बिजनौर: मेरठ-पौड़ी हाईवे पर 'अंडरपास दो या वोट लो' का नारा, 13 दिन से जारी महाधरना
हेमराज कॉलोनी चौराहे पर बैठे सैकड़ों ग्रामीण, सांसद चंदन चौहान ने मौके पर पहुंचकर दिया निर्माण का आश्वासन
May 1, 2025, 20:02 IST
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बिजनौर: नेशनल हाईवे निर्माण के दौरान स्थानीय लोगों की सहूलियतों को नजरअंदाज करने का खामियाजा अब अधिकारियों को भुगतना पड़ रहा है। बिजनौर जिले में मेरठ-पौड़ी नेशनल हाईवे (NH 34) पर हेमराज कॉलोनी चौराहे के पास एक अंडरपास और समुचित सर्विस रोड के निर्माण की मांग को लेकर स्थानीय निवासियों का अनिश्चितकालीन धरना आज 13वें दिन भी जारी रहा। इस विशाल धरने में सैकड़ों ग्रामीण शामिल हैं, जिन्होंने अपनी मांगों को लेकर 'अंडरपास दो या वोट लो' जैसे नारे लगाए हैं।READ ALSO:-🌺 ‘धर्म, दर्शन और विकास’ का संगम बनेगा विदुर सेवा आश्रम – बिजनौर का गौरव फिर से चमकेगा!
क्या है मामला?
दरअसल, केंद्र सरकार द्वारा मेरठ-पौड़ी नेशनल हाईवे संख्या 34 का चौड़ीकरण कार्य तेजी से चल रहा है। यह हाईवे गंगा बैराज से शुरू होकर नजीबाबाद होते हुए कोटद्वार और पौड़ी तक जाएगा, जो उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों को जोड़ेगा। हाईवे के चौड़ीकरण के दौरान, बिजनौर जिले के हेमराज कॉलोनी क्षेत्र में नहर के पुल से लेकर हेमराज नाले तक हाईवे के दोनों किनारों पर उचित सर्विस रोड का निर्माण नहीं किया गया है। इसके अलावा, हेमराज कॉलोनी चौराहे जैसे व्यस्त स्थान पर कोई अंडरपास भी नहीं बनाया गया है।
आवागमन की समस्या और दुर्घटना का खतरा
स्थानीय निवासियों का कहना है कि सर्विस रोड न होने के कारण उन्हें अपने घरों से हाईवे तक पहुँचने और आसपास के क्षेत्रों में जाने के लिए मुख्य हाईवे का ही इस्तेमाल करना पड़ता है, जिससे आवागमन में भारी परेशानी होती है। सबसे बड़ी और गंभीर समस्या हाईवे पार करने को लेकर है। अंडरपास न होने से सैकड़ों ग्रामीण, बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं अपनी जान जोखिम में डालकर सीधे तेज रफ्तार मुख्य हाईवे को पार करने के लिए मजबूर हैं। इससे आए दिन दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है।
18 अप्रैल से शुरू हुआ था धरना
अपनी इन गंभीर समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर हेमराज कालोनी और आसपास के गांवों के निवासियों ने एकजुट होकर 18 अप्रैल से हेमराज कॉलोनी चौराहे पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया था। आज, 1 मई 2025 को, इस धरने का 13वां दिन है, और ग्रामीण अपनी मांगों पर अडिग हैं।
धरने में व्यापक भागीदारी
इस आंदोलन में हेमराज कालोनी, कोलीफार्म, धर्मनगरी कॉलोनी, कजीवाला, मुकीमपुर धारू समेत लगभग आधा दर्जन गांवों के सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग शामिल हैं। धरने में पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी बड़ी संख्या में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही हैं। इस क्षेत्र में बसे बंगाली समुदाय के लोग भी इस समस्या से सीधे तौर पर प्रभावित हैं और वे भी बड़ी संख्या में इस धरने में शामिल होकर अपनी मांगों को लेकर आवाज उठा रहे हैं।
स्थानीय नेतृत्व और सांसद का आश्वासन
इस जनआंदोलन का नेतृत्व प्रमुख रूप से ग्राम प्रधान गौरव विश्वास, प्रदीप अधिकारी, सुशील चौबे और दीपक कुमार मंडल जैसे स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि कर रहे हैं। ये नेता लगातार ग्रामीणों के साथ धरनास्थल पर मौजूद हैं और प्रशासन व जन प्रतिनिधियों से संपर्क कर रहे हैं।
आज, बिजनौर-धामपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद चंदन चौहान धरनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने धरना दे रहे ग्रामीणों से विस्तार से बातचीत की, उनकी समस्याओं और मांगों को सुना और उनके प्रति सहानुभूति व्यक्त की। सांसद चंदन चौहान ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि उनकी अंडरपास निर्माण की मांग जायज है और वे इस संबंध में संबंधित अधिकारियों से बात कर जल्द ही अंडरपास का निर्माण कार्य शुरू करवाएंगे।
सांसद के आश्वासन के बाद, उम्मीद है कि यह अनिश्चितकालीन धरना समाप्त हो सकता है, हालांकि ग्रामीणों ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि आश्वासन पर समय रहते अमल नहीं हुआ तो वे दोबारा आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। फिलहाल, सबकी निगाहें प्रशासन और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) पर टिकी हैं कि इस गंभीर समस्या का समाधान कब तक होता है।
