उत्तर प्रदेश में 50 हजार करोड़ से बनेंगे 7 नए एक्सप्रेसवे, 56 जिलों की कनेक्टिविटी सुधरेगी
उत्तर प्रदेश को 7 एक्सप्रेसवे की सौगात मिली है। ये एक्सप्रेसवे आने वाले 2-3 सालों में बनकर तैयार हो जाएंगे। इन एक्सप्रेसवे के जरिए यूपी के 75 फीसदी जिले एक-दूसरे से जुड़ जाएंगे। आइए इस प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से जानते हैं।
Feb 10, 2025, 17:04 IST
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उत्तर प्रदेश सरकार 7 नए एक्सप्रेसवे बनाने जा रही है। इन परियोजनाओं पर 50 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। इन सात एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 866 किलोमीटर होगी। इस नेटवर्क से राज्य के करीब 56 जिले जुड़ेंगे। यूपी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक ये एक्सप्रेसवे आने वाले 2-3 सालों में बनकर तैयार हो जाएंगे। यूपी कैबिनेट ने इन परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है। READ ALSO:-अब उत्तर प्रदेश में सरकारी डॉक्टर नहीं कर सकेंगे प्राइवेट प्रैक्टिस, पकड़े जाने पर होगा लाइसेंस रद्द
फिलहाल भारत में उत्तर प्रदेश ऐसा राज्य है, जिसके पास एक्सप्रेसवे का सबसे बड़ा नेटवर्क है। यूपी एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) की ओर से राज्य में कई बड़ी परियोजनाओं पर काम चल रहा है। यूपी सरकार का लक्ष्य राज्य की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर (करीब 88 लाख करोड़ रुपये) बनाना है।
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— Lucknow Development Index (@lucknow_updates) February 8, 2025
Expressway State: Yogi Led UP Gov Announced to Invest Rs 50000 CR on 7 New Expressway Projects.
The objective is to connect 56 districts of UP directly to Lucknow - SCR & Delhi - NCR.
The total length of these 7 Expressway is 866 KM -
1- Chitrakoot Link Expressway:… pic.twitter.com/XKdwckTAhM
7 एक्सप्रेसवे से यूपी के कुल 75 जिलों में से 56 जिले विश्वस्तरीय एक्सप्रेसवे नेटवर्क से कवर हो जाएंगे परियोजना के तहत चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे (120 किमी), झांसी लिंक एक्सप्रेसवे (100 किमी), जेवर लिंक एक्सप्रेसवे (76 किमी) का निर्माण किया जाना है।
वहीं, विंध्य एक्सप्रेसवे (320 किमी), विंध्य पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे (100 किमी), आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे-पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लिंक एक्सप्रेसवे (60 किमी) और आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे-गंगा एक्सप्रेसवे लिंक एक्सप्रेसवे (90 किमी) भी इस परियोजना का हिस्सा हैं। वर्तमान में यूपी में 5 एक्सप्रेसवे चालू हैं, जो 24 जिलों को कवर करते हैं। इनमें यमुना एक्सप्रेसवे (165 किमी), आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (302 किमी), पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (340 किमी), बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (296 किमी) और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे (91 किमी) शामिल हैं।
एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 2654 किमी होगी। एक अन्य परियोजना गंगा एक्सप्रेसवे (594 किमी) पर भी काम चल रहा है, जिसके जल्द ही पूरा होने की उम्मीद है। महाकुंभ के बाद मार्च-अप्रैल तक यह एक्सप्रेस-वे चालू हो सकता है। चालू पांच एक्सप्रेस-वे (1194 किमी) और निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस-वे (594 किमी) को मिलाकर यूपी में एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 1788 किमी होगी। वहीं, प्रस्तावित सात एक्सप्रेस-वे के चालू होने के बाद कुल लंबाई 2654 किमी हो जाएगी।
पेंट्स की दिग्गज कंपनी बर्जर की संडीला (UP) इकाई के प्रमुख गौरव सिन्हा के मुताबिक उत्तर प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर का तेजी से विकास हो रहा है। इसके चलते यहां रियल्टी, हाउसिंग, फर्नीचर, निर्माण सामग्री आदि उद्योग तेजी से विकसित हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश में पर्यटन की दृष्टि से प्रयागराज-चित्रकूट और वाराणसी-विंध्य विकास क्षेत्र का भी तेजी से विकास हो रहा है।