पर भेजा जाता था।

 


राजेश कुमार तिवारी ने बताया कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना के समय यार्ड में कुल 120 बिल्कुल नई कारें डिलीवरी के लिए तैयार खड़ी थीं। आग इतनी भीषण थी कि तेजी से फैलते हुए अधिकांश कारों को अपनी चपेट में ले लिया। अग्निशमन कर्मियों की त्वरित कार्रवाई के बावजूद, केवल 10 कारों को ही सुरक्षित बचाया जा सका। शेष 110 कारें पूरी तरह से जलकर कबाड़ में तब्दील हो गईं। यार्ड मालिक के प्रारंभिक आकलन के अनुसार, इस अग्निकांड से उन्हें लगभग 13 से 14 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ है।

 लगभग एक किलोमीटर दूर से गोदाम से काला धुआं उठता दिखाई दिया।

आग लगने के पीछे का कारण बताते हुए राजेश कुमार तिवारी ने आशंका जताई कि यार्ड की पिछली दीवार से सटे खाली पड़े प्लॉट में उगी पतावर (सूखी घास-फूस) में किसी अज्ञात व्यक्ति ने आग लगा दी थी। शाम करीब चार बजे लगी यह आग सूखी पतावर में तेजी से फैली और हवा के रुख के साथ देखते ही देखते यार्ड तक पहुंच गई, जहाँ खड़ी नई गाड़ियों ने तुरंत आग पकड़ ली।

 आग लगने से गोदाम में खड़ी कारें जल गईं।

जिस वक्त यार्ड में आग भड़की, वहाँ मौजूद सुरक्षा गार्ड प्रमोद कुमार तिवारी ने तत्काल इसकी सूचना अग्निशमन विभाग को दी। सूचना मिलने के लगभग 15 मिनट के भीतर, मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) अनूप सिंह और फायर स्टेशन ऑफिसर (एफएसओ) शिवराम यादव दो दमकल गाड़ियों के साथ मौके पर पहुँच गए।

 गोदाम में आग लगने के बाद लोगों ने मोबाइल से वीडियो बनाए।

आग की भयावहता और ऊंची लपटों को देखते हुए, स्थिति की गंभीरता का एहसास हुआ और तत्काल कानपुर व लखनऊ के अग्निशमन विभागों से अतिरिक्त दमकल गाड़ियाँ बुलाने का निर्णय लिया गया। कुल 10 दमकल गाड़ियों ने मिलकर आग बुझाने का coordinated प्रयास शुरू किया। अग्निशमन कर्मियों की बहादुरी और tireless efforts के कारण, लगभग डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शाम करीब 5 बजकर 30 मिनट पर आग पर पूरी तरह से नियंत्रण पा लिया गया।

 OMEGA

सीएफओ अनूप सिंह ने बताया कि यार्ड के चारों ओर आग फैल गई थी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आग को पास की घनी आबादी वाली बस्ती और औद्योगिक इकाइयों तक फैलने से रोकना एक बड़ी चुनौती थी। अग्निशमन विभाग की त्वरित कार्रवाई और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से आस-पास की फैक्टरियों को समय रहते खाली करा लिया गया था, जिससे एक और बड़े potential disaster को टाल दिया गया। फिलहाल, पुलिस ने घटना का संज्ञान लेते हुए वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है और आग लगने के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है। फॉरेंसिक टीम भी मौके का मुआयना कर साक्ष्य जुटाएगी।
SONU

देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें अब पाएं अपने WHATSAPP पर, क्लिक करें। Khabreelal के Facebookपेज से जुड़ें, Twitter पर फॉलो करें। इसके साथ ही आप खबरीलाल को Google News पर भी फॉलो कर अपडेट प्राप्त कर सकते है। हमारे Telegram चैनल को ज्वाइन कर भी आप खबरें अपने मोबाइल में प्राप्त कर सकते है।