हाथरस में खूनी खेल: DM के ड्राइवर की बेटी की सरेआम VVIP इलाके में गोली मारकर हत्या, बहू के प्रेमी पर मर्डर का गंभीर आरोप!
मां चीखती रही 'मेरी लाडो चली गई'... VVIP इलाके में बेखौफ आशिक ने प्रेमिका की ननद पर बरसा दीं गोलियां, घर की ही चोरी हुई पिस्टल से मर्डर का शक!
Jun 15, 2025, 00:17 IST
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हाथरस। मंगलवार की रात हाथरस की सड़कें एक ऐसे रक्तचरित्र की गवाह बनीं, जिसने रिश्तों और इंसानियत को तार-तार कर दिया। यह कहानी है एक खूनी बदले की, एक नापाक इश्क की और एक ऐसी साजिश की जिसके तार घर की चौखट के भीतर से ही जुड़ रहे हैं। शहर के सबसे सुरक्षित VVIP जोन, सदर तहसील के ठीक सामने, बुलेट सवार दो कातिलों ने जिलाधिकारी के ड्राइवर की 24 वर्षीय बेटी कल्पिता शर्मा को उसकी मां के सामने ही गोलियों से भून डाला। यह सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि एक परिवार के विश्वास का कत्ल है, जिसका आरोप घर की ही बहू पर लग रहा है।READ ALSO:-अहमदाबाद विमान हादसा: मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 275, शवों के लिए 170 ताबूत का ऑर्डर!
उस रात की खौफनाक कहानी: मां की आंखों के सामने बेटी बनी निशाना
कल्पिता की आंखों में भविष्य के सपने थे। नर्सिंग का कोर्स पूरा हो चुका था, रिश्ता भी पक्का हो गया था। मंगलवार शाम वह अपनी मां उर्मिला देवी के साथ शॉपिंग करने गई थी। रात करीब 8 बजे, जब मां-बेटी स्कूटी से घर की ओर लौट रही थीं, तो उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि दो जिंदगियां हमेशा के लिए बदलने वाली हैं। सदर तहसील के गेट पर, एक तेज रफ्तार बुलेट ने उनकी स्कूटी को रोका। मां कुछ समझ पातीं, इससे पहले ही बाइक पर बैठे एक शख्स ने रिवॉल्वर निकाली और सीधा कल्पिता पर फायर झोंक दिया। एक गोली बाजू को भेदती हुई सीने में जा लगी। कल्पिता खून से लथपथ होकर मां की आंखों के सामने सड़क पर गिर पड़ी। उस मां की चीत्कार से आसमान भी कांप उठा होगा, जिसने अपनी "लाडो" को अपनी आंखों के सामने दम तोड़ते देखा।
थाना हाथरस गेट क्षेत्रान्तर्गत तहसील सदर गेट के सामने बाइक सवार युवक द्वारा युवती की गोली मारकर हत्या की घटित घटना के संबन्ध में पुलिस अधीक्षक हाथरस की बाइट-#UPPolice pic.twitter.com/f0MBBxPsm5
— HATHRAS POLICE (@hathraspolice) June 14, 2025
'दुश्मन' बनी घर की बहू! पति को छोड़ा, प्रेमी से मिलाया हाथ, और...
इस खौफनाक हत्याकांड की स्क्रिप्ट किसी और ने नहीं, बल्कि घर की ही बहू ज्योति ने अपने प्रेमी गुलशन के साथ मिलकर लिखी है- यह आरोप नहीं, बल्कि मृतका के परिवार का हर सदस्य चीख-चीखकर यही कह रहा है। कहानी शुरू होती है 2022 में, जब कल्पिता के भाई विशाल की शादी ज्योति से हुई। शादी के बाद से ही रिश्तों में दरार पड़ने लगी। झगड़े इस कदर बढ़े कि करीब 6 महीने पहले ज्योति ने पति का घर और सिंदूर की मर्यादा, दोनों को लांघकर अपने प्रेमी गुलशन का हाथ थाम लिया और उसी के साथ रहने लगी। परिवार ने समाज में इज्जत बचाने की कोशिश की, लेकिन जब पानी सिर से ऊपर चला गया तो अप्रैल में तलाक का मुकदमा दायर कर दिया। परिवार का आरोप है कि यही बात ज्योति को चुभ रही थी और वह पूरे परिवार से इंतकाम लेना चाहती थी। उसकी सबसे आसान निशाना बनी बेकसूर ननद कल्पिता।
कातिल के हाथ में थी घर की ही पिस्टल? 8 महीने पुरानी चोरी का 'खूनी' कनेक्शन
इस साजिश की परतें और भी गहरी हो जाती हैं जब हथियार का जिक्र आता है। मृतका के पिता और डीएम के ड्राइवर राकेश शर्मा ने पुलिस को बताया कि करीब 8 महीने पहले उनके घर से उनकी लाइसेंसी पिस्टल चोरी हो गई थी। इस चोरी का आरोप ज्योति के एक रिश्तेदार पर लगा था और बकायदा मुकदमा भी दर्ज है, लेकिन पिस्टल कभी नहीं मिली। अब परिवार को पूरा यकीन है कि ज्योति ने ही वह पिस्टल चुराकर अपने प्रेमी गुलशन को दी थी, ताकि वह उनके परिवार के किसी सदस्य को निशाना बना सके और आज उसी पिस्टल से उनकी बेटी की जिंदगी छीन ली गई। यह चोरी अब महज चोरी नहीं, बल्कि एक सुनियोजित हत्या की पहली कड़ी नजर आ रही है।
एक मां का इंसाफ के लिए क्रंदन, बहू और उसके आशिक की तलाश में पुलिस की टीमें
"जैसे मेरी बेटी को गोली मारी है, वैसे ही उस कातिल को भी गोली मारी जाए!" यह एक मां का दर्द और क्रंदन है जो इंसाफ मांग रही है। बेटी की लाश के पास बिलखती मां बस यही कहे जा रही थी, "मैं ही क्यों ले गई उसे आज शॉपिंग पर... मेरी लाडो चली गई।" इस हाई-प्रोफाइल मर्डर के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने परिवार के आरोपों को गंभीर मानते हुए मुख्य आरोपी ज्योति और उसके प्रेमी गुलशन की गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन कर दिया है, जो उनकी तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही हैं। पूरा शहर अब इस सवाल का जवाब चाहता है कि क्या सच में एक बहू अपने ही सुहाग के परिवार की दुश्मन बन सकती है?
