मेरठ: फार्च्यूनर कार में पिस्टल-कारतूस रखकर ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़, एसएसपी ऑफिस के बाहर खड़ी की थी कार, फर्जी क्राइम ब्रांच के टीम मेंबर बनकर डराते थे।
मेरठ में बीएसपी नेता की कार से एसटीएफ ने मंगलवार देर रात पिस्टल, मैगजीन और कारतूस बरामद किया है। एसटीएफ की घेराबंदी में एसएसपी कार्यालय के पास से एक फॉर्च्यूनर से हथियार बरामद किया गया है। पता चला कि यह कार असिलपुर किठौर के नदीम की है।
Wed, 25 Jan 2023
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फॉरच्यूनर की गाड़ियां बेचकर पैसे हड़पने का अपराधियों का नया तरीका मेरठ में देखने को मिला है। गिरोह का एक सदस्य डैशबोर्ड में विदेशी पिस्तौल रखकर कार बेचता है और अपराध शाखा (Crime Branch) के लोगों के रूप में कार को जब्त कर लेता है। फिर जेल भेजने का डर दिखाकर तीन से चार लाख रुपये लेकर समझौता कर लेते हैं। मंगलवार को एसटीएफ ने ऐसे गिरोह का खुलासा किया। एसटीएफ ने फॉर्च्यूनर और विदेशी पिस्टल बरामद कर ली, लेकिन आरोपी अपने साथियों के साथ फरार हो गया। अब एसटीएफ और पुलिस आरोपी की तलाश में किठौर में दबिश दे रही है।Read Also:-मेरठ : लखनऊ अलाया अपार्टमेंट हादसा, पांच मंजिला इमारत में पूर्व मंत्री के दो फ्लैट, हिरासत में सपा विधायक शाहिद मंजूर का बेटा,
मामला एसएसपी कार्यालय के सामने का है। यहां फॉरच्यूनर कार खड़ी करने के बाद असिलपुर गांव किठौर निवासी नदीम अपने साथियों के साथ कोर्ट गया था। पुलिस के मुताबिक नदीम ने अपनी कार बेच दी थी। उसका विक्रय पत्र बनवाने के लिए न्यायालय गया था।
नदीम ने कार के डैशबोर्ड में एक विदेशी पिस्टल (स्पेन) रख दी थी, ताकि जैसे ही कार खरीदने वाला बिक्री पत्र लेकर चला जाए, नकली क्राइम ब्रांच की टीम उसे पकड़ ले। आरोपी घटना को अंजाम दे पाते इसके पहले ही एसटीएफ ने कार को लावारिस हालत में जब्त कर लिया और तलाशी के दौरान डैशबोर्ड से एक विदेशी पिस्टल भी बरामद की।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक एसटीएफ को सूचना मिली थी कि एसटीएफ को इस तरह लोगो से पैसे हड़पने के लिए कार बेचने की शिकायत मिली थी। एक आरोपी के मोबाइल नंबर की डिटेल खंगाली तो गिरोह की जानकारी सामने आई। इस गिरोह में नदीम बेहद शातिर है। वह पहले भी ऐसे लोगों से रूपये वसूल चुका है।
नदीम के खिलाफ अलग-अलग थानों में धोखाधड़ी के पांच मामले दर्ज हैं। नदीम का लालकुर्ती थाना प्रभारी नरेश कुमार के जन्मदिन पर केक काटने और सेल्फी लेने का वीडियो भी छह महीने पहले किठौर से वायरल हुआ था। नरेश कुमार उस समय किठौर थाने की हाईफन पुलिस चौकी के प्रभारी थे। नदीम और उसके साथियों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
पुलिस ने फॉर्च्यूनर की डिटेल निकाली। इसमें पता चला कि मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर और गाजियाबाद में वाहन के 10 से अधिक चालान काटे गए। इसके बाद पुलिस ने नदीम की कुंडली खंगाली। पता चला कि कार बेचकर पैसे हड़पने के लिए पूर्व में भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद कई राज खुलेंगे।
आरोपी क्राइम ब्रांच टीम का सदस्य बनकर चेकिंग करता था। विदेशी पिस्टल देखते ही वे उसे जेल भिजवाने की धमकी देते थे। इस दौरान पैसों का लेन देन करते थे। यह गिरोह किठौर में कई लोगों से ठगी कर चुका है। गिरोह में कोई पुलिसकर्मी तो नहीं है, इसकी जांच की जा रही है।
गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा के मद्देनजर एसटीएफ भी मुस्तैद है। लावारिस फॉर्च्यूनर गाड़ी एसएसपी कार्यालय के पास खड़ी थी। चेकिंग करने पर उसकी विदेशी पिस्टल मिली। सिविल लाइन पुलिस को फोन किया और कार को थाने भिजवा दिया। जांच की, जिसमें एक गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। नदीम की गिरफ्तारी के बाद खुलासा करेंगे। - बृजेश सिंह, एएसपी एसटीएफ
