बुलंदशहर में 'अजीबोगरीब' मामला: मामा ही भांजी को लेकर फरार! दिव्यांग पति ने SSP से लगाई गुहार
रिश्तों की मर्यादा तार-तार: मजदूरी मांगने पर धमकी देने वाला मामा ही शादीशुदा भांजी को लेकर भागा, पुलिस पर टला मंदी का आरोप
May 29, 2025, 15:17 IST
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बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने रिश्तों की पवित्रता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहाँ एक शारीरिक रूप से दिव्यांग पति ने अपनी शादीशुदा पत्नी को उसके ही मामा द्वारा अगवा कर लिए जाने का आरोप लगाया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पीड़ित ने स्थानीय सिंभावली पुलिस पर इस गंभीर मामले में ढिलाई बरतने का आरोप लगाते हुए, अब सीधे एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई है।READ ALSO:-🟣UP में महिला सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला: अब हर ई रिक्शा और ऑटो-टैक्सी में ड्राइवर का नाम और नंबर होगा अनिवार्य!
क्या है 'मुरसाना' का ये हैरान करने वाला मामला?
बुलंदशहर कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव मुरसाना के निवासी भूपेंद्र उर्फ नत्थू (जो शारीरिक रूप से दिव्यांग हैं) ने एसएसपी के सामने अपनी आपबीती सुनाई। भूपेंद्र ने बताया कि उनकी पत्नी बीते 15 मई की शाम 6 बजे अचानक घर से गायब हो गईं। इस संबंध में उन्होंने तुरंत बुलंदशहर कोतवाली देहात थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
'मामा' सोनू गिरी पर लगा संगीन आरोप
पीड़ित भूपेंद्र ने अपनी एफआईआर में बताया है कि संभल निवासी सोनू गिरी नामक व्यक्ति उनके घर अक्सर आता-जाता था। पीड़ित की पत्नी उसे अपना मामा बताती थी। भूपेंद्र का आरोप है कि जिस दिन से उनकी पत्नी गायब हुई है, उसी दिन से सोनू गिरी का मोबाइल नंबर भी बंद आ रहा है। पीड़ित ने यह भी खुलासा किया कि 3-4 दिन पहले उसकी पत्नी से फोन पर बात हुई थी, लेकिन हर बार उसने अपनी लोकेशन अलग-अलग शहरों की बताई, जिससे भूपेंद्र का शक गहरा गया।
पुलिस की 'मंदी' पर उठे सवाल: दिव्यांग पति की अनदेखी का आरोप
भूपेंद्र का सबसे बड़ा आरोप स्थानीय पुलिस पर है। उन्होंने एसएसपी से शिकायत की है कि कोतवाली देहात थाना पुलिस उनकी पत्नी की तलाश में गंभीरता नहीं दिखा रही है। भूपेंद्र ने दरोगा को स्पष्ट रूप से बताया था कि उनकी पत्नी को संभल जिले के सोनल पट्टी गांव निवासी सोनू गिरी ही लेकर गया है, इसके बावजूद पुलिस न तो सोनू गिरी को गिरफ्तार कर रही है और न ही विवाहिता का कहीं सुराग लगा पाई है। पीड़ित ने अपनी दिव्यांगता का हवाला देते हुए कहा कि उसे थाने आने-जाने में भारी परेशानी होती है, फिर भी पुलिस उसके प्रति हमदर्दी का बर्ताव नहीं करती है।
SSP का आश्वासन: जल्द होगी कार्रवाई
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, एएसपी ऋजुल ने पीड़ित की तहरीर पर एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है। उन्होंने पीड़ित को आश्वासन दिया है कि आरोपी की गिरफ्तारी और पीड़ित की पत्नी की बरामदगी जल्द ही सुनिश्चित की जाएगी। एएसपी ने यह भी कहा कि इस मामले में पीड़ित द्वारा पुलिस पर लगाए गए आरोपों की भी गहनता से जांच की जाएगी।
यह घटना न केवल रिश्तों की मर्यादा को तार-तार करती है, बल्कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। अब देखना यह होगा कि एसएसपी के हस्तक्षेप के बाद इस मामले में कितनी तेजी से कार्रवाई होती है और क्या भूपेंद्र उर्फ नत्थू को न्याय मिल पाएगा।
