बदायूं में रोंगटे खड़े कर देने वाला मामला: 17 साल की किशोरी को ब्लैकमेल कर साल भर किया यौन शोषण, अश्लील वीडियो किया वायरल
3 आरोपी गिरफ्तार, एक फरार; पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की
Jun 4, 2025, 14:26 IST
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बदायूं, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां महज 17 साल की एक किशोरी को एक साल तक ब्लैकमेल कर उसका शारीरिक शोषण किया गया। जब पीड़िता ने आरोपियों की मांग मानने से इनकार किया, तो उन्होंने उसके अश्लील वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसका इस्तेमाल वे उसे ब्लैकमेल करने के लिए कर रहे थे। इस जघन्य कृत्य के सामने आने के बाद, किशोरी के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद 4 लड़कों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और फरार चौथे आरोपी की तलाश जारी है। पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है।READ ALSO:-बिजनौर: मुर्दाघर बना 'भूल भुलैया'! डेढ़ माह तक लावारिस पड़ी रही इंसानियत, CMO की फटकार के बाद जागा सिस्टम
कैसे हुआ ये जघन्य अपराध?
यह भयावह सिलसिला करीब एक साल पहले शुरू हुआ था। पीड़िता ने 1 जून को अपने परिजनों को पूरी आपबीती बताई, जिसके बाद मंगलवार को पुलिस ने वीडियो देखने के बाद मुकदमा दर्ज किया। जानकारी के अनुसार, करीब एक साल पहले एक युवक ने खेत में किशोरी के साथ दुष्कर्म किया था। इस दौरान उसके तीन साथियों ने घटना का वीडियो बना लिया था। इसी वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर आरोपी लगातार किशोरी को ब्लैकमेल कर रहे थे और उसका शारीरिक शोषण कर रहे थे। जब किशोरी ने उनकी मांगों को मानने से इनकार कर दिया और उनके दबाव में नहीं आई, तो दरिंदों ने धमकी के मुताबिक वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई: गैंगरेप और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज
इस गंभीर मामले में पुलिस ने गैंगरेप और ब्लैकमेल करने की गंभीर धाराओं में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया है। पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए जिला महिला अस्पताल भेजा गया है। एसपी सिटी विजेंद्र द्विवेदी ने बताया कि वीरेश उर्फ मझले, अरुण, जानू और दिलदार के खिलाफ दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज की गई है। चारों आरोपियों पर पॉक्सो एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई है। पुलिस ने वीरेश उर्फ मझले, अरुण और जानू को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि चौथा आरोपी दिलदार फरार है, जिसकी तलाश में छापेमारी की जा रही है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में पीड़िता के बालिग और नाबालिग होने के शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच के आधार पर भी आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना समाज में बढ़ रहे यौन अपराधों और ब्लैकमेलिंग के बढ़ते खतरे को उजागर करती है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन ऐसे मामलों को रोकने और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए समाज और प्रशासन दोनों को मिलकर काम करना होगा।
