यूपी में आफत की बारिश! कहर बरपा रहा मानसून, 7 दिन 'महा अलर्ट'!
24 घंटे में कहर बनकर बरसे बादल, 22 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, बहराइच में किशोर की मौत, कई जिलों में जलभराव और मकान ढहे
Jul 1, 2025, 10:05 IST
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उत्तर प्रदेश: पिछले 24 घंटों से उत्तर प्रदेश पर मानसून का कहर जारी है, जिसने कई जिलों में तबाही मचा दी है। मूसलाधार बारिश के चलते मकान गिरने, पेड़ उखड़ने और सड़कों पर जलभराव की खबरें लगातार आ रही हैं। बहराइच में आकाशीय बिजली गिरने से एक 12 वर्षीय किशोर की दुखद मौत हो गई, जबकि मौसम विभाग ने अगले सात दिनों के लिए 'महा अलर्ट' जारी करते हुए कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी दी है।READ ALSO:-मेरठ में देर रात ताबड़तोड़ फायरिंग से हड़कंप: दोस्ती की दुश्मनी में चली गोलियां, युवक चमत्कारिक रूप से बचा!
मानसून की प्रचंड सक्रियता: अगले 7 दिन क्यों हैं यूपी के लिए अहम?
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, दक्षिण-पश्चिमी मानसून प्रदेश में पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। रविवार को दक्षिण-पश्चिमी बांग्लादेश में बने निम्न दबाव के क्षेत्र ने इसे और भी उग्र बना दिया है, जिसके परिणामस्वरूप पूर्वी और पश्चिमी यूपी में जोरदार बारिश हो रही है। इस अप्रत्याशित वर्षा ने कई शहरों की सड़कों को लबालब कर दिया है, जिससे आवागमन ठप पड़ गया है। कई कच्चे और जर्जर पक्के भवन इस बारिश की भेंट चढ़ गए हैं। मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि उत्तर प्रदेश में आगामी सात दिनों तक भारी बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है, जिससे लोगों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, दक्षिण-पश्चिमी मानसून प्रदेश में पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। रविवार को दक्षिण-पश्चिमी बांग्लादेश में बने निम्न दबाव के क्षेत्र ने इसे और भी उग्र बना दिया है, जिसके परिणामस्वरूप पूर्वी और पश्चिमी यूपी में जोरदार बारिश हो रही है। इस अप्रत्याशित वर्षा ने कई शहरों की सड़कों को लबालब कर दिया है, जिससे आवागमन ठप पड़ गया है। कई कच्चे और जर्जर पक्के भवन इस बारिश की भेंट चढ़ गए हैं। मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि उत्तर प्रदेश में आगामी सात दिनों तक भारी बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है, जिससे लोगों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
तबाही का अलर्ट: इन जिलों में रहेगी सबसे ज़्यादा निगरानी!
मौसम विभाग ने जिन जिलों के लिए भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है, उनमें हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और इनके आसपास के इलाके शामिल हैं।
मौसम विभाग ने जिन जिलों के लिए भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है, उनमें हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और इनके आसपास के इलाके शामिल हैं।
वहीं, मध्यम से भारी वर्षा की संभावना वाले जिलों की सूची लंबी है, जिसमें बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फ़तेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, कानपुर देहात, कानपुर नगर, मथुरा, हाथरस, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, जालौन और इनके आसपास के क्षेत्र शामिल हैं।
बिजली गिरने का भी खतरा! इन जिलों में रहें सतर्क:
मौसम विभाग ने बिजली गिरने की प्रबल संभावना वाले 40 से अधिक जिलों को चिह्नित किया है। इनमें बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फ़तेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, फरुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलन्दशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर शामिल हैं। इन क्षेत्रों में लोगों को खुले स्थानों और पेड़ों के नीचे जाने से बचने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग ने बिजली गिरने की प्रबल संभावना वाले 40 से अधिक जिलों को चिह्नित किया है। इनमें बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फ़तेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, फरुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलन्दशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर शामिल हैं। इन क्षेत्रों में लोगों को खुले स्थानों और पेड़ों के नीचे जाने से बचने की सलाह दी गई है।
पश्चिमी यूपी में रिकॉर्डतोड़ बारिश: क्या कहते हैं आंकड़े?
