अयोध्या: महिला श्रद्धालु का स्नान करते वक्त गुप्त वीडियो बना रहा था गेस्ट हाउस कर्मचारी, रंगे हाथों पकड़ा गया
राम मंदिर दर्शन के लिए आई महिला की निजता का उल्लंघन, आरोपी के मोबाइल में मिले कई और अश्लील वीडियो, राजा गेस्ट हाउस सील
Apr 11, 2025, 17:47 IST
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अयोध्या: श्रीराम की नगरी अयोध्या से एक अत्यंत निंदनीय घटना सामने आई है, जिसने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और निजता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। राम मंदिर दर्शन के लिए आई एक महिला श्रद्धालु का गुप्त रूप से वीडियो बनाते हुए एक गेस्ट हाउस के कर्मचारी को रंगे हाथों पकड़ा गया है। यह शर्मनाक घटना राम मंदिर के गेट नंबर 3 के ठीक सामने स्थित राजा गेस्ट हाउस में घटित हुई।READ ALSO:-NGO की आड़ में लड़कियों की तस्करी का सनसनीखेज खुलासा, फेसबुक से फंसाकर लाखों में बेचते थे बेटियां
नहाती महिला का बनाया जा रहा था वीडियो:
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुबह लगभग 6:30 बजे, 30 वर्षीय एक महिला श्रद्धालु गेस्ट हाउस के बाथरूम में स्नान कर रही थीं। इसी दौरान, गेस्ट हाउस का एक कर्मचारी चुपके से बाथरूम में घुसा और अपने मोबाइल फोन से महिला का वीडियो बनाने लगा। दुर्भाग्य से, महिला की नजर उस व्यक्ति पर पड़ गई, जिसके बाद उन्होंने तुरंत शोर मचाना शुरू कर दिया।
शोर सुनकर इकट्ठा हुई भीड़ ने आरोपी को पकड़ा:
महिला की चीख-पुकार सुनकर गेस्ट हाउस में ठहरे अन्य श्रद्धालु और कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने आरोपी कर्मचारी को पकड़ लिया। आक्रोशित भीड़ ने पहले आरोपी की जमकर पिटाई की और फिर घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी।
पुलिस ने किया गिरफ्तार, गेस्ट हाउस सील:
सूचना मिलते ही थाना राम जन्मभूमि पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और आरोपी कर्मचारी को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी का मोबाइल फोन जब्त कर लिया। जब पुलिस ने मोबाइल फोन की जांच की, तो उसमें इस महिला श्रद्धालु के अलावा 10 अन्य लड़कियों के भी आपत्तिजनक वीडियो पाए गए। इस खुलासे के बाद घटना की गंभीरता और बढ़ गई है।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए राजा गेस्ट हाउस को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया है। प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला है कि उक्त गेस्ट हाउस का पंजीकरण नहीं था। बिना पंजीकरण के गेस्ट हाउस का संचालन श्रद्धालुओं की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है और इस घटना ने प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है।
आरोपी पर हो सकती है कड़ी कार्रवाई:
भारत के संविधान के तहत निजता का अधिकार एक मौलिक अधिकार है, जिसे 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने भी स्पष्ट रूप से मान्यता दी है। किसी भी व्यक्ति की बिना सहमति के वीडियो रिकॉर्डिंग करना न केवल अनैतिक है, बल्कि यह भारतीय कानून के तहत एक गंभीर अपराध भी है। इस मामले में आरोपी कर्मचारी पर निम्नलिखित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है:
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आईटी एक्ट, 2000:
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धारा 66E: बिना अनुमति के किसी व्यक्ति की निजी जानकारी या वीडियो लेना।
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धारा 67: अश्लील सामग्री का इलेक्ट्रॉनिक रूप में प्रसारण करना।
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धारा 67A: यौन उत्पीड़न से संबंधित सामग्री का इलेक्ट्रॉनिक रूप में प्रसारण करना।
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पुलिस इस मामले में गहनता से जांच कर रही है और उम्मीद है कि आरोपी को कानून के अनुसार कड़ी सजा मिलेगी।
उठे गंभीर सवाल:
अयोध्या जैसे एक महत्वपूर्ण धार्मिक और संवेदनशील क्षेत्र में बिना पंजीकरण के गेस्ट हाउस कैसे संचालित हो रहे थे, यह एक बड़ा सवाल है। इस घटना ने न केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा को खतरे में डाला है, बल्कि प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। इस घटना के बाद श्रद्धालुओं में डर और अविश्वास का माहौल है और लोगों ने प्रशासन से ऐसे गैर-पंजीकृत संस्थानों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। यह घटना सभी श्रद्धालुओं को भी सतर्क रहने की आवश्यकता पर जोर देती है।