बारिश के आंकड़े भी चौंकाने वाले हैं। पिछले 24 घंटों में पूर्वी उत्तर प्रदेश में सामान्य से 17% अधिक बारिश दर्ज की गई है। वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तो स्थिति और भी गंभीर है, जहां पिछले 24 घंटों में सामान्य से 429% अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। 1 जून से 30 जून तक के आंकड़ों पर नज़र डालें तो, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामान्य अनुमान से 60% ज़्यादा वर्षा हुई है। यह दर्शाता है कि पश्चिमी यूपी में इस बार मानसून ने कुछ ज़्यादा ही मेहरबानी दिखाई है।
बारिश के आंकड़े भी चौंकाने वाले हैं। पिछले 24 घंटों में पूर्वी उत्तर प्रदेश में सामान्य से 17% अधिक बारिश दर्ज की गई है। वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तो स्थिति और भी गंभीर है, जहां पिछले 24 घंटों में सामान्य से 429% अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। 1 जून से 30 जून तक के आंकड़ों पर नज़र डालें तो, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामान्य अनुमान से 60% ज़्यादा वर्षा हुई है। यह दर्शाता है कि पश्चिमी यूपी में इस बार मानसून ने कुछ ज़्यादा ही मेहरबानी दिखाई है।
राजधानी लखनऊ भी पानी-पानी:
लखनऊ में सोमवार सुबह से ही बादलों की आवाजाही लगी रही। दिन में 11 बजे के बाद हल्की बूंदाबांदी शुरू हुई जो रुक-रुक कर जारी रही। मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि मंगलवार को भी लखनऊ में बादल छाए रहेंगे और कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ तेज बारिश हो सकती है।
लखनऊ में सोमवार सुबह से ही बादलों की आवाजाही लगी रही। दिन में 11 बजे के बाद हल्की बूंदाबांदी शुरू हुई जो रुक-रुक कर जारी रही। मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि मंगलवार को भी लखनऊ में बादल छाए रहेंगे और कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ तेज बारिश हो सकती है।
बाढ़ और तबाही की तस्वीरें:
बहराइच में बिजली का कहर: बहराइच के कैसरगंज थाना क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने से 12 वर्षीय आलोक की मौत हो गई, जबकि उनके साथ खेत में काम कर रहे ननकऊ गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके अलावा, बिजली के करंट से चार मवेशियों ने भी दम तोड़ दिया। पुलिस ने आलोक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बहराइच में बिजली का कहर: बहराइच के कैसरगंज थाना क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने से 12 वर्षीय आलोक की मौत हो गई, जबकि उनके साथ खेत में काम कर रहे ननकऊ गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके अलावा, बिजली के करंट से चार मवेशियों ने भी दम तोड़ दिया। पुलिस ने आलोक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पीलीभीत में जलभराव से हाहाकार: पीलीभीत में मूसलाधार बारिश ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। दियोरिया कला क्षेत्र में रामनगर से जराकोठी मार्ग पर जमनी कुंडा के पास नहर कटने से आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। सड़क धंसने और नहर का किनारा टूटने से राहगीरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इंदिरा नगर, खानकाह रोड, साहूकारा लाइनपार जैसे कई मोहल्लों में घरों और दुकानों में पानी घुस गया है, जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल सिंह ने बताया कि दक्षिण-पश्चिमी मानसून की सक्रियता के कारण उत्तर प्रदेश के दोनों संभागों में जोरदार बारिश हुई है। उन्होंने आगाह किया कि अगले पांच दिनों तक कुछ आइसोलेटेड स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और कई जिलों में बिजली गिरने की संभावना है। हालांकि, तापमान में फिलहाल कोई बड़ा बदलाव नहीं दिखेगा।
क्या आपके जिले में भी बारिश ने कहर बरपाया है? नीचे कमेंट करके बताएं कि आपके इलाके में स्थिति कैसी है।
